रांची: बीएयू कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने विश्वविद्यालय के वरीय पदाधिकारियों के साथ मुख्यालय समीप स्थित टेक्नोलॉजी पार्क का भ्रमण किया. दल के साथ पार्क में प्रदर्शित कृषि तकनीकी प्रक्षेत्रों की प्रासंगिकता पर चर्चा की. उन्होंने वैज्ञानिकों को अधिकाधिक किसानोपयोगी तकनीकों से पार्क को आच्छादित करने पर जोर दिया.
साथ ही उपयुक्त विभिन्न फसलों की तकनीकी पर चर्चा की. वैज्ञानिकों को टेक्नोलॉजी पार्क को फार्मर्स फ्रेंडली विकसित करने तथा पार्क हेतु पांच वर्षीय रणनीति तैयार करने का निर्देश दिया.
भ्रमण के दौरान कुलपति ने पार्क में लगे तीसी फसल के तकनीकी प्रक्षेत्रों का अवलोकन किया. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में तीसी फसल के क्षेत्र में सराहनीय शोध कार्य चल रहा है.
बीएयू द्वारा विकसित तीसी की तीनों किस्मों का प्रदर्शन बेहतर रहा है. इन किस्मों के गुणन में अनुवांशिक शुद्धता को निरंतर बनाये रखने की आवश्यकता है.
तीसी परियोजना अन्वेशक डॉ सोहन राम ने चालू रबी मौसम में चलाये जा रहे शोध एवं प्रसार कार्यक्रमों की जानकारी दी. इस मौके पर डॉ एमएस यादव, डॉ अब्दुल वदूद, डॉ जेडए हैदर, डॉ जगरनाथ उरांव, डॉ केके झा, डॉ डीके शाही, डॉ अरविन्द कुमार, प्रदीप कुमार सहित अनेक वैज्ञानिक मौजूद रहे.
डॉ एचआर मिश्र के निधन पर शोक सभा
बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में गुरूवार को विश्वविद्यालय के द्वितीय कुलपति रहे डॉ हरेराज मिश्र के निधन पर प्रबंध परिषद कक्ष में शोक सभा का आयोजन किया गया.
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कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के वरीय पदाधिकारियों ने डॉ मिश्र के चित्र पर पुष्प अर्पित कर दिवगंत आत्मा की शांति की कामना की.
इस अवसर पर दो मिनट का मौन रखकर दिवगंत आत्मा को श्रद्धांजलि दी. कुलपति ने पशु चिकित्सा संकाय एवं विश्वविद्यालय में उनके योगदान को याद किया. उनके कार्यकाल में पशु चिकित्सा महाविद्यालय को देश के अव्वल महाविद्यालय का दर्जा मिलने की बातों को बताया.
डीन वेटनरी डॉ सुशील प्रसाद ने डॉ मिश्र को पशु चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में युग पुरूष बताया. इस मौके पर डॉ अब्दुल वदूद, डॉ एमके गुप्ता एवं डॉ जगरनाथ उरांव ने छात्र जीवन में डॉ मिश्र के मार्गदर्शन एवं स्नेह की चर्चा की.