रांचीः राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सोमवार को भाजपा-झाविमो मिलन समारोह में कहा कि अभी वह जिस भी मुकाम पर हैं, वह बीजेपी की ही देन है. साथ ही उन्होंने कहा कि वह पार्टी से मिलने वाली हर जिम्मेदारी का वहन करने को तैयार हैं. सोमवार को बीजेपी में कथित तौर पर शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि अगर उन्हें वहां झाड़ू लगाने का भी मौका मिला तो वह उसके लिए भी तैयार हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने बीजेपी ज्वाइन नहीं किया बल्कि उनकी घर वापसी हुई है.
14 साल तक धरती पर इधर-उधर घूमते रहे
रांची के धुर्वा स्थित जगन्नाथ मैदान में आयोजित मिलन समारोह में मरांडी ने कहा कि 2006 में वह अपना घर छोड़कर कहीं चले गए थे और 14 साल तक धरती पर इधर-उधर घूमते रहे. उन्होंने कहा कि इस दौरान लगभग 6 से 7 लाख किलोमीटर की यात्रा भी की और लोगों की समस्याओं को नजदीक से देखा. उसके बाद वह वापस बीजेपी में आ गए. उन्होंने कहा कि उनकी बीजेपी में घर वापसी अचानक हुई घटना नहीं है, जबसे उन्होंने पार्टी छोड़ी थी तब से लोग उन्हें वापस लाने के लिए संपर्क कर रहे थे लेकिन उनकी जिद की वजह से घर वापसी नहीं हो पाई.
मरांडी ने कहा कि ऐसा नहीं है कि बीजेपी विधानसभा चुनाव हार गयी तब उन्हें वापस शामिल कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि 2014 में लोकसभा और असेंबली इलेक्शन हारने के बाद कोलकाता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक संदेश वाहक ने भी उनसे संपर्क किया लेकिन उन्होंने मना कर दिया. उन्होंने कहा कि 2020 में उनकी वापसी के सूत्रधार बीजेपी के वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश माथूर बने. साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं को बधाई दी और कहा कि साथ मिलकर काम करेंगे. उन्होंने कहा कि अनेक मंचों से उन्होंने बीजेपी नेताओं के बारे में जो कुछ कहा है उसे पार्टी नेता अन्यथा नहीं लेंगे.
हिंदुत्व विचारधारा की वजह से भारत है सेक्यूलर
बीजेपी में शामिल होने के बाद मरांडी ने कहा कि अगर भारत सेक्यूलर है तो वह हिंदुत्व की विचारधारा है. उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में अधिकांश पॉलिटिकल पार्टी की कोई विचारधारा नहीं है. इकलौती बीजेपी ही वह पार्टी है जो कार्यकर्ता और विचारधारा पर आधारित है. मरांडी ने कहा कि जहां से उन्होंने शुरुआत की थी वापस वहीं आ गए.
भगाना है सीएए से जुड़ा भय का भूत
मरांडी ने कहा कि दरअसल लोगों को सीएए के नाम पर डराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पुरानी कहानियों की तरह है जिसमें मां-बच्चे को पेड़ से दूर रहने की हिदायत देती है, वह भी यह कह कर कि उसमें भूत है वही हालत सीएए को लेकर भी हो रही है. उन्होंने कहा कि लोगों के बीच में सीएए को लेकर भय का भूत भर दिया गया है, इसे लोगों से जुड़कर निकालना है.
ट्विटर पर चल रही है सरकार
राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि राज्य की मौजूदा सरकार ट्विटर पर चल रही है. कोई काम नहीं हो रहा है, ऐसे में राज्य सरकार का यह दावा कि खजाना खाली है सही नहीं है. उन्होंने कहा कि एक तरफ काम नहीं हो रहा दूसरी तरफ खजाना को लेकर दावा किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य में उग्रवाद सर उठा रहा है.
इस मौके पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि मरांडी कुशल संगठनकर्ता हैं. उनके आने से पार्टी को लाभ मिलेगा. साथ ही राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि मरांडी की मौजूदगी से बीजेपी और मजबूत होगी.