रांची: 27 नवंबर 1952 में कोलकाता में जन्मे मशहूर संगीतकार और गायक बप्पी लाहिड़ी का निधन हो गया. उनके निधन से देश के साथ-साथ झारखंड के कला प्रेमियों में भी मायूसी है, उन्होंने डिस्को संगीत के बादशाह बप्पी लाहिड़ी को श्रद्धांजलि दी. बप्पी लाहिड़ी ने भारत में डिस्को संगीत को एक मुकाम दिया है.
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डिस्को संगीत के बादशाह कहे जाने वाले बप्पी लाहिड़ी का निधन हो गया है. मुंबई के क्रिटीकेयर अस्पताल में इलाज के दौरान उनका निधन हुआ. वह 69 साल के थे, बप्पी लाहिड़ी को एक महीने के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था और सोमवार को उन्हें छुट्टी दे दी गई थी. लेकिन, मंगलवार को उनकी तबीयत फिर बिगड़ी और उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती करवाया गया. उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याएं थी.
27 नवंबर 1952 में कोलकाता में जन्मे बप्पी लाहिड़ी अपने अलग अंदाज की वजह से जाने जाते थे. फिल्म इंडस्ट्री में उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई थी. लोगों के बीच उनकी पहचान एक ऐसे संगीतकार की है, जो हमेशा सोने के आभूषणों से लदे रहते हैं. उन्होंने अपने सफर के दौरान कई हिट और सुपर हिट सांग गए हैं. बप्पी लाहिड़ी ने बांग्ला हिट गानों के साथ-साथ अन्य कई भाषाओं में भी संगीत और गायकी की अमिट छाप छोड़ी है. 1980-90 के दशक में डिस्को डांसर, नमक हलाल, डांस-डांस, कमांडो, गैंग लीडर, शराबी जैसे फिल्मी साउंडट्रैक के साथ वे लोकप्रिय हुए थे.
झारखंड में भी शोक की लहर: आज बप्पी लाहिड़ी के निधन से पूरे देश के साथ-साथ झारखंड के कला प्रेमियों में भी उदासी है. लोगों ने कहा है कि उनके निधन से एक युग का अंत हो गया. ऐसे संगीतकार का दोबारा मिलना भारत के लिए आसान नहीं होगा. बप्पी दा सब के लोकप्रिय थे. कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक उनके चाहने वाले हैं. देश-विदेश में उनकी लोकप्रियता किसी से छुपी नहीं है. झारखंड के कला प्रेमियों ने भी बप्पी लाहिड़ी को श्रद्धांजलि दी है.