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रांचीः JAP- 1 में खास अंदाज में होती है मां दुर्गा की आराधना, फायरिंग कर दी जाती है सलामी

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Published : Oct 7, 2019, 1:56 PM IST

रांची में सालों से झारखंड आर्म्ड फोर्स के जवान नवरात्र की नवमी पर हथियारों की पूजा करते हैं. सभी मां दुर्गे से शक्ति का वरदान मांगते हैं, पूजा के दौरान मां को खुश करने के लिए जवान कई राउंड फायरिंग भी करते हैं.

मां दुर्गे को सलामी देते जवान

रांचीः राजधानी के जैप-1 में मां दुर्गा की अनोखे ढंग से पूजा करते हैं. सालों से यहां शक्ति के उपासक गोरखा समाज देश और राज्य के दुश्मनों से लोहा लेने के लिए हथियार की पूजा करते हैं. सभी मां दुर्गे से शक्ति का वरदान मांगते हैं. जिससे कि जब वह दुश्मनों के खिलाफ लड़ाई लड़े तो जीत हासिल कर सके. नवरात्र के नवमी के दिन जहां 9 कन्याओं की पूजा जैप में की जाती है, तो वहीं हथियार की भी पारंपरिक तरीके से पूजा-अर्चना की जाती है.

देखें पूरी खबर

मां दुर्गा को खुश करने के लिए होती है फायरिंग

हथियारों की पूजा के दौरान शक्ति की प्रतीक मां दुर्गा को खुश करने के लिए कई राउंड फायरिंग के साथ जैप वन के जवान सलामी देते हैं. वहीं, बलि दी जाती है. इस अवसर पर जैप के जवान मां के चरणों में 101 बलि भी देते हैं. हर बलि के बाद मां को फायरिंग कर सलामी दी जाती है. जैप के इस बटालियन में बलि और हथियारों की पूजा की खास मान्यता है. सालों से महानवमी के दिन जवान अपने हथियार को मां दुर्गा के चरणों में रखकर विधि-विधान से पूजा करते आ रहे हैं. आज भी यह परंपरा जारी रखी गई है.


ये भी पढ़ें- जमशेदपुरः सेंट्रल जेल परिसर में मां दुर्गा की महाआरती, कैदियों ने जलाए सैकड़ों दीपक

पूजा के बाद बढ़ता है आत्मविश्वास

जैप वैन संघ के सचिव शशि खत्री बताते हैं कि दुश्मनों से मुकाबले के समय उनके हथियार धोखा न दे और जीत हासिल हो. इसी वजह से वो मां दुर्गा के सामने हर नवमी को अपने-अपने हथियारों की पूजा बड़े ही श्रद्धा भाव से करते हैं. नवमी के दिन हथियारों की पूजा करने के बाद जवानों का आत्मविश्वास भी बढ़ता है. वहीं, जवानों के परिजन भी नवमी के दिन 9 कन्याओं की पूजा करने के साथ ही जवानों की सलामती की दुआ भी मांगते हैं. उन्हीं में से एक परिजन रंजीता देवी बताती हैं कि हर साल शक्ति की प्रतीक मां दुर्गा की पूजा कर जवानों की सलामती के लिए वरदान मांगा जाता है.

रांचीः राजधानी के जैप-1 में मां दुर्गा की अनोखे ढंग से पूजा करते हैं. सालों से यहां शक्ति के उपासक गोरखा समाज देश और राज्य के दुश्मनों से लोहा लेने के लिए हथियार की पूजा करते हैं. सभी मां दुर्गे से शक्ति का वरदान मांगते हैं. जिससे कि जब वह दुश्मनों के खिलाफ लड़ाई लड़े तो जीत हासिल कर सके. नवरात्र के नवमी के दिन जहां 9 कन्याओं की पूजा जैप में की जाती है, तो वहीं हथियार की भी पारंपरिक तरीके से पूजा-अर्चना की जाती है.

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मां दुर्गा को खुश करने के लिए होती है फायरिंग

हथियारों की पूजा के दौरान शक्ति की प्रतीक मां दुर्गा को खुश करने के लिए कई राउंड फायरिंग के साथ जैप वन के जवान सलामी देते हैं. वहीं, बलि दी जाती है. इस अवसर पर जैप के जवान मां के चरणों में 101 बलि भी देते हैं. हर बलि के बाद मां को फायरिंग कर सलामी दी जाती है. जैप के इस बटालियन में बलि और हथियारों की पूजा की खास मान्यता है. सालों से महानवमी के दिन जवान अपने हथियार को मां दुर्गा के चरणों में रखकर विधि-विधान से पूजा करते आ रहे हैं. आज भी यह परंपरा जारी रखी गई है.


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पूजा के बाद बढ़ता है आत्मविश्वास

जैप वैन संघ के सचिव शशि खत्री बताते हैं कि दुश्मनों से मुकाबले के समय उनके हथियार धोखा न दे और जीत हासिल हो. इसी वजह से वो मां दुर्गा के सामने हर नवमी को अपने-अपने हथियारों की पूजा बड़े ही श्रद्धा भाव से करते हैं. नवमी के दिन हथियारों की पूजा करने के बाद जवानों का आत्मविश्वास भी बढ़ता है. वहीं, जवानों के परिजन भी नवमी के दिन 9 कन्याओं की पूजा करने के साथ ही जवानों की सलामती की दुआ भी मांगते हैं. उन्हीं में से एक परिजन रंजीता देवी बताती हैं कि हर साल शक्ति की प्रतीक मां दुर्गा की पूजा कर जवानों की सलामती के लिए वरदान मांगा जाता है.

Intro:रांची.राजधानी रांची के झारखंड आर्म्ड फोर्स द्वारा मां दुर्गा की अनोखे रूप में पूजा की जाती है। वर्षों से यहां शक्ति के उपासक गोरखा समाज देश और राज्य के दुश्मनों से लोहा लेने के लिए हथियार की पूजा कर शक्ति का वरदान मांगते हैं। ताकि जब वह दुश्मनों के खिलाफ लड़ाई लड़े तो जीत हासिल कर सकें । नवरात्रा के नवमी के दिन जहां नौ कन्याओं की पूजा जैप में की जाती है। तो वही हथियार की भी पारंपरिक तरीके से पूजा अर्चना की जाती है।





Body:इस दौरान शक्ति की प्रतीक माँ दुर्गा को खुश करने के लिए कई राउंड की फायरिंग के साथ जय पवन के जवान सलामी देते है।साथ ही बलि दी जाती है। इस अवसर पर जैप के जवानो के द्वारा माँ के चरणों मे 101 बलि दी जाती है।हर बलि के बाद मां को फायरिंग कर सलामी दी जाती है।


जैप के इस बटालियन में बलि और हथियारों की पूजा का खास मान्यता है । वर्षों से महानवमी के  दिन जवान अपने हथियार को माँ दुर्गा के चरणों मे  रख कर विधि विधान से पूजा करते आ रहे है और आज भी यह परंपरा जारी रखी गई है। जैप वैन संघ के सचिव शशि खत्री बताते हैं कि है कि दुश्मनों से मुकाबले के समय उनके हथियार धोखा ना दे और जीत हांसिल हो। इसलिए उनके द्वारा माँ दुर्गा के सामने हर नवमी को अपने अपने हथियारों की पूजा बड़े ही श्रद्धा भाव से की जाती  है।Conclusion:जवानों द्वारा नवमी के दिन हथियारों की पूजा करने के बाद आत्मविश्वास भी बढ़ता है।वही जवानों के परिजन भी नवमी के दिन नौ कन्याओं की पूजा करने के साथ ही जवानों की सलामती की दुआ मांगते हैं। वंही जवान की परिजन रंजीता देवी बताती हैं कि हर वर्ष शक्ति की प्रतीक मां दुर्गा की पूजा कर जवानों की सलामती के लिए वरदान मांगा जाता है। ताकि जब वह दुश्मनों से लड़ने जाए तो जीत हासिल कर सही सलामत घर वापस आए।

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