रांची: राजधानी रांची के कांके थाना क्षेत्र स्थित मां विंध्यासनी स्टोन-चिप्स माइंस में मंगलवार की आधी रात 10 की संख्या में आये अपराधियों ने माइंस के गार्ड के साथ मारपीट करने के बाद दो हाइवा को आग लगा दिया (Criminals attack stone mines ). आधी रात के करीब हुए इस वारदात के बाद माइंस कर्मियो में दहशत का माहौल है. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस यहां पहुंच गई और अपराधियों की घेराबंदी की गई. हालांकि अपराधी भागने में कामयाब रहे.
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मिली जानकारी के अनुसार आइटीबीपी कैंप के ठीक पीछे स्थित स्टोन माइन्स 10 की संख्या में हथियारबंद अपराधी पहुंचे. उन्होंने सबसे पहले गार्ड के साथ मारपीट कर उसका मोबाइल छीन लिया. गार्ड को अपराधियों ने बताया कि वह सभी टीपीसी संगठन से हैं और मालिक को बोल देना कि वह हमसे संपर्क करें. गार्ड से मारपीट करने के बाद सभी हथियारबंद युवक माइंस के अंदर प्रवेश कर गए और दो हाइवा में आग लगा दिया. आग लगाने के बाद सभी हथियारबंद अपराधी माइंस के पीछे वाले रास्ते से फरार हो गए. जिस गार्ड को हथियार बंद अपराधियों के द्वारा मारपीट की गई उसने बताया कि 10 की संख्या में आए अपराधियों में से कई के पास छोटे हथियार थे. उन्होंने दोनों हाईवा पर चिंगारी जैसी कोई चीज फेंखी थी जिसकी वजह से हाइवा में आग लग गई.
कर्मियों ने दिखाई हिम्मत तुरन्त आग पर काबू पाया: माइंस पर हमला करने वाले हथियारबंद अपराधी यह जानते थे कि माइंस रिंग रोड से काफी नजदीक है और पास में ही आइटीबीपी का कैंप है, इसलिए वे वहां पर मात्र 10 मिनट रुके, दो हाइवा को आग लगाने के बाद वहां से फरार हो गए. जिस वक्त हथियारबंद अपराधी पहुंचे थे उस दौरान माइंस में दर्जनों ट्रक ड्राइवर मौजूद थे. उसमें से कुछ ने तुरंत हिम्मत दिखाते हुए माइंस में से ही स्टोन डस्ट उठाकर दोनों हाइवा पर फेंकना शुरू किया जिसकी वजह से आग तुरंत बुझ गई और हाइवा जलने से बच गए. इस घटना में दोनों हाइवा को मामूली नुकसान पहुंचा है केवल इंजन की तरफ से एक छोटा सा पार्ट आग की वजह से क्षतिग्रस्त हुआ है.
पुलिस ने घेराबंदी की: दूसरी तरफ मामले की जानकारी मिलते ही रांची पुलिस ने कांके, पिठोरिया, रातू और बुढ़मू की तरफ से घेराबंदी कर तथाकथित टीपीसी के उग्रवादी की तलाश भी शुरू कर दी थी. हालांकि अंधेरे का फायदा उठाकर सभी फरार होने में कामयाब हुए. मामले की जानकारी मिलने के बाद ग्रामीण एसपी नौशाद आलम, कांके थानेदार और एसएसपी कियूआर्टी तुरंत मौके पर पहुंची, ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि घटना में शामिल हथियारबंद लोग टीपीसी से ताल्लुक रखते हैं कि नहीं यह जांच का विषय है इसमें लोकल अपराधियों का भी हाथ हो सकता है. पुलिस की कई टीमें माइंस पर हमला करने वाले हथियारबंद लोगों की तलाश में जुटी हुई है, जल्द ही वे गिरफ्तार कर लिए जाएंगे. माइंस में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी हथियारबंद अपराधियों की कुछ तस्वीरें कैद हुई है उसके आधार पर भी उनकी पहचान करने की कोशिश की जा रही है.