रांचीः झारखंड में अफीम से लेकर नशे के तमाम अवैध कारोबार पर नकेल कसने के लिए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा. AANTF यानी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के गठन की प्रक्रिया जल्द ही शुरू कर दी जाएगी. सीआईडी के आधीन यह टास्क फोर्स काम करेगी और आईजी रैंक के अधिकारी इसके प्रमुख होंगे.
ये भी पढ़ें-पंजाब में धड़ल्ले से चल रहा नशे का कारोबार, पुलिस की छापेमारी
अफीम तस्करों का बड़ा क्षेत्र है झारखंडः झारखंड के नक्सल प्रभावित जिलों में अफीम की खेती की बढ़ती समस्या को देखते हुए कई राज्यों के तस्कर पूरे साल भर झारखंड में एक्टिव रहते हैं, अब तक झारखंड पुलिस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो मिलकर नशे के तस्करों के खिलाफ काम करते आए हैं लेकिन अब झारखंड में अफीम की तस्करी से लेकर नशे के तमाम अवैध कारोबार पर लगाम लगाने के लिए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा. केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद सीआईडी ने इसके गठन का प्रस्ताव तैयार कर पुलिस मुख्यालय भेज दिया है.
सीआईडी के अधीन काम करेगी टास्क फोर्सः पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार एएनटीएफ का गठन सीआईडी मुख्यालय के अधीन होगा. इसके प्रमुख आईजी स्तर के अधिकारी होंगे, जबकि एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर समेत अन्य रैंक के अधिकारी इस टीम का हिस्सा होंगे. एएनटीएफ राज्य में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो(एनसीबी) की तर्ज पर काम करेगी. राज्यभर में नशे के अवैध कारोबार को लेकर अभियान चलाने, केस दर्ज करने जैसे अधिकार एएनटीएफ के जिम्मे होंगे. वर्तमान में आईजी सीआईडी के तौर पर काम कर रहे असीम विक्रांत मिंज ने इस संबंध में प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा है.