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राजधानी में रंगदारों पर नकेल कसेगा एंटी एक्सटॉर्शन सेल, गैंग्स की तैयार हो रही लिस्ट

राजधानी रांची में रंगदारी मांगने वाले अपराधियों से निपटने के लिए एंटी एक्सटॉर्शन सेल का गठन किया गया है. ये सेल रंगदारी की मांग करने वाले सभी गैंग्स पर नजर रखेगी.

Anti extortion cell will crack down extortion gang
रंगदारों पर नकेल कसेगा एंटी एक्सटॉर्शन सेल
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Published : Oct 16, 2021, 1:58 PM IST

रांची: राजधानी रांची में रंगदारी मांगने वाले अपराधियों से निपटने के लिए एंटी एक्सटॉर्शन सेल का गठन किया गया है. यह सेल राजधानी में वैसे सभी गैंग्स पर नजर रखेगी जो कारोबारियों से रंगदारी की डिमांड करते हैं.

ये भी पढ़ें- पीएलएफआई सुप्रीमो ने मांगी थी बड़े कारोबारी से दो करोड़ की रंगदारी, दिनेश गोप का करीबी गिरफ्तार

राजधानी में बढ़े एक्सटॉर्शन के मामले

राजधानी में एक्सटॉर्शन के मामले में काफी वृद्धि हुई है. बड़े कारोबारी अपराधियों के निशाने पर हैं. फोन, मैसेज और वर्चुअल कॉल के माध्यम से लगातार कारोबारियों से रंगदारी की मांग की जा रही है, कुछ मामलों में शिकायतें पुलिस के पास पहुंच रहीं हैं तो कुछ कारोबारी एक्सटॉर्शन मनी देकर अपराधियों से पीछा भी छुड़वा रहे हैं. राजधानी में हालात और खराब न हों, इसके लिए कारोबारियों की सुरक्षा और अपराधियों की नकेल कसने के लिए रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने एंटी एक्सटॉर्शन सेल का गठन किया है, जिसका प्रमुख डीएसपी नीरज कुमार को बनाया गया है.

देखें वीडियो
कैसे काम करेगी एंटी एक्सटॉर्शन सेल

रांची के सीनियर एसपी ने मुताबिक राजधानी में एंटी एक्सटॉर्शन सेल को एक्टिवेट कर दिया गया है. जो थाने में मामला दर्ज होने के बाद तत्काल अपने स्तर से मामलों की मॉनिटरिंग शुरू करेगी. केस दर्ज करने के बाद रंगदारी मांगने में प्रयोग किए गए मोबाइल नंबर के आधार पर जांच शुरू की जाएगी , एंट्री एक्सटॉर्शन सेल को यह अधिकार दिया गया है कि वह अपने स्तर पर छापेमारी भी कर सकती है. वहीं सेल को अगर डायरेक्ट भी जानकारी मिलती है तो वह अपने सीनियर को इस मामले की जानकारी देकर सीधे केस पर काम करना शुरू कर देगी.

कारोबारियों को सुरक्षा भी देगी सेल

एंटी एक्सटॉर्शन सेल वैसे कारोबारियों की सुरक्षा का भी इंतजाम करेगा जिनसे रंगदारी की डिमांड की जाती है. योजना के तहत सादे लिबास में कारोबारी पर नजर रखकर उनकी सुरक्षा का इंतजाम किया जाएगा.

दो मामले में हो चुकी है गिरफ्तारी

राजधानी रांची के दो बड़े और चर्चित रंगदारी के मामलों में पुलिस ने कामयाबी हासिल करते हुए गिरफ्तारियां कर ली हैं. एक मामले में उग्रवादी संगठन पीएलएफआई द्वारा रंगदारी मांगी गई थी, पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए खूंटी से एक उग्रवादी को गिरफ्तार किया. वहीं शहर के बड़े कारोबारी से गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के गिरोह द्वारा रंगदारी की डिमांड की गई थी. रांची पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए गढ़वा से एक अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि बिल्डर रमेश सिंह सहित कई अन्य लोगों से जुड़े रंगदारी के मामले अभी भी लंबित हैं, जिनमें अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. अब एंटी एक्सटॉर्शन सेल उन अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है.

अमन-सुजीत के गुर्गों पर विशेष नजर

हाल के दिनों में पुलिस को अगर किसी ने सबसे ज्यादा परेशान किया है तो उनमें तीन गैंगस्टर प्रमुख हैं और सबसे हैरानी की बात यह है कि तीनों के तीनों जेल में बंद हैं. सुजीत सिन्हा और अमन सिंह धनबाद जेल में बंद हैं. वहीं, अमन साव रांची जेल में. इस बीच सबसे हैरान कर देने वाली बात तो यह भी है कि कोविड संक्रमण के बाद से ही झारखंड के अधिकांश जिलों में सीधे तौर पर कैदियो से मुलाकात पर पाबंदी लगी हुई है , आलम यह है की वकील भी अपने मुवक्किल से मुलाकात नहीं कर पा रहे हैं. लेकिन उसी जेल में बड़े आराम से गैंगस्टर फोन पर बातें कर रहे हैं अपने गुर्गों को जेल के बाहर कांड करने की हिदायत दे रहे हैं. जेल के अंदर बैठे गैंगस्टर पुलिस के लिए समस्या खड़ी कर रहे हैं. एंटी एक्सटॉर्शन सेल अमन सुजीत के गुर्गों पर विशेष नजर रख रही है. हाल के दिनों में जितने भी रंगदारी के मामले आए हैं उन सभी में सुजीत सिन्हा और अमन साव के नाम ही सामने आए हैं.

रांची: राजधानी रांची में रंगदारी मांगने वाले अपराधियों से निपटने के लिए एंटी एक्सटॉर्शन सेल का गठन किया गया है. यह सेल राजधानी में वैसे सभी गैंग्स पर नजर रखेगी जो कारोबारियों से रंगदारी की डिमांड करते हैं.

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राजधानी में बढ़े एक्सटॉर्शन के मामले

राजधानी में एक्सटॉर्शन के मामले में काफी वृद्धि हुई है. बड़े कारोबारी अपराधियों के निशाने पर हैं. फोन, मैसेज और वर्चुअल कॉल के माध्यम से लगातार कारोबारियों से रंगदारी की मांग की जा रही है, कुछ मामलों में शिकायतें पुलिस के पास पहुंच रहीं हैं तो कुछ कारोबारी एक्सटॉर्शन मनी देकर अपराधियों से पीछा भी छुड़वा रहे हैं. राजधानी में हालात और खराब न हों, इसके लिए कारोबारियों की सुरक्षा और अपराधियों की नकेल कसने के लिए रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने एंटी एक्सटॉर्शन सेल का गठन किया है, जिसका प्रमुख डीएसपी नीरज कुमार को बनाया गया है.

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कैसे काम करेगी एंटी एक्सटॉर्शन सेल

रांची के सीनियर एसपी ने मुताबिक राजधानी में एंटी एक्सटॉर्शन सेल को एक्टिवेट कर दिया गया है. जो थाने में मामला दर्ज होने के बाद तत्काल अपने स्तर से मामलों की मॉनिटरिंग शुरू करेगी. केस दर्ज करने के बाद रंगदारी मांगने में प्रयोग किए गए मोबाइल नंबर के आधार पर जांच शुरू की जाएगी , एंट्री एक्सटॉर्शन सेल को यह अधिकार दिया गया है कि वह अपने स्तर पर छापेमारी भी कर सकती है. वहीं सेल को अगर डायरेक्ट भी जानकारी मिलती है तो वह अपने सीनियर को इस मामले की जानकारी देकर सीधे केस पर काम करना शुरू कर देगी.

कारोबारियों को सुरक्षा भी देगी सेल

एंटी एक्सटॉर्शन सेल वैसे कारोबारियों की सुरक्षा का भी इंतजाम करेगा जिनसे रंगदारी की डिमांड की जाती है. योजना के तहत सादे लिबास में कारोबारी पर नजर रखकर उनकी सुरक्षा का इंतजाम किया जाएगा.

दो मामले में हो चुकी है गिरफ्तारी

राजधानी रांची के दो बड़े और चर्चित रंगदारी के मामलों में पुलिस ने कामयाबी हासिल करते हुए गिरफ्तारियां कर ली हैं. एक मामले में उग्रवादी संगठन पीएलएफआई द्वारा रंगदारी मांगी गई थी, पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए खूंटी से एक उग्रवादी को गिरफ्तार किया. वहीं शहर के बड़े कारोबारी से गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के गिरोह द्वारा रंगदारी की डिमांड की गई थी. रांची पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए गढ़वा से एक अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि बिल्डर रमेश सिंह सहित कई अन्य लोगों से जुड़े रंगदारी के मामले अभी भी लंबित हैं, जिनमें अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. अब एंटी एक्सटॉर्शन सेल उन अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है.

अमन-सुजीत के गुर्गों पर विशेष नजर

हाल के दिनों में पुलिस को अगर किसी ने सबसे ज्यादा परेशान किया है तो उनमें तीन गैंगस्टर प्रमुख हैं और सबसे हैरानी की बात यह है कि तीनों के तीनों जेल में बंद हैं. सुजीत सिन्हा और अमन सिंह धनबाद जेल में बंद हैं. वहीं, अमन साव रांची जेल में. इस बीच सबसे हैरान कर देने वाली बात तो यह भी है कि कोविड संक्रमण के बाद से ही झारखंड के अधिकांश जिलों में सीधे तौर पर कैदियो से मुलाकात पर पाबंदी लगी हुई है , आलम यह है की वकील भी अपने मुवक्किल से मुलाकात नहीं कर पा रहे हैं. लेकिन उसी जेल में बड़े आराम से गैंगस्टर फोन पर बातें कर रहे हैं अपने गुर्गों को जेल के बाहर कांड करने की हिदायत दे रहे हैं. जेल के अंदर बैठे गैंगस्टर पुलिस के लिए समस्या खड़ी कर रहे हैं. एंटी एक्सटॉर्शन सेल अमन सुजीत के गुर्गों पर विशेष नजर रख रही है. हाल के दिनों में जितने भी रंगदारी के मामले आए हैं उन सभी में सुजीत सिन्हा और अमन साव के नाम ही सामने आए हैं.

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