रांची: माकपा नेता सुभाष मुंडा हत्याकांड में शामिल एक और आरोपी को रांची पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपी का नाम कन्हैया है. कन्हैया सुभाष मुंडा हत्याकांड की साजिश में शामिल था. गिरफ्तार कन्हैया के खिलाफ रांची और खूंटी के अलग-अलग थानों में 24 से अधिक मामले दर्ज हैं. रांची एसएसपी को मिली सूचना के आधार पर नगड़ी थानेदार रोहित कुमार ने आरोपी कन्हैया सिंह को धर दबोचा.
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तीनों शूटरों को दी थी पनाह: माकपा नेता सह जमीन कारोबारी सुभाष मुंडा हत्या की साजिश में इससे पहले छोटू खलखो, विनोद कुमार और अभिजीत उर्फ पाड़ी को गिरफ्तार किया जा चुका है. गिरफ्तार अपराधियों ने ही पूछताछ में यह खुलासा किया था कि सुभाष मुंडा की हत्या की साजिश रचने में कन्हैया सिंह भी शामिल था. छोटू के द्वारा बुलाकर लाए गए तीनों शूटरों को कन्हैया सिंह ने अपने घर में पनाह दी थी. इसके बदले उसे 50 हजार रुपये मिले थे. कन्हैया सिंह के घर में रहकर ही शूटर सुभाष मुंडा की रेकी कर रहे थे और मौका पाकर सुभाष मुंडा की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
22 मामले दर्ज है कन्हैया सिंह पर: सुभाष मुंडा की हत्या के बाद कन्हैया सिंह भूमिगत हो गया था. कन्हैया सिंह की तलाश में रांची पुलिस लगातार रांची और रांची से बाहर छापेमारी कर रही थी. पुलिस के दबाव की वजह से वह भागा-भागा फिर रहा था. इसी बीच गुप्त सूचना के आधार पर नगड़ी थानेदार के द्वारा की गई कार्रवाई में वह गिरफ्तार कर लिया गया. रांची पुलिस के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार कन्हैया सिंह पर 24 आपराधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं. रांची के अलावा खूंटी के कर्रा थाना में कन्हैया के खिलाफ 10 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. जिसमें से आर्म्स एक्ट के कई मामले हैं. रांची के बेड़ो, सिकिदरी, धुर्वा, बरियातू, रातू, कोतवाली, अनगड़ा, जगन्नाथपुर और इटकी थाने में भी कन्हैया सिंह के खिलाफ मामले दर्ज हैं.
अपराधियों ने सुभाष को सात गोली मारी थी: नगड़ी थाना क्षेत्र के दलादली चौक स्थित पार्टी कार्यालय में 26 जुलाई की शाम घुसकर अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर माकपा नेता सुभाष मुंडा की हत्या कर दी थी. इस वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी मौके से फरार हो गए थे. घटना की जानकारी मिलने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर उत्पात मचाया था.