रांची: राज्य भर की आंगनबाड़ी सेविका अपनी कई मांगों को लेकर राजधानी के राजभवन और मोरबादी मैदान के सामने पिछले 8 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी हुई है.
आंदोलन होगा और उग्र
झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन और कर्मचारी संघ के तत्वाधान में बैठी राज्य भर की आंगनबाड़ी सेविकाओं का कहना है कि राज्य सरकार जल्द से जल्द हमारी मांगों को पूरी करे अन्यथा उनका आंदोलन और भी उग्र होगा. उनका कहना है कि पिछले 8 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर वे लोग बैठे हुए हैं जिस वजह से उनका और उनके परिवार का काफी नुकसान हो रहा है.
लिखित समझौता को अविलंब लागू करने की मांग
झारखंड आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन के प्रदेश संयोजक रामचंद्र पासवान ने बताया कि सरकार के साथ जो भी हमारी लिखित समझौता हुई है, उसे अविलंब लागू करें, अन्यथा राज्य भर की आंगनवाड़ी सेविका और सहिया के काम ठप करने से आंगनबाड़ी केंद्र में जो भी नुकसान होगा उसकी जिम्मेदार सरकार होगी.
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क्या है आंगनबाड़ी सेविकाओं की मांग
- राज्य में वर्षों से सेवा दे रही आंगनवाड़ी सेविका का जल्द से जल्द स्थायीकरण किया जाए
- आंगनबाड़ी सेविकाओं को 20 हजार और सहिया को 15 हजार वेतन निर्धारित किया जाए
- महिला पर्यवेक्षिका के पद को स्नातक पास सेविकाओं को सीधी नियुक्ति किया जाये
- सेवानिवृत्ति की उम्र सीमा को 7 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष की जाए
- मृतक सेविका एवं सहिया के पद पर आश्रितों को सीधी नियुक्ति की जाए