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संसद में अमित शाह ने कांग्रेस-जेएमएम पर कसा तंज, कहा- खरीदने और बेचने वाले मिलकर बना रहे लोकतंत्र का मजाक - झारखंड न्यूज

संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस और झामुमो पर खूब तंज कसा. उन्होंने कहा कि सरकार बचाने के लिए जो बिकते और खरीदते थे, आज साथ-साथ बैठकर लोकतंत्र का मजाक बना रहे हैं.

Amit Shah targets Congress JMM
Amit Shah targets Congress JMM
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Published : Aug 10, 2023, 7:40 AM IST

Updated : Aug 10, 2023, 9:11 AM IST

नई दिल्लीः नरेंद्र मोदी सरकार को लेकर कांग्रेस द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चल रहे बहस में गृह मंत्री अमित शाह ने पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि आज जो प्रस्ताव को लाया गया है और जो लोग इस प्रस्ताव के समर्थन में खड़े हैं, उन लोगों ने देश के साथ क्या किया है, यह देश बेहतर तरीके से जानता है. अमित शाह ने अपने संबोधन में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के संबंधों पर भी कटाक्ष किया. उन्होंने जमकर कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा पर हमला बोला. अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस सरकार चलाने के लिए किसी भी तरह के भ्रष्टाचार को करने से नहीं पीछे रहती है. आज जिन पार्टियों का समर्थन लेकर वो इस अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आए हैं, इस तरह के कारनामे से इनका पुराना नाता रहा है.

ये भी पढ़ेंः संसद में राहुल के बयान पर महासंग्राम, कहा- इन्होंने मेरी मां की हत्या की...भारत माता की हत्या की

कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के ऊपर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि 28 जुलाई 1993 को भाजपा द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने किस तरीके से नरसिम्हा राव की सरकार बनाई थी, यह पूरा देश जानता है. सांसद घूसकांड की पूरी कहानी देश के जनता के मन में है. सब लोग यह जानते हैं कि झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने संसद की मर्यादा को किस तरीके से तार तार किया था.

आज कांग्रेस के बगल में बैठ कर झारखंड मुक्ति मोर्चा इस बात की चर्चा कर रही है कि देश में लोकतंत्र खत्म हो गया है. मणिपुर की घटना को लेकर के भी अमित शाह ने झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के नेताओं द्वारा दिए गए बयान पर जमकर हमला बोला. आपको बता दें कि संसद में महुआ माजी ने आदिवासियों के साथ अन्याय और आदिवासी समाज के साथ अनदेखी का आरोप लगाते हुए अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में संसद में अपनी बात रखी थी.

  • माननीय गृहमंत्री श्री @amitshah जी ने आज एक बार फिर से लोकसभा में देश को याद दिलाया कि कैसे पैसों की घूस लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने झारखंड अलग राज्य आंदोलन को बेचा था।

    नरसिम्हा राव जी की सरकार को बचाने के लिए यदि झामुमो चाहता तो अलग राज्य की शर्त रख सकता था, लेकिन उस समय भी… pic.twitter.com/mXM8Lp5nxD

    — Raghubar Das (@dasraghubar) August 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

रघुवर दास ने किया ट्वीटः पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने संसद में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान गृह मंत्री अमित शाह के दिए बयान को लेकर ट्वीट किया है. ट्वीट करते हुए उन्होंने जेएमएम पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि झामुमो ने कैसे रिश्वत लेकर झारखंड आंदोलन को बेच दिया था. झामुमो ने अलग राज्य के बदले पैसों को तरजीह दी थी. सैकड़ों आंदोलनकारियों के साथ यह धोखा था. यह राज्य के लिए बदनुमा दाग है.

क्या था 1993 का कैश कांडः 28 जुलाई 1993 को बीजेपी ने नरसिम्हा राव सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था. जिसमें यह माना जा रहा था कि नरसिम्हा राव की सरकार चली जाएगी. उस समय झारखंड मुक्ति मोर्चा के चार सांसद हुआ करते थे. जिसमें वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन भी सांसद थे. नरसिम्हा राव की सरकार बचाने के लिए यह बात सामने आई थी कि सभी सांसदों ने 50-50 लाख रुपए लिए थे और नरसिम्हा राव की सरकार के पक्ष में अपना समर्थन दिया था.

हालांकि बाद में इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई गई और सीबीआई जांच में कई चौंकाने वाले मामले भी सामने आए थे. दिल्ली के सरोजिनी नगर के पंजाब नेशनल बैंक का खाता संख्या 17108 उस समय काफी चर्चा में था. क्योंकि इसी खाते में घूस के पैसे डाले गए थे. हालांकि बाद में झारखंड मुक्ति मोर्चा के ही एक सांसद ने संसद में आकर के इस बात को स्वीकार किया था कि उन्हें पैसे कैसे दिए गए और उस पैसे को किस तरीके से पार्टी फंड का बता करके, कैसे उस पैसे को छुपाया गया. पूरे देश में सांसदों द्वारा यह कैशकांड लोकतंत्र पर एक काला धब्बा माना जाता है.

नई दिल्लीः नरेंद्र मोदी सरकार को लेकर कांग्रेस द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चल रहे बहस में गृह मंत्री अमित शाह ने पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि आज जो प्रस्ताव को लाया गया है और जो लोग इस प्रस्ताव के समर्थन में खड़े हैं, उन लोगों ने देश के साथ क्या किया है, यह देश बेहतर तरीके से जानता है. अमित शाह ने अपने संबोधन में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के संबंधों पर भी कटाक्ष किया. उन्होंने जमकर कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा पर हमला बोला. अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस सरकार चलाने के लिए किसी भी तरह के भ्रष्टाचार को करने से नहीं पीछे रहती है. आज जिन पार्टियों का समर्थन लेकर वो इस अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आए हैं, इस तरह के कारनामे से इनका पुराना नाता रहा है.

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कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के ऊपर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि 28 जुलाई 1993 को भाजपा द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने किस तरीके से नरसिम्हा राव की सरकार बनाई थी, यह पूरा देश जानता है. सांसद घूसकांड की पूरी कहानी देश के जनता के मन में है. सब लोग यह जानते हैं कि झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने संसद की मर्यादा को किस तरीके से तार तार किया था.

आज कांग्रेस के बगल में बैठ कर झारखंड मुक्ति मोर्चा इस बात की चर्चा कर रही है कि देश में लोकतंत्र खत्म हो गया है. मणिपुर की घटना को लेकर के भी अमित शाह ने झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के नेताओं द्वारा दिए गए बयान पर जमकर हमला बोला. आपको बता दें कि संसद में महुआ माजी ने आदिवासियों के साथ अन्याय और आदिवासी समाज के साथ अनदेखी का आरोप लगाते हुए अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में संसद में अपनी बात रखी थी.

  • माननीय गृहमंत्री श्री @amitshah जी ने आज एक बार फिर से लोकसभा में देश को याद दिलाया कि कैसे पैसों की घूस लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने झारखंड अलग राज्य आंदोलन को बेचा था।

    नरसिम्हा राव जी की सरकार को बचाने के लिए यदि झामुमो चाहता तो अलग राज्य की शर्त रख सकता था, लेकिन उस समय भी… pic.twitter.com/mXM8Lp5nxD

    — Raghubar Das (@dasraghubar) August 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

रघुवर दास ने किया ट्वीटः पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने संसद में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान गृह मंत्री अमित शाह के दिए बयान को लेकर ट्वीट किया है. ट्वीट करते हुए उन्होंने जेएमएम पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि झामुमो ने कैसे रिश्वत लेकर झारखंड आंदोलन को बेच दिया था. झामुमो ने अलग राज्य के बदले पैसों को तरजीह दी थी. सैकड़ों आंदोलनकारियों के साथ यह धोखा था. यह राज्य के लिए बदनुमा दाग है.

क्या था 1993 का कैश कांडः 28 जुलाई 1993 को बीजेपी ने नरसिम्हा राव सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था. जिसमें यह माना जा रहा था कि नरसिम्हा राव की सरकार चली जाएगी. उस समय झारखंड मुक्ति मोर्चा के चार सांसद हुआ करते थे. जिसमें वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन भी सांसद थे. नरसिम्हा राव की सरकार बचाने के लिए यह बात सामने आई थी कि सभी सांसदों ने 50-50 लाख रुपए लिए थे और नरसिम्हा राव की सरकार के पक्ष में अपना समर्थन दिया था.

हालांकि बाद में इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई गई और सीबीआई जांच में कई चौंकाने वाले मामले भी सामने आए थे. दिल्ली के सरोजिनी नगर के पंजाब नेशनल बैंक का खाता संख्या 17108 उस समय काफी चर्चा में था. क्योंकि इसी खाते में घूस के पैसे डाले गए थे. हालांकि बाद में झारखंड मुक्ति मोर्चा के ही एक सांसद ने संसद में आकर के इस बात को स्वीकार किया था कि उन्हें पैसे कैसे दिए गए और उस पैसे को किस तरीके से पार्टी फंड का बता करके, कैसे उस पैसे को छुपाया गया. पूरे देश में सांसदों द्वारा यह कैशकांड लोकतंत्र पर एक काला धब्बा माना जाता है.

Last Updated : Aug 10, 2023, 9:11 AM IST
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