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1000 करोड़ के अवैध खनन में आरोपी बनेगा अमित अग्रवाल, ईडी कर रही है तैयारी - Ranchi news

साहिबगंज अवैध खनन (Sahibganj illegal mining) मामले में अमित अग्रवाल को भी आरोपी बनाया जाएगा. इसको लेकर ईडी तैयारी शुरू कर दी है. ईडी अधिकारी सूत्रों ने बताया कि अवैध खनन से जुड़े कई साक्ष्य मिले हैं.

Sahibganj illegal mining
1000 करोड़ के अवैध खनन में आरोपी बनेगा अमित अग्रवाल
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Published : Nov 22, 2022, 10:45 PM IST

रांचीः ईडी की ओर से गिरफ्तार किए गए कोलकाता के चर्चित कारोबारी अमित अग्रवाल की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. ईडी से मिली जानकारी के अनुसार 1000 करोड़ के अवैध खनन (Illegal mining worth 1000 crores) मामले में अमित अग्रवाल को आरोपी बनाया जाएगा. इसको लेकर ईडी की ओर से तैयारी शुरू कर दी है.

यह भी पढ़ेंः अमित अग्रवाल को ईडी ने विशेष अदालत में किया पेश, 7 दिनों की मिली रिमांड, जोनल ऑफिस रांची में होगी पूछताछ

दरअसल, ईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध खनन में गंगा नदी के रास्ते बड़े पैमाने पर अवैध चिप्स और बोल्डर की तस्करी बंगाल, बिहार आदि राज्यों में की गई थी. 1000 करोड़ के अवैध खनन और ट्रांसपोर्टिंग के मामले में ईडी को कई महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं, जिससे अंदेशा है कि अमित अग्रवाल की विभिन्न कंपनियों के जरिए अवैध खनन से अर्जित राशि की मनी लाउंड्रिंग की गई. इसी आधार पर अमित अग्रवाल को ईडी ने आरोपी बनाने की तैयारी कर रही है. पूर्व में ईडी ने जो चार्जशीट दी है उसमें बताया गया है कि गंगा नदी के रास्ते बड़े पैमानें पर चिप्स और बोल्डर की अवैध तरीके से बगैर चालान ट्रांसपोर्टेशन की गई है.


झारखंड में शेल कंपनियों से जुड़ी याचिका को मैनेज करने के मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तार कारोबारी अमित अग्रवाल की बड़ी योजना साहिबगंज में गंगा नदी के रास्ते कार्गो शिप संचालन की थी. शिप संचालन के लिए अमित अग्रवाल इग्लैंड वाटरवेज ऑथोरिटी आफ इंडिया (आईडब्लूएआई) से अनुमति भी मांगी थी. यह अनुमति साहिबगंज से बंगाल के मायापुर के बीच जलयान चलाने के लिए ली गई थी. इस रास्ते का प्रयोग भी अवैध खनन के लिए किया जाना था.

अमित अग्रवाल मूल रूप से कोलकाता के व्यवसायी हैं. रियल स्टेट, जामताड़ा में वनस्पति तेल के उद्योग सहित कई कारोबार से जुड़े हैं. झारखंड में सत्ता के गलियारों में काफी सक्रिय रहे हैं. सत्ताधीशों के बीच इनकी अच्छी पकड़ है. साल 2020 में आयकर विभाग ने कार्रवाई की थी और गड़बड़ियां पकड़ी थी. झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार को अमित अग्रवाल की शिकायत पर ही कोलकाता पुलिस ने 50 लाख रुपये नकदी के साथ गिरफ्तार किया था. अमित अग्रवाल ने शेल कंपनियों से जुड़े याचिका में पैसे मांगने का आरोप राजीव कुमार पर लगाया था. इस मामले में ईडी ने अलग से मनी लाउंड्रिंग का केस दर्ज किया. रांची एयरपोर्ट से ईडी ने अमित अग्रवाल को गिरफ्तार किया था. अमित अग्रवाल फिलहाल रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में न्यायिक हिरासत में है.

रांचीः ईडी की ओर से गिरफ्तार किए गए कोलकाता के चर्चित कारोबारी अमित अग्रवाल की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. ईडी से मिली जानकारी के अनुसार 1000 करोड़ के अवैध खनन (Illegal mining worth 1000 crores) मामले में अमित अग्रवाल को आरोपी बनाया जाएगा. इसको लेकर ईडी की ओर से तैयारी शुरू कर दी है.

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दरअसल, ईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध खनन में गंगा नदी के रास्ते बड़े पैमाने पर अवैध चिप्स और बोल्डर की तस्करी बंगाल, बिहार आदि राज्यों में की गई थी. 1000 करोड़ के अवैध खनन और ट्रांसपोर्टिंग के मामले में ईडी को कई महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं, जिससे अंदेशा है कि अमित अग्रवाल की विभिन्न कंपनियों के जरिए अवैध खनन से अर्जित राशि की मनी लाउंड्रिंग की गई. इसी आधार पर अमित अग्रवाल को ईडी ने आरोपी बनाने की तैयारी कर रही है. पूर्व में ईडी ने जो चार्जशीट दी है उसमें बताया गया है कि गंगा नदी के रास्ते बड़े पैमानें पर चिप्स और बोल्डर की अवैध तरीके से बगैर चालान ट्रांसपोर्टेशन की गई है.


झारखंड में शेल कंपनियों से जुड़ी याचिका को मैनेज करने के मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तार कारोबारी अमित अग्रवाल की बड़ी योजना साहिबगंज में गंगा नदी के रास्ते कार्गो शिप संचालन की थी. शिप संचालन के लिए अमित अग्रवाल इग्लैंड वाटरवेज ऑथोरिटी आफ इंडिया (आईडब्लूएआई) से अनुमति भी मांगी थी. यह अनुमति साहिबगंज से बंगाल के मायापुर के बीच जलयान चलाने के लिए ली गई थी. इस रास्ते का प्रयोग भी अवैध खनन के लिए किया जाना था.

अमित अग्रवाल मूल रूप से कोलकाता के व्यवसायी हैं. रियल स्टेट, जामताड़ा में वनस्पति तेल के उद्योग सहित कई कारोबार से जुड़े हैं. झारखंड में सत्ता के गलियारों में काफी सक्रिय रहे हैं. सत्ताधीशों के बीच इनकी अच्छी पकड़ है. साल 2020 में आयकर विभाग ने कार्रवाई की थी और गड़बड़ियां पकड़ी थी. झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार को अमित अग्रवाल की शिकायत पर ही कोलकाता पुलिस ने 50 लाख रुपये नकदी के साथ गिरफ्तार किया था. अमित अग्रवाल ने शेल कंपनियों से जुड़े याचिका में पैसे मांगने का आरोप राजीव कुमार पर लगाया था. इस मामले में ईडी ने अलग से मनी लाउंड्रिंग का केस दर्ज किया. रांची एयरपोर्ट से ईडी ने अमित अग्रवाल को गिरफ्तार किया था. अमित अग्रवाल फिलहाल रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में न्यायिक हिरासत में है.

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