रांची: भाजपा नेता सह बिल्डर रमेश सिंह एक बार फिर से अमन साव गिरोह के निशाने पर हैं. गैंगस्टर अमन और सुजीत सिन्हा के खास मयंक ने टेलीग्राम पर मैसेज भेज रमेश सिंह से दो करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग की है नही देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी गई है. 2019 में भी रमेश सिंह से रंगदारी मांगी गई थी, इनकार करने पर उनकी हत्या की साजिश रची गई थी. लेकिन वारदात से पहले ही सभी अपराधी गिरफ्तार कर लिए गए थे.
पैसे नहीं मिला तो ठोक दूंगा
भाजपा नेता और बिल्डर रमेश सिंह से मयंक सिंह ने दो करोड़ रुपये रंगदारी तो मांगी ही है, इसके अलावा प्रति कट्ठा जमीन पर 2 लाख रुपये की मांग की गई है. बिल्डर रमेश सिंह के बयान पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है. प्राथमिकी के अनुसार बिल्डर रमेश सिंह के टेलीग्राम अकाउंट पर रंगदारी का मैसेज आया था. रंगदारी का पैसा नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी गई है. मैसेज में लिखा गया है कि पैसे नहीं मिले तो ठोक दूंगा.
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दहशत में रमेश सिंह का परिवार
धमकी मिलने के बाद रमेश सिंह का पूरा परिवार दहशत में है. दूसरी तरफ पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है. बुधवार को ही रांची के ओरमांझी में भाजपा नेता जीतराम मुंडा की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी, अब दूसरे ही दिन रमेश सिंह को धमकी मिली है.
नीदरलैंड और इराक के नंबरों से करते हैं फोन
जेल में बैठ कर रंगदार इंटरनेट आधारित कॉलिंग कर रहे हैं. नीदरलैंड और इराक के वर्चुअल नंबरों से ही वाट्सएप कॉलिंग की जा रही है. खुद को अमन-सुजीत का खास बताने वाला मयंक नाम का शख्स भी कॉलिंग और मैसेज भेजने के लिए वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल कर रहा है. इसलिए नंबरों को ट्रैक करने में पुलिस को परेशानी हो रही है. मयंक कौन है या पुलिस आज तक पता नहीं लगा पाई है. लेकिन उसके खिलाफ राज्यभर के अलग-अलग थानों में एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं.
2019 में सुजीत सिन्हा ने रची थी हत्या की साजिश
2019 के अगस्त महीने में रांची भाजपा के कोषाध्यक्ष और बिल्डर रमेश सिंह और बरियातू रोड में रहने वाले माइंस कारोबारी व्यवसायी अविनाश झा की हत्या की साजिश गैंगेस्टर सुजीत सिन्हा ने रची थी. उस दौरान जेल से ही मोबाइल फोन पर सुजीत ने रामगढ़ और बिहार के कुछ शूटरों से संपर्क किया था. लेकिन पूरे मामले की जानकारी ऐन मौके पर सीआईडी को मिल गई थी, जिसके बाद सीआईडी के स्तर पर पूरे मामले में टीम का गठन किया गया था. सीआईडी और रांची पुलिस ने इस मामले में इमरान, बबलू खान नाम के संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. सुजीत-अमन की गिनती झारखंड पुलिस के ए प्लस कैटैगरी के अपराधियों में होती है, सुजीत के खिलाफ कुल 51 मामले दर्ज हैं. 2019 में ही दोहरे हत्याकांड में उसे उम्रकैद की सजा हुई थी. वहीं, अमन साव भी वर्तमान समय मे रांची जेल में बंद है.