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ट्राइबल हेरिटेज ऑफ इंडिया फोटोग्राफी प्रतियोगिता के सभी पुरस्कार प. बंगाल के नाम, आलोक अविनाश की तस्वीर प्रथम

19 अगस्त को विश्व फोटोग्राफी दिवस पर शुरू की गई ट्राइबल हेरिटेज ऑफ इंडिया फोटोग्राफी प्रतियोगिता (Tribal Heritage of India Photography Competition ) मंगलवार को विजेताओं के नाम की घोषणा के साथ संपन्न हो गई.

All prizes of Tribal Heritage of India Photography Competition goes to west bengal participants
ट्राइबल हेरिटेज ऑफ इंडिया फोटोग्राफी प्रतियोगिता के सभी पुरस्कार प. बंगाल के नाम
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Published : Nov 23, 2021, 10:55 PM IST

रांची: 19 अगस्त को विश्व फोटोग्राफी दिवस पर शुरू की गई ट्राइबल हेरिटेज ऑफ इंडिया फोटोग्राफी प्रतियोगिता (Tribal Heritage of India Photography Competition ) मंगलवार को विजेताओं के नाम की घोषणा के साथ संपन्न हो गई. इसमें देश के 16 राज्यों की 51 से अधिक प्रविष्टियां शामिल हुईं थीं. इसमें पेश की गई पुरुलिया के आलोक अविनाश की संथाल आदिवासियों के करमा पूजा अनुष्ठान की तस्वीर को प्रथम चुना गया.

ये भी पढ़ें-BJP Working Committee Meeting: पंचायत चुनाव को लेकर 27 नवंबर से बीजेपी का आंदोलन, कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी


प्रतियोगिता में पश्चिम बंगाल राज्य के पुरुलिया निवासी आलोक अविनाश ने संथालों के करमा पूजा अनुष्ठान की तस्वीर के साथ प्रथम स्थान अर्जित किया है. निर्णायकों ने बताया कि यह तस्वीर बिना चेहरे वाली मजबूत छवि के साथ, सामान्य कपड़ों के साथ हाथ पकड़कर और प्रकृति की पूजा करने वाली महिलाओं की एकता का प्रतिनिधित्व करता है. वर्तमान समय में जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय चुनौतियों के युग में यह तस्वीर बहुत प्रासंगिक है.

All prizes of Tribal Heritage of India Photography Competition goes to west bengal participants
ट्राइबल हेरिटेज ऑफ इंडिया फोटोग्राफी प्रतियोगिता के सभी पुरस्कार प. बंगाल के नाम
सोमेनाथ को दूसरा स्थान

दूसरा स्थान पश्चिम बंगाल के सिउरी निवासी सोमेनाथ मुखोपाध्याय ने हासिल किया, उनकी ओर से साल के पत्तों से बने प्राकृतिक रेनकोट के नीचे शरण लेने वाली संथाल महिलाओं के एक समूह की तस्वीर प्रतियोगिता में बतौर प्रविष्टि शामिल की गई थी. जिसे निर्णायकों ने संचार और भावना, अंतरंगता और हास्य भावना को व्यक्त करने वाले दृश्य के रूप में वर्णित किया है, जो सुंदर रंग और जीवंतता के साथ है.

All prizes of Tribal Heritage of India Photography Competition goes to west bengal participants
ट्राइबल हेरिटेज ऑफ इंडिया फोटोग्राफी प्रतियोगिता के सभी पुरस्कार प. बंगाल के नाम
भवानीपुर के सुदीप्तो को तीसरा स्थानतीसरा स्थान पश्चिम बंगाल राज्य के भवानीपुर निवासी सुदीप्तो दास ने अर्जित किया है, उनके द्वारा एक युवा लड़की और एक गाय की तस्वीर, प्रतियोगिता में बतौर प्रविष्टि शामिल की गई थी. तस्वीर की पृष्ठभूमि में एक ताजा चित्रित और अलंकृत घर है, जैसा कि सोहराय उत्सव में होता है. यह बोलती तस्वीर दयालुता और मासूमियत को दर्शाती है और साथ ही साथ अपने जीवंत रंगों और उत्कृष्ट रचना के माध्यम से उत्सव और कृतज्ञता के संबंध को उजागर करती है.
All prizes of Tribal Heritage of India Photography Competition goes to west bengal participants
ट्राइबल हेरिटेज ऑफ इंडिया फोटोग्राफी प्रतियोगिता के सभी पुरस्कार प. बंगाल के नाम
बरुण को चौथा स्थानचौथा स्थान पश्चिम बंगाल राज्य के पुरूलिया निवासी बरुण राजगढ़िया ने हासिल किया है, जिनके द्वारा दो महिलाओं की तस्वीर जो अपनी पारंपरिक सुंदरता वाले वस्त्र पहने हुए लौटुम्बा के माध्यम से एक पेय साझा करती हैं. सूखी लौकी से बने एक प्राकृतिक बर्तन में, यह तस्वीर अपनी गतिशील रचना, जीवंत रंग और आकर्षक वस्त्र के माध्यम से एक साझा क्षण और आनंदमय माहौल को दर्शाती है.
All prizes of Tribal Heritage of India Photography Competition goes to west bengal participants
ट्राइबल हेरिटेज ऑफ इंडिया फोटोग्राफी प्रतियोगिता के सभी पुरस्कार प. बंगाल के नाम
इस तस्वीर को पांचवा स्थानपांचवा स्थान पश्चिम बंगाल राज्य के कोलकाता निवासी देवदत्त चक्रवर्ती ने अर्जित किया है, जिन्होंने अपनी तस्वीर में एक बुजुर्ग जोड़े के अंतरंग क्षण, प्रकाश और स्पष्टता के माध्यम से कुशलता से कैद किए गए हैं. ये थे आयोजक

ट्राइबल हेरिटेज ऑफ इंडिया फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन ट्राइबल डिजाइन फोरम के सदस्यों और सहयोगियों की ओर से संचालित विभिन्न उद्यमों के साथ साझेदारी में किया गया था. इसमें आजम एम्बा, इंडीजीनियस पीपुल्स डिजाइन लैब, रेड डिजाइन और रूमबुल झारखंड, चितकू डिजाइन स्टूडियो उत्तराखंड, डाक-टी क्राफ्ट मेघालय, ला सिक्किम में, स्टूडियो ज़ेंग असम, वोवेन थ्रेड्स नागालैंड और ज्वेल ट्री लंदन ने सहयोग किया था.

प्रतियोगिता के आयोजन का यह मकसद

प्रतियोगिता के सफल समापन पर ट्राइबल डिजाइन फोरम के संयोजक सुधीर जॉन होरो ने संबोधन में कहा कि ट्राइबल हेरिटेज ऑफ इंडिया फोटोग्राफी प्रतियोगिता ट्राइबल डिजाइन फोरम के प्रयासों में से एक है. फोरम का उद्देश्य एक मंच तैयार करना है. इसके जरिये छिपे हुए पहलुओं, आदिवासी संस्कृति और ज्ञान प्रणालियों का अधिक से अधिक दृश्यता प्रदान करने के लिए फोटोग्राफी के सार्थक और प्रभावी उपयोग पर विस्तार से चर्चा–परिचर्चा करने की कोशिश की जा रही है.

साथ ही भारत और दुनिया भर में दर्शकों के साथ समृद्ध जनजातीय विरासत का पता लगाने की कोशिश की जा रही है. ट्राइबल डिजाइन फोरम जल्द ही फोटोग्राफी प्रतियोगिता के एक और संस्करण की घोषणा करेगा.

इन्होंने किया चुनाव

प्रतियोगिता में प्रस्तुत प्रविष्टियां का मूल्यांकन फोटोग्राफरों और विशेषज्ञों के एक अंतरराष्ट्रीय पैनल ने किया. इन निर्णायकों ने दुनिया के विभिन्न हिस्सों में आदिवासियों के साथ काम किया है. अंतरराष्ट्रीय पैनल में नाइजीरिया के अकिंतुंडे अंकिंलिये, कुक आइलैंड्स के एलेक्स किंग, भारत के अमन छोटानी, ऑस्ट्रेलिया के डॉ. डैनी मेलोर, इक्वाडोर के फेलिप जकोमे, पेरू के जेरो गोंजालेस, नीदरलैंड के पीटर बोस और अमेरिका के टेलर इर्विन शामिल थे.

रांची: 19 अगस्त को विश्व फोटोग्राफी दिवस पर शुरू की गई ट्राइबल हेरिटेज ऑफ इंडिया फोटोग्राफी प्रतियोगिता (Tribal Heritage of India Photography Competition ) मंगलवार को विजेताओं के नाम की घोषणा के साथ संपन्न हो गई. इसमें देश के 16 राज्यों की 51 से अधिक प्रविष्टियां शामिल हुईं थीं. इसमें पेश की गई पुरुलिया के आलोक अविनाश की संथाल आदिवासियों के करमा पूजा अनुष्ठान की तस्वीर को प्रथम चुना गया.

ये भी पढ़ें-BJP Working Committee Meeting: पंचायत चुनाव को लेकर 27 नवंबर से बीजेपी का आंदोलन, कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी


प्रतियोगिता में पश्चिम बंगाल राज्य के पुरुलिया निवासी आलोक अविनाश ने संथालों के करमा पूजा अनुष्ठान की तस्वीर के साथ प्रथम स्थान अर्जित किया है. निर्णायकों ने बताया कि यह तस्वीर बिना चेहरे वाली मजबूत छवि के साथ, सामान्य कपड़ों के साथ हाथ पकड़कर और प्रकृति की पूजा करने वाली महिलाओं की एकता का प्रतिनिधित्व करता है. वर्तमान समय में जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय चुनौतियों के युग में यह तस्वीर बहुत प्रासंगिक है.

All prizes of Tribal Heritage of India Photography Competition goes to west bengal participants
ट्राइबल हेरिटेज ऑफ इंडिया फोटोग्राफी प्रतियोगिता के सभी पुरस्कार प. बंगाल के नाम
सोमेनाथ को दूसरा स्थान

दूसरा स्थान पश्चिम बंगाल के सिउरी निवासी सोमेनाथ मुखोपाध्याय ने हासिल किया, उनकी ओर से साल के पत्तों से बने प्राकृतिक रेनकोट के नीचे शरण लेने वाली संथाल महिलाओं के एक समूह की तस्वीर प्रतियोगिता में बतौर प्रविष्टि शामिल की गई थी. जिसे निर्णायकों ने संचार और भावना, अंतरंगता और हास्य भावना को व्यक्त करने वाले दृश्य के रूप में वर्णित किया है, जो सुंदर रंग और जीवंतता के साथ है.

All prizes of Tribal Heritage of India Photography Competition goes to west bengal participants
ट्राइबल हेरिटेज ऑफ इंडिया फोटोग्राफी प्रतियोगिता के सभी पुरस्कार प. बंगाल के नाम
भवानीपुर के सुदीप्तो को तीसरा स्थानतीसरा स्थान पश्चिम बंगाल राज्य के भवानीपुर निवासी सुदीप्तो दास ने अर्जित किया है, उनके द्वारा एक युवा लड़की और एक गाय की तस्वीर, प्रतियोगिता में बतौर प्रविष्टि शामिल की गई थी. तस्वीर की पृष्ठभूमि में एक ताजा चित्रित और अलंकृत घर है, जैसा कि सोहराय उत्सव में होता है. यह बोलती तस्वीर दयालुता और मासूमियत को दर्शाती है और साथ ही साथ अपने जीवंत रंगों और उत्कृष्ट रचना के माध्यम से उत्सव और कृतज्ञता के संबंध को उजागर करती है.
All prizes of Tribal Heritage of India Photography Competition goes to west bengal participants
ट्राइबल हेरिटेज ऑफ इंडिया फोटोग्राफी प्रतियोगिता के सभी पुरस्कार प. बंगाल के नाम
बरुण को चौथा स्थानचौथा स्थान पश्चिम बंगाल राज्य के पुरूलिया निवासी बरुण राजगढ़िया ने हासिल किया है, जिनके द्वारा दो महिलाओं की तस्वीर जो अपनी पारंपरिक सुंदरता वाले वस्त्र पहने हुए लौटुम्बा के माध्यम से एक पेय साझा करती हैं. सूखी लौकी से बने एक प्राकृतिक बर्तन में, यह तस्वीर अपनी गतिशील रचना, जीवंत रंग और आकर्षक वस्त्र के माध्यम से एक साझा क्षण और आनंदमय माहौल को दर्शाती है.
All prizes of Tribal Heritage of India Photography Competition goes to west bengal participants
ट्राइबल हेरिटेज ऑफ इंडिया फोटोग्राफी प्रतियोगिता के सभी पुरस्कार प. बंगाल के नाम
इस तस्वीर को पांचवा स्थानपांचवा स्थान पश्चिम बंगाल राज्य के कोलकाता निवासी देवदत्त चक्रवर्ती ने अर्जित किया है, जिन्होंने अपनी तस्वीर में एक बुजुर्ग जोड़े के अंतरंग क्षण, प्रकाश और स्पष्टता के माध्यम से कुशलता से कैद किए गए हैं. ये थे आयोजक

ट्राइबल हेरिटेज ऑफ इंडिया फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन ट्राइबल डिजाइन फोरम के सदस्यों और सहयोगियों की ओर से संचालित विभिन्न उद्यमों के साथ साझेदारी में किया गया था. इसमें आजम एम्बा, इंडीजीनियस पीपुल्स डिजाइन लैब, रेड डिजाइन और रूमबुल झारखंड, चितकू डिजाइन स्टूडियो उत्तराखंड, डाक-टी क्राफ्ट मेघालय, ला सिक्किम में, स्टूडियो ज़ेंग असम, वोवेन थ्रेड्स नागालैंड और ज्वेल ट्री लंदन ने सहयोग किया था.

प्रतियोगिता के आयोजन का यह मकसद

प्रतियोगिता के सफल समापन पर ट्राइबल डिजाइन फोरम के संयोजक सुधीर जॉन होरो ने संबोधन में कहा कि ट्राइबल हेरिटेज ऑफ इंडिया फोटोग्राफी प्रतियोगिता ट्राइबल डिजाइन फोरम के प्रयासों में से एक है. फोरम का उद्देश्य एक मंच तैयार करना है. इसके जरिये छिपे हुए पहलुओं, आदिवासी संस्कृति और ज्ञान प्रणालियों का अधिक से अधिक दृश्यता प्रदान करने के लिए फोटोग्राफी के सार्थक और प्रभावी उपयोग पर विस्तार से चर्चा–परिचर्चा करने की कोशिश की जा रही है.

साथ ही भारत और दुनिया भर में दर्शकों के साथ समृद्ध जनजातीय विरासत का पता लगाने की कोशिश की जा रही है. ट्राइबल डिजाइन फोरम जल्द ही फोटोग्राफी प्रतियोगिता के एक और संस्करण की घोषणा करेगा.

इन्होंने किया चुनाव

प्रतियोगिता में प्रस्तुत प्रविष्टियां का मूल्यांकन फोटोग्राफरों और विशेषज्ञों के एक अंतरराष्ट्रीय पैनल ने किया. इन निर्णायकों ने दुनिया के विभिन्न हिस्सों में आदिवासियों के साथ काम किया है. अंतरराष्ट्रीय पैनल में नाइजीरिया के अकिंतुंडे अंकिंलिये, कुक आइलैंड्स के एलेक्स किंग, भारत के अमन छोटानी, ऑस्ट्रेलिया के डॉ. डैनी मेलोर, इक्वाडोर के फेलिप जकोमे, पेरू के जेरो गोंजालेस, नीदरलैंड के पीटर बोस और अमेरिका के टेलर इर्विन शामिल थे.

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