रांची: कांग्रेस भवन में सोमवार को हुई मंत्री आलमगीर आलम की जनसुनवाई में दो दर्जन से अधिक जन शिकायतें सुनी गयीं. इस जनसुनवाई में अधिकांश मामले भूमि संबंधी थे. जनसुनवाई के दौरान पतरातू से एक दिलचस्प मामला मंत्री के पास आया, जब अपने बेटे के साथ आये लोकनाथ सिंह ने खुद को जीवित बताया और मंत्री से कहा कि सरकारी दस्तावेजों में उन्हें न सिर्फ मृत घोषित कर दिया गया है, बल्कि उन्हें निःसंतान भी बताया गया है.
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लोकनाथ सिंह ने कहा कि जमीन हड़पने के लिए भू-माफियाओं और सीआई-सीओ ने वंशावली में उन्हें मृत और नि:संतान बताया है. रामगढ़ जिले के पतरातू प्रखंड के उचरिंगा गांव के रैयत लोकनाथ सिंह और उनके बेटे प्रेम नाथ सिंह द्वारा इस मामले की जानकारी मिलते ही ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
न्याय के लिए भटक रहे दर-दर: लोकनाथ सिंह ने कहा कि वे अब तक कई जगहों पर वे अपने जिंदा होने की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिला. वे दर-दर भटक रहे हैं. उन्होंने बताया कि परिवार के अन्य सदस्यों को भी भू-माफियाओं ने मृत घोषित कर दिया है. लोकनाथ सिंह के बेटे ने बताया कि उनके पिता को नि:संतान और मृत घोषित कर कुछ जमीन बेच दी गयी है. जब उन्होंने इसकी शिकायत अंचल अधिकारी से की तो कोई कार्रवाई नहीं हुई और बेची गयी जमीन का दाखिल भी खारिज कर दिया गया.
दिव्यांग ने सरकारी मदद की लगाई गुहार: मंत्री आलमगीर आलम की जनसुनवाई में ओरमांझी से दिव्यांग गुलशन भी अपनी शिकायत लेकर पहुंचीं. उन्होंने कहा कि वह दिव्यांग और गरीब हैं, लेकिन उन्हें सरकार की ओर से कोई सुविधा नहीं मिलती है. ऐसे में मंत्री को उनकी मदद करनी चाहिए.
हर सोमवार होती है जनसुनवाई: बता दें कि कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर हर सोमवार को कांग्रेस कोटे के मंत्री जनसुनवाई कर फरियादियों की शिकायतें सुनते हैं और उनका तुरंत समाधान करने का प्रयास करते हैं. नवरात्रि के दौरान एक सोमवार छोड़ कर 28 अगस्त 2023 से लगातार जनसुनवाई चल रही है. अब बड़ी संख्या में फरियादी पहुंचने लगे हैं.