रांची: पिछले कुछ दिनों से झारखंड में मौसम का मिजाज बदला हुआ है. कुछ दिन पहले तक इस राज्य के कई जिलों में जैसे आग बरस रही थी लेकिन अब ठंडी हवाएं चल रही हैं. रह-रहकर बारिश हो रही है. लेकिन गर्मी से राहत के बीच वज्रपात और ओलावृष्टि से जानमाल को भी खतरा हो रहा है. पिछले कुछ दिनों में वज्रपास की वजह से कई लोग जान गंवा चुके हैं. ओलावृष्टि से सब्जी की फसल प्रभावित हुई है.
इस बीच रांची के मौसम केंद्र ने फिर अलर्ट जारी किया है. आज पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम के अलावा रांची, बोकारो, गढ़वा, हजारीबाग, लोहरदगा और रामगढ़ के कई इलाकों में मेघ गर्जन और वज्रपात से साथ बारिश की संभावना जतायी गयी है. इसका असर तो रांची के आसमान में दिखने भी लगा है. बादल घुमड़ आए हैं. मेघगर्जन के बीच हल्की बारिश हो रही है. खास बात है कि मौसम केंद्र के अनुमान के मुताबिक 30 से 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा भी चल रही है. कई जगहों पर पेड़ की डाली और टीन के छप्पर गिरने की खबर है. मौसम केंद्र ने इन जिलों में आने वाले कुछ घंटों तक बिजली के खंभे और पेड़ के नीचे जाने से बचने की सलाह दी है. किसानों को भी खेतों में नहीं जाने की सलाह दी गई है.
पिछले 24 घंटे की बात करें तो सबसे ज्यादा तापमान चाईबासा में 35.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है. वहीं सबसे कम तापमान बोकारो थर्मल में 19.5 डिग्री रहा है. बोकारो में ओलावृष्टि के साथ 32.2 मिमी बारिश भी हुई है. सबसे खास बात है कि अगले चार से पांच दिनों से गर्मी से नहीं जूझना पड़ेगा. इस दौरान अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 2 से 4 डिग्री तक इजाफा हो सकता है. 26 अप्रैल को दक्षिणी, उत्तर-पूर्वी और निकटवर्ती मध्य में कुछ जगहों पर मेघगर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. 27 अप्रैल को भी दक्षिणी, उत्तर-पूर्वी और निकटवर्ती मध्य के कुछ भागों में बारिश होगी. 28 अप्रैल को दक्षिणी और निकटवर्ती मध्य भाग प्रभावित रहेंगे. 29 अप्रैल को राज्य के पश्चिमी भाग प्रभावित होंगे. 30 अप्रैल और 1 मई को भी कई जगहों पर मेघ गर्जन के साथ बारिश हो सकती है. इससे साफ है कि आने वाले 1 मई तक झारखंड वासियों को गर्मी नहीं सताएगी.
सबसे खास बात है कि 27 अप्रैल को रांची, बोकारो, गुमला, खूंटी, हजारीबाग, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला-खरसांवा, देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़ और साहिबगंज के कई इलाकों में 40-50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज सतही हवा के चलने की संभावना है. साथ ही इन जिलों में वज्रपात के साथ ओलावृष्टि की भी संभावना है. मौसम में बदलाव की वजह से अगले पांच दिनों तक किसी भी जिले का अधिकतम पारा 40 डिग्री सेल्सियस तक नहीं जाएगा.