रांचीः झारखंड विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत हो चुकी है. शुक्रवार को पहले दिन की कार्यवाही में राज्यपाल का अभिभाषण एवं शोकसभा हुई. बजट सत्र को लेकर आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि यह बजट सत्र राज्य के लिए और राज्य के लिए समर्पित हो. क्योंकि जितने भी दिन बजट सत्र के लिए निर्धारित किए गए हैं, उसमें काम बहुत होता है. इसके साथ साथ बजट सत्र में प्रदेश के ज्वलंत विषयों पर प्रश्न काल से लेकर मुख्यमंत्री से जवाब भी आता है. ऐसे में उम्मीद है कि सरकार समुचित रूप से इसके संचालन में शेष लोगों का सहयोग करेंगे.
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आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि अपने संगठन और अपने दल की ओर से सदन से यह उम्मीद करेंगे सरकार प्रत्यक्ष रूप से सामने आकर स्थानीय नियोजन नीति पर विचार करेगी. इसके अलावा इस राज्य के बहुत बड़ा परिवार खासकर ओबीसी वर्ग को उनके अवधि के अनुसार आरक्षण देने समेत सभी विषयों पर सरकार विचार विमर्श करेगी. इन सभी विषयों के साथ सदन के अंदर अपनी बातों को रखेंगे और निश्चित रूप से जो सरकार ने वादा किया है उसे पूरा कराने में सदन के अंदर आवाज उठाएंगे. नीति को उन्होंने कहा कि आज तो शुरू से ही खतियान आधारित नियोजन नीति या फिर अंतिम सेटलमेंट के आधार पर बने इस का पक्षधर रहा है. इसी आधार पर स्थानीय नियोजन नीति निर्धारित करने का निश्चय किया है. वहीं उन्होंने कहा कि 7 मार्च को दल ने यह निर्धारित किया है कि सदन की ओर कूच किया जाएगा और अपने विषयों को सदन में रखेंगे.
इससे पहले झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के पहला दिन विपक्ष के साथ सरकार में शामिल विधायक सरकार के खिलाफ कई मामलों को लेकर हमलावर नजर आए. इसी कड़ी में सदन के बाहर धरना प्रदर्शन कर सरकार का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की. आजसू विधायक लंबोदर महतो 1932 की खतियान के आधार पर स्थानीय नियोजन नीति लागू करने की मांग करते नजर आए. दूसरी तरफ माले विधायक विनोद कुमार सिंह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के समय में बने स्थानीय नीति को रद्द करने की मांग की.