रांची: स्वामी विवेकानंद की जयंती के मौके पर पूरे देश ने युवा दिवस मनाया. इसी को लेकर राजधानी रांची में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों और सामाजिक संगठनों के द्वारा युवाओं को प्रोत्साहित और उनकी समस्याओं को उजागर करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया. युवाओं की समस्या को लेकर झारखंड में आजसू पार्टी ने भी राजधानी के अरगोड़ा मैदान से मोरहाबादी मैदान तक युवाओं के साथ एक रैली निकाली.
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सुदेश महतो ने युवाओं को दी आवाजः रैली निकालने से पहले आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने अरगोड़ा मैदान में युवाओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि आज हमारा झारखंड देश में पिछले पायदान पर है और यहां के युवा नौकरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं, लेकिन सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही. सुदेश महतो ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड राज्य आज लेबर सप्लाई राज्य के रूप में जाना जाता है. दिल्ली मुंबई जैसे बड़े शहरों में रहने वाले बड़े बड़े सेठ के घर में झारखंड की बेटियां और युवा नौकर का काम कर रहे हैं जो कि हमारे राज्य के लिए चिंताजनक है.
सरकार पर साधा निशानाः सुदेश महतो ने हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि झारखंड की सरकार युवाओं के साथ भी राजनीति कर रही है. राजनीति होती रहेगी चुनाव आते जाते रहेंगे, लेकिन युवाओं का समय यदि एक बार चला जायेगा तो उनका समय दोबारा वापस नहीं हो सकता. उन्होंने राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि युवाओं को रोजगार देने और उनके बेहतर भविष्य को लेकर राज्य के शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री ने कभी अपने अधिकारियों के साथ योजना बनाने की बात नहीं कही, क्योंकि उन्हें युवाओं के भविष्य की चिंता है ही नहीं. वह सिर्फ अपने निजी लाभ के लिए राजनीति कर रहे हैं.
राज्य के बाहर भी असुरक्षितः उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज झारखंड लेबर सप्लायर राज्य के रूप में पूरे देश में जाना जाता है लेकिन राज्य से बाहर जाने वाले मजदूर भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करते. राज्य का श्रम विभाग मजदूरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है, इसीलिए आए दिन बाहर में काम करने वाले मजदूरों की मृत्यु हो रही है और उन्हें किसी प्रकार का सरकारी मुआवजा या लाभ नहीं मिल रहा है.
रैली से शहर में जामः अरगोड़ा मैदान में युवाओं को संबोधित करने के बाद सुदेश महतो हजारों युवाओं की रैली लेकर मोरहाबादी मैदान की ओर रवाना हुए. जिस दौरान राजधानी के कई चौक चौराहों पर जाम की समस्या देखने को मिली. साथ ही कई स्कूल बस भी घंटों तक फंसे रहे, जिससे बच्चों को भी परेशानियां झेलनी पड़ी. बता दें कि तीन बजे के करीब लगभग सभी स्कूलों में छुट्टियां होती हैं, ऐसे में जो स्कूल की बसें बच्चों को छोड़ने के लिए सड़क पर चल रही थी, वह सभी रैली की वजह से घंटों तक जाम रही. सिर्फ स्कूल बस यही नहीं बल्कि आम लोगों को भी रैली के कारण काफी समस्याएं झेलनी पड़ी.