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कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे से की मुलाकात

झारखंड के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख ने छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे से मुलाकात की. जहां कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने मंत्री बादल पत्रलेख से कृषि के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के बारे में चर्चा की.

agriculture minister badal patlekh
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे से की मुलाकात
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Published : Dec 2, 2020, 10:11 AM IST

रांची: झारखंड सरकार के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख बुधवार को छत्तीसगढ़ के दौरे पर रहे. बुधवार को उन्होंने छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे से उनके आवास जाकर मुलाकात की. जहां छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री ने छत्तीसगढ़ में कृषि के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी मंत्री बादल पत्रलेख को दी.

agriculture minister badal patlekh
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे से की मुलाकात


90 लाख मैट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कृषि के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी परिवर्तन आए हैं. जिसे झारखंड में भी लागू किया जा सकता है. उन्होंने मंत्री बादल पत्रलेख को जानकारी देते हुए बताया कि यहां 90 लाख मैट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य रखा गया है. इस बार इसे और बढ़ाया जाएंगा. धान खरीदी के पैसे को किसानों के खाते में सीधे डाल दिया जाता है. गाय के गोबर का समुचित उपयोग हो और लोगों को अपने घर पर रोजगार मिल सके और राज्य से पलायन रुक सके इस उद्देश्य से पूरे राज्य में गौठान योजना चलाई जा रही है. पोषण बाड़ी सहित कई योजनाएं चलाई जा रही है. कृषि मंत्री से वार्ता के बाद मंत्री बादल पत्रलेख ने अविलंब इन सभी योजनाओं के अवलोकन करने की बातें रविंद्र चौबे से कही इसके बाद अविलंब छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री ने आईएएस अधिकारी डॉक्टर गौरव सिंह को निर्देश दिया की वह झारखंड के मंत्री को अविलंब ले जाकर सभी जगहों को दिखाएं. इसके बाद छत्तीसगढ़ की प्रशासनिक टीम ने कई जगहों का दौरा कराया जहां कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित जिला प्रशासन के अधिकारियों ने विस्तृत तौर पर जानकारी दी.

बनाई जाती है 28 प्रकार की वस्तुएं
कृषि मंत्री सबसे पहले कल्पतरू मल्टी यूटिलिटी सेंटर गए जहां 200 महिलाओं को रोजगार दिए गए हैं. प्रत्येक दिन इन महिलाओं को 200 रुपये दिए जाते हैं. यहां 28 प्रकार की वस्तुएं बनाई जाती है. अगरबत्ती, घरों में जलाए जाने वाले बल्ब, झालर, चप्पल, खाने की सामग्री, मशरूम, बकरी के दूध और मधुमक्खी के रस, आलू रस से साबुन बनाए जाते हैं. वहीं महिलाएं बैग और स्टॉल सहित कई प्रकार की सामग्री बनाती है. काम करने वाली दीदी ने बताया की सपने में भी नहीं सोच सकती थी कि अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में बढ़ा पाएंगे. लेकिन सरकार की देन है कि आज हम अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में पढ़ा रहे हैं. उन्होंने बताया कि महीने में यहां से 6000 रुपये आसानी से कमा लेते है.

इसे भी पढ़ें-रांची: विधायक बंधु तिर्की की अध्यक्षता में प्रखंड स्तरीय समीक्षा बैठक

मंत्री बादल पत्रलेख का दौरा
मंत्री बादल पत्रलेख इसके बाद रायपुर जिला के खुटेरी उमरिया और महासमुंद जिला के बसना गए. जहां उन्होंने आज से शुरू होने वाले धान खरीद का विधिवत उद्घाटन किया. वहीं कृषि मंत्री बादल महासमुंद जिले के भोथलडीह साख संस्था भी गए. जहां पर सरायपाली के कांग्रेस विधायक किस्मत लाल नंद ने प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था मर्यादित भोथलडीह का भी दौरा किया. छत्तीसगढ़ में किसानों से आज के दिन से धान लिए जाएंगे. बादल ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री को यह अवसर देने के लिए धन्यवाद कहा.


गोबर का मूल्य संवर्धन कर अधिक पैसे की प्राप्ति
छत्तीसगढ़ सरकार की सबसे सफल योजना गौठान बहार देखने भी मंत्री बदल पत्रलेख गए. सरकार 2 रुपये प्रति केजी के दर से गाय के गोबर की खरीदारी करती है. इस योजना के पीछे सरकार की मंशा है कि गांव में या किसी जगह पर अगर किसी को भी गोबर मिल जाता है तो उस गोबर का मूल्य संवर्धन कर अधिक पैसे की प्राप्ति की जाती है. यहां गोबर के दिए, गमले, गुल्लक बनाए जाते हैं. जगह-जगह पर गोबर उठाव के लिए आधारभूत संरचना की व्यवस्था की गई है. जहां लोग सरकार को गोबर देकर आसानी से पैसा कमा सकते हैं और गोबर देने वाले को 15 दिनों के अंदर भुगतान भी कर दिया जाता है. इस कार्य के लिए किसानों का खाता भी खोल दिया गया है. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सीखने को बहुत कुछ है जल्द ही वह झारखंड से अपने विभाग के अधिकारियों की एक टीम छत्तीसगढ़ के विकास मॉडल के अध्ययन के लिए छत्तीसगढ़ भेजेंगे.

रांची: झारखंड सरकार के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख बुधवार को छत्तीसगढ़ के दौरे पर रहे. बुधवार को उन्होंने छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे से उनके आवास जाकर मुलाकात की. जहां छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री ने छत्तीसगढ़ में कृषि के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी मंत्री बादल पत्रलेख को दी.

agriculture minister badal patlekh
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे से की मुलाकात


90 लाख मैट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कृषि के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी परिवर्तन आए हैं. जिसे झारखंड में भी लागू किया जा सकता है. उन्होंने मंत्री बादल पत्रलेख को जानकारी देते हुए बताया कि यहां 90 लाख मैट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य रखा गया है. इस बार इसे और बढ़ाया जाएंगा. धान खरीदी के पैसे को किसानों के खाते में सीधे डाल दिया जाता है. गाय के गोबर का समुचित उपयोग हो और लोगों को अपने घर पर रोजगार मिल सके और राज्य से पलायन रुक सके इस उद्देश्य से पूरे राज्य में गौठान योजना चलाई जा रही है. पोषण बाड़ी सहित कई योजनाएं चलाई जा रही है. कृषि मंत्री से वार्ता के बाद मंत्री बादल पत्रलेख ने अविलंब इन सभी योजनाओं के अवलोकन करने की बातें रविंद्र चौबे से कही इसके बाद अविलंब छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री ने आईएएस अधिकारी डॉक्टर गौरव सिंह को निर्देश दिया की वह झारखंड के मंत्री को अविलंब ले जाकर सभी जगहों को दिखाएं. इसके बाद छत्तीसगढ़ की प्रशासनिक टीम ने कई जगहों का दौरा कराया जहां कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित जिला प्रशासन के अधिकारियों ने विस्तृत तौर पर जानकारी दी.

बनाई जाती है 28 प्रकार की वस्तुएं
कृषि मंत्री सबसे पहले कल्पतरू मल्टी यूटिलिटी सेंटर गए जहां 200 महिलाओं को रोजगार दिए गए हैं. प्रत्येक दिन इन महिलाओं को 200 रुपये दिए जाते हैं. यहां 28 प्रकार की वस्तुएं बनाई जाती है. अगरबत्ती, घरों में जलाए जाने वाले बल्ब, झालर, चप्पल, खाने की सामग्री, मशरूम, बकरी के दूध और मधुमक्खी के रस, आलू रस से साबुन बनाए जाते हैं. वहीं महिलाएं बैग और स्टॉल सहित कई प्रकार की सामग्री बनाती है. काम करने वाली दीदी ने बताया की सपने में भी नहीं सोच सकती थी कि अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में बढ़ा पाएंगे. लेकिन सरकार की देन है कि आज हम अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में पढ़ा रहे हैं. उन्होंने बताया कि महीने में यहां से 6000 रुपये आसानी से कमा लेते है.

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मंत्री बादल पत्रलेख का दौरा
मंत्री बादल पत्रलेख इसके बाद रायपुर जिला के खुटेरी उमरिया और महासमुंद जिला के बसना गए. जहां उन्होंने आज से शुरू होने वाले धान खरीद का विधिवत उद्घाटन किया. वहीं कृषि मंत्री बादल महासमुंद जिले के भोथलडीह साख संस्था भी गए. जहां पर सरायपाली के कांग्रेस विधायक किस्मत लाल नंद ने प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था मर्यादित भोथलडीह का भी दौरा किया. छत्तीसगढ़ में किसानों से आज के दिन से धान लिए जाएंगे. बादल ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री को यह अवसर देने के लिए धन्यवाद कहा.


गोबर का मूल्य संवर्धन कर अधिक पैसे की प्राप्ति
छत्तीसगढ़ सरकार की सबसे सफल योजना गौठान बहार देखने भी मंत्री बदल पत्रलेख गए. सरकार 2 रुपये प्रति केजी के दर से गाय के गोबर की खरीदारी करती है. इस योजना के पीछे सरकार की मंशा है कि गांव में या किसी जगह पर अगर किसी को भी गोबर मिल जाता है तो उस गोबर का मूल्य संवर्धन कर अधिक पैसे की प्राप्ति की जाती है. यहां गोबर के दिए, गमले, गुल्लक बनाए जाते हैं. जगह-जगह पर गोबर उठाव के लिए आधारभूत संरचना की व्यवस्था की गई है. जहां लोग सरकार को गोबर देकर आसानी से पैसा कमा सकते हैं और गोबर देने वाले को 15 दिनों के अंदर भुगतान भी कर दिया जाता है. इस कार्य के लिए किसानों का खाता भी खोल दिया गया है. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सीखने को बहुत कुछ है जल्द ही वह झारखंड से अपने विभाग के अधिकारियों की एक टीम छत्तीसगढ़ के विकास मॉडल के अध्ययन के लिए छत्तीसगढ़ भेजेंगे.

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