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रांची: खरीफ फसल पर कृषि मंत्री का पदाधिकारियों को संबोधित, खरीफ कार्यशाला 2020 का लक्ष्य निर्धारित

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Published : Jul 22, 2020, 7:05 PM IST

रांची में बुधवार को खरीफ कार्यशाला 2020 के तहत प्रत्येक जिले के कृषि पदाधिकारियों को कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने संबोधित किया. जहां 15 अगस्त तक राज्य के सभी किसानों को पीएम किसान योजना से जोड़ने का लक्ष्य बनाया गया है. साथ ही किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान करने का निर्देश दिया गया है.

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खरीफ कार्यशाला 2020 का लक्ष्य निर्धारित

रांची: खरीफ कार्यशाला 2020 कर कृषि मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रत्येक जिले के कृषि पदाधिकारियों को संबोधित किया गया. जहां 15 अगस्त तक राज्य के सभी किसानों को पीएम किसान योजना से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है.


खरीफ कार्यशाला 2020
जिले में बुधवार को कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने नेपाल हाउस में आयोजित खरीफ कार्यशाला 2020 में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रत्येक जिले के कृषि पदाधिकारियों को संबोधित किया. जहां कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार की तरफ से निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति के लिए मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है. विभागीय पदाधिकारियों पर सरकार के लक्ष्य को पूरा करने की जिम्मेदारी होती है. कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण हमें जो चुनौतियां मिली हैं, उन्हें हमें अवसर के रूप में बदलना है. कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण राज्य में प्रवासी मजदूरों की अधिक संख्या में वापसी हुई है. हमें उनके बीच जाकर उनमें विश्वास जगाना है. उन्हें खेती-किसानी के लिए प्रोत्साहित करना है और सरकार की ओर से किसानों के लाभ के लिए जो भी योजनाएं चलाई जा रहीं हैं, उनका अधिक से अधिक फायदा उन्हें मिले यह सुनिश्चित करना है. 15 अगस्त तक राज्य के सभी किसानों को पीएम किसान योजना से जोड़ें और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी किसान इस योजना से छुटे नहीं. कोविड-19 की इस त्रासदी से उबरने में कृषि विभाग अहम रोल निभाएगा.

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खरीफ कार्यशाला 2020 का लक्ष्य निर्धारित
'बाजार समितियों को करना होगा मजबूत'कृषि मंत्री ने कहा कि हमें बाजार समितियों को भी मजबूत करना है. इसे हमें एक नए रंग रूप में उभारना है, ताकि बाजार समिति का उद्देश्य शत-प्रतिशत प्राप्त हो सके. उन्होंने कृषि पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिला स्तर के कृषि पदाधिकारी गांव-गांव जाकर किसानों को जैविक कृषि के लिए प्रोत्साहित करें. झारखंड के किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित करने और उन्हें उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है, इसके लिए प्रत्येक जिले में जैविक प्रमाणन केंद्र खोली जाएगी. कृषि मंत्री ने कहा कि विभाग की ओर से वार्षिक कैलेंडर का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें कृषि कार्यों की तारीख निर्धारित होगी. इसके अगले वर्ष से प्रत्येक वर्ष 25 मई को बीज दिवस के रूप में मनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि कृषि यंत्र कृषि कार्य के लिए अति आवश्यक है, इसलिए सभी किसानों तक कृषि यंत्र सुलभ हो इसे सुनिश्चित करना है.
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कृषि मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कृषि पदाधिकारियों को संबोधित किया.


इसे भी पढ़ें-रांची: DSPMU की ऑनलाइन परीक्षाएं 25 जुलाई से होंगी, विश्वविद्यालय ने पेंशनर्स को सातवां वेतनमान देने को दी मंजूरी


किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान करें. राज्य सरकार जल्द ही एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी करने जा रही है, जिस पर किसान अपनी समस्याएं रख सकते हैं और उनका त्वरित निष्पादन आसानी के साथ किया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड-19 महामारी के कारण काफी अधिक संख्या में प्रवासी मजदूरों की वापसी हुई है. राज्य सरकार जल्द ही इन प्रवासी मजदूरों की पहचान कर उन्हें पैकेज देने पर विचार कर रही है, जिसके लिए 200 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है. कृषि मंत्री ने विभाग से जुड़े सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों को कृषि लोन के लिए प्रोत्साहित करें.

किसानों से संपर्क स्थापित कर उन्हें प्रोत्साहित करें
कृषि विभाग के सचिव अबुबकर सिद्दिकी पी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान भी कृषि कार्य जारी है और अधिक से अधिक संख्या में लोग कृषि कार्य से जुड़ रहे हैं. हमें उन तक सही समय पर बीज वितरण सुनिश्चित करना है, ताकि किसान इस समय जिसमें बारिश भी काफी अच्छी हुई है, इसका सही उपयोग कर अधिक से अधिक लाभ उठा सके. उन्होंने सभी कृषि पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि जो किसान पीएम किसान योजना से छूट गए हैं, उन्हें भी इस योजना से आच्छादित करें. उन्होंने कहा कि केसीसी अभियान चल रहा है इसे इस महीने के अंत तक पूरा करना सुनिश्चित करें. बैंक से समन्वय स्थापित कर किसानों को कृषि लोन दिलाने का प्रयास करें. अधिकारी फील्ड का भ्रमण करें. किसानों से संपर्क स्थापित कर उन्हें प्रोत्साहित करें. उन्होंने कहा कि खेती के दृष्टिकोण से किसानों के लिए आने वाले दो-तीन महीने काफी महत्वपूर्ण हैं. हमें इसका ध्यान रखकर कार्य करना हैं.


ये लोग रहे मौजूद
कृषि निदेशक मनोज कुमार ने कहा कि राज्य के किसानों को लाभ पंहुचाने के उद्देश्य से खरीफ कार्यशाला 2020 का आयोजन किया गया है. हमें इस समय का भरपूर लाभ किसानों को दिलाना है. खरीफ कार्यशाला 2020 के अवसर पर पशुपालन निदेशक नैंसी सहाय, निबंधक सहयोग समितियां मृत्युजंय कुमार वर्णवाल, निदेशक उद्यान वरुण रंजन सहित विभाग के वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे.

रांची: खरीफ कार्यशाला 2020 कर कृषि मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रत्येक जिले के कृषि पदाधिकारियों को संबोधित किया गया. जहां 15 अगस्त तक राज्य के सभी किसानों को पीएम किसान योजना से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है.


खरीफ कार्यशाला 2020
जिले में बुधवार को कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने नेपाल हाउस में आयोजित खरीफ कार्यशाला 2020 में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रत्येक जिले के कृषि पदाधिकारियों को संबोधित किया. जहां कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार की तरफ से निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति के लिए मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है. विभागीय पदाधिकारियों पर सरकार के लक्ष्य को पूरा करने की जिम्मेदारी होती है. कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण हमें जो चुनौतियां मिली हैं, उन्हें हमें अवसर के रूप में बदलना है. कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण राज्य में प्रवासी मजदूरों की अधिक संख्या में वापसी हुई है. हमें उनके बीच जाकर उनमें विश्वास जगाना है. उन्हें खेती-किसानी के लिए प्रोत्साहित करना है और सरकार की ओर से किसानों के लाभ के लिए जो भी योजनाएं चलाई जा रहीं हैं, उनका अधिक से अधिक फायदा उन्हें मिले यह सुनिश्चित करना है. 15 अगस्त तक राज्य के सभी किसानों को पीएम किसान योजना से जोड़ें और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी किसान इस योजना से छुटे नहीं. कोविड-19 की इस त्रासदी से उबरने में कृषि विभाग अहम रोल निभाएगा.

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खरीफ कार्यशाला 2020 का लक्ष्य निर्धारित
'बाजार समितियों को करना होगा मजबूत'कृषि मंत्री ने कहा कि हमें बाजार समितियों को भी मजबूत करना है. इसे हमें एक नए रंग रूप में उभारना है, ताकि बाजार समिति का उद्देश्य शत-प्रतिशत प्राप्त हो सके. उन्होंने कृषि पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिला स्तर के कृषि पदाधिकारी गांव-गांव जाकर किसानों को जैविक कृषि के लिए प्रोत्साहित करें. झारखंड के किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित करने और उन्हें उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है, इसके लिए प्रत्येक जिले में जैविक प्रमाणन केंद्र खोली जाएगी. कृषि मंत्री ने कहा कि विभाग की ओर से वार्षिक कैलेंडर का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें कृषि कार्यों की तारीख निर्धारित होगी. इसके अगले वर्ष से प्रत्येक वर्ष 25 मई को बीज दिवस के रूप में मनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि कृषि यंत्र कृषि कार्य के लिए अति आवश्यक है, इसलिए सभी किसानों तक कृषि यंत्र सुलभ हो इसे सुनिश्चित करना है.
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कृषि मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कृषि पदाधिकारियों को संबोधित किया.


इसे भी पढ़ें-रांची: DSPMU की ऑनलाइन परीक्षाएं 25 जुलाई से होंगी, विश्वविद्यालय ने पेंशनर्स को सातवां वेतनमान देने को दी मंजूरी


किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान करें. राज्य सरकार जल्द ही एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी करने जा रही है, जिस पर किसान अपनी समस्याएं रख सकते हैं और उनका त्वरित निष्पादन आसानी के साथ किया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड-19 महामारी के कारण काफी अधिक संख्या में प्रवासी मजदूरों की वापसी हुई है. राज्य सरकार जल्द ही इन प्रवासी मजदूरों की पहचान कर उन्हें पैकेज देने पर विचार कर रही है, जिसके लिए 200 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है. कृषि मंत्री ने विभाग से जुड़े सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों को कृषि लोन के लिए प्रोत्साहित करें.

किसानों से संपर्क स्थापित कर उन्हें प्रोत्साहित करें
कृषि विभाग के सचिव अबुबकर सिद्दिकी पी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान भी कृषि कार्य जारी है और अधिक से अधिक संख्या में लोग कृषि कार्य से जुड़ रहे हैं. हमें उन तक सही समय पर बीज वितरण सुनिश्चित करना है, ताकि किसान इस समय जिसमें बारिश भी काफी अच्छी हुई है, इसका सही उपयोग कर अधिक से अधिक लाभ उठा सके. उन्होंने सभी कृषि पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि जो किसान पीएम किसान योजना से छूट गए हैं, उन्हें भी इस योजना से आच्छादित करें. उन्होंने कहा कि केसीसी अभियान चल रहा है इसे इस महीने के अंत तक पूरा करना सुनिश्चित करें. बैंक से समन्वय स्थापित कर किसानों को कृषि लोन दिलाने का प्रयास करें. अधिकारी फील्ड का भ्रमण करें. किसानों से संपर्क स्थापित कर उन्हें प्रोत्साहित करें. उन्होंने कहा कि खेती के दृष्टिकोण से किसानों के लिए आने वाले दो-तीन महीने काफी महत्वपूर्ण हैं. हमें इसका ध्यान रखकर कार्य करना हैं.


ये लोग रहे मौजूद
कृषि निदेशक मनोज कुमार ने कहा कि राज्य के किसानों को लाभ पंहुचाने के उद्देश्य से खरीफ कार्यशाला 2020 का आयोजन किया गया है. हमें इस समय का भरपूर लाभ किसानों को दिलाना है. खरीफ कार्यशाला 2020 के अवसर पर पशुपालन निदेशक नैंसी सहाय, निबंधक सहयोग समितियां मृत्युजंय कुमार वर्णवाल, निदेशक उद्यान वरुण रंजन सहित विभाग के वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे.

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