रांची: 1971 भारत-पाकिस्तान युद्ध के नायक रहे बिहार रेजिमेंट के सिपाही पोदना बलमुचू ने सोमवार को सीएम से हुई मुलाकात और उनके आग्रह को मानते हुए अपना धरना स्थगित कर वापस चाईबासा लौटने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि रविवार की शाम मुख्यमंत्री आवास से उन्हें बातचीत के लिए बुलावा आया था. सेवानिवृत सैनिक पोदना बलमुचू ने कहा कि मुख्यमंत्री ने खुद पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त से बात की और उनकी मांगों से संबंधित कई निर्देश दिए.
भावुक हुए पोदना बलमुचूः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर 1971 भारत पाकिस्तान युद्ध के वीर सिपाही 81 वर्षीय पोदना बलमुचू निराशा का भाव लेकर पहुंचे थे, लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आत्मीय व्यवहार ने पूर्व सैनिक को भावुक कर दिया. उन्होंने बताया कि जब वह मुख्यमंत्री के आवास पर गए तो खुद मुख्यमंत्री ने उनका हाथ थाम लिया और कहा कि अभी तक आपका काम नहीं हुआ है, फिर मुख्यमंत्री ने खुद पश्चिम सिंहभूम के उपायुक्त से बात की और निर्देश दिए. मुख्यमंत्री के व्यवहार से गदगद पूर्व सैनिक ने 16 दिन से चल रहे राजभवन के समक्ष अपने धरना को स्थगित कर दिया.
पूर्व सैनिकों की मदद करे सरकारः राजभवन के समक्ष पोदना बलमुचू और उनके परिवार वालों का 16 दिनों से चल रहा धरना, मुख्यमंत्री के आश्वासन पर स्थगित कर दिया गया. राष्ट्रीय युवा शक्ति संगठन के अध्यक्ष ने संतोष जताते हुए कहा कि 81 साल के सैनिक पोदना बलमुचू ने एक मशाल जलाई है. अब राज्य के सभी पूर्व सैनिक जो किसी भी तरह की समस्या से जूझ रहे हैं उनकी जानकारी राष्ट्रीय युवा शक्ति हासिल करेगा और उनके बेहतर जीवन की लड़ाई लड़ेगा. राष्ट्रीय युवा शक्ति के अध्यक्ष उत्तम यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री के आग्रह और आश्वासन पर पोदना बलमुचू परिवार के साथ अपने घर लौट रहे हैं. अगर मांगें नहीं पूरी हुई तो बजट सत्र के दौरान वह फिर आंदोलन करेंगे.
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