रांचीः सिविल कोर्ट परिसर में मारपीट की घटना हुई है. रांची जिला बार एसोसिएशन के प्रशासनिक संयुक्त सचिव पवन रंजन खत्री के ऊपर उनके ही क्लाइंट के विरोधी पक्ष ने हमला किया है. बताया जा रहा है कि अधिवक्ता के गले से सोने की चेन भी छीन ली है. हालांकि, आरोपी गौरव सिंहा को कोर्ट परिसर में ही गिरफ्तार कर लिया गया है. कोतवाली थाना मामले की जांच कर रही है.
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अधिवक्ता पर हमला करने वाला उसका विरोधी पक्ष है. मिली जानकारी के अनुसार पति पत्नी के बीच आपसी विवाद का मामला न्यायालय में चल रहा है. सुलह समझौता के लिए दोनों पक्षों को न्यायालय में हाजिर होना था. महिला के पति गौरव सिन्हा ने अचानक पवन रंजन खत्री पर जानलेवा हमला कर दिया. इससे पवन को गंभीर चोट लगी है. पवन रंजन पर हमला के बाद गौरव भागने की कोशिश की. लेकिन स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दी. अधिवक्ता पवन रंजन खत्री ने गौरव सिन्हा के खिलाफ जान से मारने की कोशिश के आरोप लगाते हुए कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है.
पवन रंजन खत्री ने बताया कि 2019 के एक केस में हमलोगों को हाजिर होना था. इस मामले में कोर्ट ने समझौता करने का आर्डर दिया था. मध्यस्थता के लिए हमने अपने क्लाइंट को जज साहब के चेंबर में भेज दिया. इसके बाद क्लाइंट जैसे ही बाहर आई. इसके पति गौरव सिन्हा ने गंदे कमेंट और गाली गलौज करने लगा. इसकी सूचना हमें मिली तो पहुंचे. इसके बाद गौराव मुझपर अभद्र टिप्पणी करने के साथ ही मारपीट करने लगा. इस दौरान सोने की चेन और जेब से 10 हजार रुपये भी गायब हो गए हैं.
जिला बार एसोसिएशन के महासचिव संजय कुमार विद्रोही ने कहा कि पिछले कई वर्षों से एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग की जा रही है. लेकिन इस पर कोई पहल नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रोटेक्शन एक्ट के अभाव में इस तरह की घटनाएं हो रही है. उन्होंने कहा कि इस घटना के विरोध में गुरुवार को रांची व्यवहार न्यायालय से अल्बर्ट एक्का चौक तक विरोध मार्च निकाला जाएगा और सरकार से जल्द से जल्द एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की जाएगी.