रांचीः दुनिया भर में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के खतरे के मद्देनजर भारत में विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए गाइडलाइन जारी की गई है. इधर omicron virus को लेकर झारखंड और राजधानी रांची के डॉक्टर्स ने भी ओमीक्रॉन को लेकर अलर्ट रहने की हिदायत दी है. हालांकि इससे भयभीत न होने की भी सलाह दी है. डॉक्टर्स ने पहले से तय कोरोना प्रोटोकॉल का गंभीरता से पालन करने और वैक्सीनेशन कराने की भी लोगों से अपील की है.
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ओमीक्रॉन का शरीर पर असर देखना बाकी
रिम्स में कोरोना टास्क फोर्स के कोऑर्डिनेटर डॉ. प्रभात कुमार ने ओमीक्रॉन को लेकर कहा कि अभी यह 03-04 देश में ही मिला है. ऐसे में यह मानव शरीर में क्या क्या असर दिखाता है इसे देखना बाकी है पर यह जरूरी है कि इसको लेकर अलर्ट रहा जाए और जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाया है, वे वैक्सीन लगवा लें. इसके साथ ही कोरोना गाइडलाइन का पालन करें, मास्क लगाएं, सोशल
डिस्टेंसिंग का पालन करें. डॉ. प्रभात कुमार ने विदेशों से आने वाले यात्रियों पर रोक के सवाल पर कहा कि जहां तक उनकी जानकारी है कि 15 दिसम्बर से सामान्य अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू होनी है तब तक बहुत कुछ साफ हो जाएगा.
क्या कहते हैं माइक्रोबॉयोलॉजिस्ट
CCL हॉस्पिटल गांधीनगर के माइक्रो बॉयोलॉजिस्ट विशेषज्ञ डॉ. जितेंद्र का कहना है कि किसी भी वायरस के जीनोम में बदलाव कोई नई बात नहीं है. ऐसे बदलाव होते रहते हैं, ऐसे में ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है. सावधानी के साथ रहना, मास्क लगाना और वैक्सीन की दोनों डोज लेना, इस वैरिएंट के खतरे को कम कर सकता है.
झारखंड में 75 लाख लोगों ने नहीं ली अब तक वैक्सीन की पहली डोज
झारखंड के लिए चिंता की बात यह है कि 18 साल से अधिक उम्र के 70 लाख से अधिक ऐसे लोग हैं, जिन्होंने कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन की पहली डोज भी नहीं ली है. चिकित्सक इसे ठीक नहीं मानते हैं. रांची के चिकित्सकों ने आम लोगों से अपील की है कि अब देर न करें और जितनी जल्दी हो वैक्सीन लगवाएं.