रांची: राजधानी रांची में छठ को लेकर तैयारियां जोरों पर है. रांची जिला प्रशासन एवं रांची नगर निगम की तरफ से जनप्रतिनिधि और अधिकारी राजधानी के सभी छठ घाटों (Chhath Ghat in Ranchi) को दुरुस्त करने में लग चुके हैं. गुरुवार को रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा ने विभिन्न तालाबों का निरीक्षण किया. वहीं अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी लगातार अपने-अपने क्षेत्र के घाटों का निरीक्षण कर रहे हैं ताकि छठ व्रती अच्छे से घाट तक पहुंच सके. लेकिन, कई घाटों पर घाट लूटने और पहले से घाट के पास अपना नाम लिखने की शिकायत भी देखने को मिलती है. जिस वजह से कई छठ व्रतियों को पूजा के लिए घाट नहीं मिल पाता है. ऐसे लोगों पर प्रशासन कार्रवाई करेगी (Action on capturing Chhath Ghat).
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प्रबंधन ने डैम के पास लगाया बोर्ड: राजधानी के धुर्वा और कांके डैम की बात करें तो यहां पर हर साल लोग शाम के अर्घ्य से पहले ही घाट घेर लेते हैं, जिस वजह से कई छठ व्रतियों को समय पर घाट में जगह नहीं मिल पाता. रांची के कांके डैम के पास प्रबंधन के द्वारा बोर्ड लगा दिया गया है कि छठ घाट पर नाम ना लिखें. नाम लिखने वाले पर कार्यवाही की जाएगी. इसके बावजूद भी कई ऐसे लोग हैं जो घाटों पर नाम लिखकर आम लोगों के लिए दिक्कतें पैदा कर रहे हैं.
नाम लिखने को लेकर बरती जा रही कड़ाई: छठ समिति के सदस्य राजेश श्याम ने बताया कि स्थानीय लोगों की तरफ से भी घाट पर नाम लिखने को लेकर कड़ाई बरती जा रही है. राजेश राम बताते हैं कि एक घाट पर छठ करने वालों की संख्या हजारों में होती है. ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति की यह जिम्मेदारी बनती है कि वो इस बात का ध्यान रखें कि लोकआस्था का महापर्व छठ हर कोई धूमधाम से मना सके.
क्या कहती हैं मेयर आशा लकड़ा: रांची मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि यह घटना पिछले कुछ सालों से देखने को मिल रही है. उन्होंने बताया कि धुर्वा क्षेत्र में स्थानीय लोगों के द्वारा छठ घाट घेर लिया जाता था और अवैध उगाही करने के लिए लोगों से पैसे वसूले जाते थे लेकिन, इस साल ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए विशेष टीम भी बनाई गई है और इसके लिए पुलिस की मदद भी ली जा रही है ताकि छठ घाट पर नाम लिखने वाले पर कार्रवाई हो सके.
प्रशासन ने दिए निर्देश: धुर्वा और कांके डैम जैसे घाटों पर हर साल लाखों की संख्या में लोग छठ पूजा करने पहुंचते हैं. ऐसे में लोग घाट लूटने के लिए दो दिन पहले से ही घाट पर नाम लिखते नजर आते हैं. हालांकि, इस साल भी कई घाटों पर इस तरह के छिटपुट मामले देखने को मिल रहे हैं. इसे लेकर नगर निगम और जिला प्रशासन मुस्तैद है. वहीं, शांति समिति और छठ पूजा समिति के लोगों को भी जिला प्रशासन की तरफ से दिशा निर्देश दिए गए हैं कि छठ घाट लूटने की घटना अगर किसी भी क्षेत्र में देखने को मिलती है तो वैसे व्यक्ति पर त्वरित कार्रवाई की जाए.