रांचीः झारखंड के एडीजी वायरलेस रेजी डुंगडुंग ने वीआरएस के लिए आवेदन दिया है. मंगलवार को ही उनका आवेदन पुलिस मुख्यालय को मिल चुका है. बुधवार को पुलिस मुख्यालय ने उनका आवेदन गृह विभाग के पास भेज दिया है.
गृह मंत्रालय और सरकार से अनुमति मिलने के बाद उन्हें वीआरएस मिल जाएगा. रेजी डुंगडुंग ने 15 अक्टूबर के पहले खुद के वीआरएस आवेदन की स्वीकृति का आग्रह राज्य सरकार से किया है. डीजीपी केएन चौबे ने वीआरएस आवेदन मिलने की बात की पुष्टि की है.
कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं
1987 बैच के आईपीएस रेजी डुंगडुंग पूर्व में एडीजी विशेष शाखा, सीआईडी, जैप के अहम पदों पर रह चुके हैं. लंबे समय तक वह रांची के आईजी भी रहे थे. 31 दिसंबर 2019 को वह सेवानिवृत होने वाले थे.
विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा, बताया व्यक्तिगत कारण
चर्चा है कि रेजी डुंगडुंग दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में सिमडेगा या खूंटी जिला के किसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. वीआरएस मिलने के बाद झामुमो या कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं. वह मूल रूप से सिमडेगा के रहने वाले हैं. हालांकि रेजी डुंगडुंग ने व्यक्तिगत वजहों से वीआरएस लेने की बात कही है.
झारखंड के आईपीएस अधिकारियों का राजनीतिक प्रेम बहुत पुराना है. इससे पहले भी कई आईपीएस अधिकारी चुनाव लड़े और जीते भी. कई ने अपनी किस्मत पॉलिटिक्स में आजमाई लेकिन वे उस में विफल रहे.
राजनीति में आनेवाले आईपीएस
बीडी राम- झारखंड के डीजीपी रहे बीडी राम ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में पलामू से सांसद चुने गए. भाजपा की सदस्यता लेने के बाद वह चुनावी राजनीति से जुड़े थे.
राजीव कुमार- झारखंड के ही पूर्व डीजीपी राजीव कुमार कांग्रेस से जुड़कर राजनीति कर रहे हैं. राजीव कुमार ने लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस का दामन थामा था. वह पलामू से कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार भी थे, लेकिन राजद के खाते में पलामू सीट जाने की वजह से वह चुनाव नहीं लड़ पाए.
रामेश्वर उरांव- वीआरएस लेकर रामेश्वर उरांव ने कांग्रेस की टिकट पर लोहरदगा से चुनाव लड़ा था. रामेश्वर उरांव यूपीए सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. हालांकि 2019 लोकसभा चुनाव में उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया.
अरूण उरांव- अरूण उरांव भी झारखंड में कई जिलों में एसपी रहे, पंजाब कैडर में वापसी के बाद उन्होंने वीआरएस लेकर कांग्रेस का दामन था. छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में अरूण उरांव को वहां का प्रभारी बनाया गया था.
अजय कुमार- जमशेदपुर में एसएसपी रह चुके अजय कुमार वर्तमान में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं. साल 2011 में झाविमो की टिकट पर जमशेदपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव में जीत कर वह संसद पहुंचे थे.
लक्ष्मण सिंह- आईजी से सेवानिवृत लक्ष्मण सिंह भाजपा से राजधनवार सीट से विधानसभा चुनाव 2014 में लड़े थे. चुनाव हारने के बाद भी वह सक्रिय राजनीति में हैं.
सुबोध प्रसाद- आईपीएस सुबोध प्रसाद ने गिरिडीह से आजसू की टिकट पर 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ा था. वर्तमान में वह आजसू में सक्रिय हैं.