ETV Bharat / state

अगर आपका पड़ोसी कोरोना संक्रमित है तो आपको नहीं मिल पाएगी जानकारी, जानिए क्यों?

झारखंड में कोरोना भयावह रूप ले रहा है. रांची में भी हर दिन मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन कोरोना काल में जिस तरह से पिछले साल कंटेनमेंट जोन और माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए थे, उस तरह से इस साल राजधानी में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाना जिला प्रशासन के हाथ से बाहर नजर आ रहा है.

action-to-create-micro-containment-zone-stopped-in-ranchi
निरीक्षण में उपायुक्त
author img

By

Published : Apr 14, 2021, 7:23 PM IST

रांची: कोरोना संक्रमण जिस तरह से भयावह रूप ले रहा है, उस स्थिति में राजधानी रांची में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाना जिला प्रशासन के हाथ से बाहर नजर आ रहा है. पिछले साल जहां कोरोना काल में कंटेनमेंट जोन और माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए थे, ताकि संक्रमण को रोका जा सके. इस बार दूसरे लहर में भी माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने की दिशा में जिला प्रशासन ने काम शुरू किया था, जिसका 3 अप्रैल को जिले के उपायुक्त छवि रंजन ने खुद निरीक्षण भी किया था, लेकिन फिर माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने की यह कार्रवाई लगभग बंद हो गई है.

action-to-create-micro-containment-zone-stopped-in-ranchi
निरीक्षण करते उपायुक्त

इसे भी पढे़ं: रिम्स खरीदेगा 256 स्लाइस सीटी स्कैन और तीन RT-OCR मशीन, शासी परिषद की बैठक में फैसला

वर्तमान समय में राजधानी रांची में कोरोना से लगातार बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं और हजारों लोग होम आइसोलेशन में हैं. जिस तरह से कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है, उस लिहाज से अगर रांची शहर में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा, तो पूरा शहर ही इस दायरे में आ जाएगा. वहीं अगर पिछले साल कोरोना काल की तरह संक्रमितों के घर के बाहर नोटिस लगाया जाए, तो शहर में बड़ी संख्या में घरों के दरवाजे पर यह नोटिस नजर आने लगेगा. शायद यही वजह है कि जिला प्रशासन ने भी माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने को लेकर अपने हाथ खड़े कर दिए हैं.

पूरे शहर में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाना संभव नहीं: जिला प्रशासन
साल 2020 में कोरोना काल में जिस तरह से माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए थे, अगर इस बार कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की शुरुआत के दौरान ही माइक्रो कंटेनमेंट जोन बड़े पैमाने पर बनाए जाते, तो संक्रमित मरीज अपने घरों में सही तरीके से होम आइसोलेशन गाइडलाइन का पालन करते, जिससे संक्रमण का फैलाव कम होता, लेकिन इस बार जिला प्रशासन के ओर से माइक्रो कंटेनमेंट जोन और घर के गेट पर नोटिस चिपकाने की प्रक्रिया में गम्भीरता नहीं दिखाई गई, जिससे लोगों को यह भी पता नहीं चल पा रहा है कि किस इलाके में किस मोहल्ले, गली और घर में कोरोना संक्रमित मरीज है. हालांकि माइक्रो कंटेनमेंट जोन और नोटिस चिपकाने के सवाल पर जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि अगर माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा, तो रांची शहर के सभी इलाकों में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने पड़ेंगे. जिला प्रशासन के लिए पूरे शहर में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाना संभव नहीं होगा, साथ ही कोरोना संक्रमित मरीजों के घरों में नोटिस चिपकाया जाए, तो बड़ी संख्या में घर इस दायरे में आ जाएंगे, जिससे उस घर के आसपास रहने वाले लोगों में भी भय का माहौल बन जाएगा.

रांची: कोरोना संक्रमण जिस तरह से भयावह रूप ले रहा है, उस स्थिति में राजधानी रांची में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाना जिला प्रशासन के हाथ से बाहर नजर आ रहा है. पिछले साल जहां कोरोना काल में कंटेनमेंट जोन और माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए थे, ताकि संक्रमण को रोका जा सके. इस बार दूसरे लहर में भी माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने की दिशा में जिला प्रशासन ने काम शुरू किया था, जिसका 3 अप्रैल को जिले के उपायुक्त छवि रंजन ने खुद निरीक्षण भी किया था, लेकिन फिर माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने की यह कार्रवाई लगभग बंद हो गई है.

action-to-create-micro-containment-zone-stopped-in-ranchi
निरीक्षण करते उपायुक्त

इसे भी पढे़ं: रिम्स खरीदेगा 256 स्लाइस सीटी स्कैन और तीन RT-OCR मशीन, शासी परिषद की बैठक में फैसला

वर्तमान समय में राजधानी रांची में कोरोना से लगातार बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं और हजारों लोग होम आइसोलेशन में हैं. जिस तरह से कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है, उस लिहाज से अगर रांची शहर में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा, तो पूरा शहर ही इस दायरे में आ जाएगा. वहीं अगर पिछले साल कोरोना काल की तरह संक्रमितों के घर के बाहर नोटिस लगाया जाए, तो शहर में बड़ी संख्या में घरों के दरवाजे पर यह नोटिस नजर आने लगेगा. शायद यही वजह है कि जिला प्रशासन ने भी माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने को लेकर अपने हाथ खड़े कर दिए हैं.

पूरे शहर में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाना संभव नहीं: जिला प्रशासन
साल 2020 में कोरोना काल में जिस तरह से माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए थे, अगर इस बार कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की शुरुआत के दौरान ही माइक्रो कंटेनमेंट जोन बड़े पैमाने पर बनाए जाते, तो संक्रमित मरीज अपने घरों में सही तरीके से होम आइसोलेशन गाइडलाइन का पालन करते, जिससे संक्रमण का फैलाव कम होता, लेकिन इस बार जिला प्रशासन के ओर से माइक्रो कंटेनमेंट जोन और घर के गेट पर नोटिस चिपकाने की प्रक्रिया में गम्भीरता नहीं दिखाई गई, जिससे लोगों को यह भी पता नहीं चल पा रहा है कि किस इलाके में किस मोहल्ले, गली और घर में कोरोना संक्रमित मरीज है. हालांकि माइक्रो कंटेनमेंट जोन और नोटिस चिपकाने के सवाल पर जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि अगर माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा, तो रांची शहर के सभी इलाकों में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने पड़ेंगे. जिला प्रशासन के लिए पूरे शहर में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाना संभव नहीं होगा, साथ ही कोरोना संक्रमित मरीजों के घरों में नोटिस चिपकाया जाए, तो बड़ी संख्या में घर इस दायरे में आ जाएंगे, जिससे उस घर के आसपास रहने वाले लोगों में भी भय का माहौल बन जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.