रांची: किसी भी परिवार की बहू के द्वारा लगाया गया हर इल्जाम सही नहीं होता है. पति से मनमुटाव के बाद पूरे परिवार को कानूनी दांवपेच में फंसा देने के बाद पूरे परिवार पर क्या बीतता है और वह परिवार अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा को बचाने के लिए किस हद तक जा सकता है इसका सबसे दर्दनाक उदाहरण है रांची में साल 2016 में हुए एक साथ छह सुसाइड की घटना.
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भारतीय फौज में डॉक्टर रहे सुकांतो सरकार ने अपनी बहू मधुमिता सरकार के प्रताड़ना से आहत होकर परिवार के पांच लोगों के साथ 09 अक्टूबर 2016 को सुसाइड कर लिया था. रांची वासी इस घटना को अपनी जहन में जिंदा नहीं रखना चाहते थे, लेकिन आज एक बार फिर इस खबर की चर्चा आम हो गई है. उसकी वजह है रांची पुलिस के द्वारा पूरे परिवार के आत्महत्या के पीछे की वजह बनी परिवार की बहू की गिरफ्तारी.
सात साल बाद हुई गिरफ्तारी: साल 2016 में राजधानी रांची के कोकर चौक स्थित रिवर्सा अपार्टमेंट को लोग बड़े ही आश्चर्य के साथ देखते थे क्योंकि साल 2016 में राजधानी रांची का यह सबसे ऊंचा अपार्टमेंट था. आते जाते लोग रुक कर इस अपार्टमेंट को देखते. लेकिन 9 अक्टूबर 2016 को एक ऐसी घटना घटी जिससे यह अपार्टमेंट देशभर में सुर्खियों में छा गया.
रिवर्सा अपार्टमेंट के फ्लैट नम्बर 1002 में रहने वाले सेना के रिटायर डॉक्टर सुकांतो सरकार ने अपने पत्नी, एक बहू, एक बेटे और दो मासूम बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली. रांची के सदर थाने को सूचना दी गई कि रिवर्सा अपार्टमेंट में रहने वाले एक डॉक्टर के पूरे परिवार ने आत्महत्या कर ली है. यह सूचना डॉक्टर सरकार के भांजे डॉक्टर सुब्रतो चौधरी ने पुलिस को दी.
पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो वहां का दृश्य बेहद खौफनाक था. फ्लाइट के अंदर पहुंचने पर पुलिस ने देखा कि डॉक्टर सरकार का कमरा खून से लथपथ है और उसी कमरे में समीर सरकार, दूसरे बेड पर तथा बगल वाले कमरे में डॉक्टर सरकार की पत्नी, दोनों बच्चे और मोमिता (छोटी बहू) सोई हुई है तथा सभी के मुंह से झाग गिर रहा है. जांच के क्रम में डॉक्टर सरकार के अलावा सभी मृत पाए गए. आनन-फानन में डॉक्टर सरकार को भी अस्पताल में भर्ती करवाया गया लेकिन कुछ ही दिनों बाद इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई.
बहु पर दर्ज हुआ मामला ,दो दर्जन गवाहों के बयान हुए दर्ज: पूरे झारखंड को झकझोर देने वाली इस घटना की जांच सदर पुलिस के द्वारा शुरू की गई. लगभग दो दर्जन परिवार और परिवार के बाहर के लोगों का बयान दर्ज किया गया. पूरे मामले को लेकर जो कहानी सामने आई उसके अनुसार डॉक्टर सरकार ने अपने बेटे समीर सरकार की शादी साल 2006 में मधुमिता सरकार के साथ धूम धाम से की. शादी के कुछ ही दिनों बाद मधुमिता सरकार की एक बहन मोमिता जो कोलकाता के एक आश्रम में रहा करती थी उसे भी परिवार के सभी सदस्यों की सहमति से अपने घर ले आए और साल 2010 में मोमिता की शादी अपने भतीजे पार्थिव सरकार से करा दी.
मोमिता की शादी के बाद से ही मधुमिता सरकार को ऐसा महसूस होने लगा कि इस घर में उनकी छोटी बहन मोमिता सरकार को लोग ज्यादा पसंद करते हैं और उसी को ज्यादा मान सम्मान देते हैं. इसके बाद से ही मधुमिता सरकार घर के लोगों के बीच गलत गलत आरोप लगाकर बेइज्जत करने के साथ-साथ दहेज प्रताड़ना के केस में फंसा देने की धमकी देने लगी. लगातार धमकी और प्रताड़ना की वजह से पूरा परिवार डिप्रेशन में रहने लगा. मधुमिता सरकार ने पूरे परिवार पर कई तरह के मामले दर्ज करवाएं और कई एनजीओ की महिलाओं को घर बुलाकर उन्हें लगातार बेइज्जत भी करवाया.
08 की रात सबने तय किया मौत को गले लगाना है: डॉक्टर सरकार ने अपनी मृत्यु से ठीक पहले पुलिस को जो बयान दिया था उसमें भी यह बताया था कि उनकी बहू मधुमिता सरकार उनके कैरेक्टर को लेकर भी कई गंभीर आरोप उन पर लगा रही थी. लोक लाज और जेल जाने के भय से उन लोगों ने 8 अक्टूबर की रात को यह तय कर लिया कि वह सभी एक साथ आत्महत्या कर लेंगे और उन्होंने ऐसा किया भी.
मौत के पहले का बयान और गवाहों ने दी केस को मजबूती: डॉक्टर सरकार के द्वारा मृत्यु से पहले मजिस्ट्रेट और पुलिस के सामने दिए गए बयान के साथ-साथ परिवार वालों की गवाही और अन्य लोगों की गवाही ने ही साबित किया कि मधुमिता सरकार की प्रताड़ना से तंग आकर ही पूरे परिवार ने आत्महत्या की थी. जांच की कर्रवाई पूरा होने पर सदर थाने की टीम ने बुधवार को कोलकाता जाकर मधुमिता सरकार को गिरफ्तार कर लिया. अब डॉक्टर सरकार का पूरा परिवार मधुमिता सरकार को सजा मिलने का इंतजार कर रहा है.