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ACB करेगी रघुवर सरकार के कार्यकाल की कई योजनाओं की जांच, सरकारी महकमे में हड़कंप

इन दिनों झारखंड की सियासी (Jharkhand Politics) जमीन काफी गर्म है. ना सिर्फ राजनीतिक दलों में बल्कि सरकारी महकमे में भी काफी उबाल है. इसकी वजह ये है कि रघुवर सरकार के कार्यकाल (Raghubar government tenure) में संचालित कई योजनाओं की जांच का जिम्मा ACB को दिया गया है.

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रघुवर सरकार
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Published : Jul 11, 2021, 10:33 PM IST

Updated : Jul 12, 2021, 12:49 PM IST

रांचीः भ्रष्टाचार को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहनेवाला झारखंड इन दिनों चर्चा में है. दरअसल रघुवर सरकार के कार्यकाल (Raghubar government tenure) में हुए कई योजनाओं की जांच एक के बाद एक एसीबी (ACB) को सौंपे जाने से ना केवल सरकारी विभागों में हड़कंप है बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी बहस का मुद्दा बन गया है.

इसे भी पढ़ें- झारखंड विधानसभा और हाईकोर्ट के निर्माण में अनियमितता की जांच करेगी ACB, सीएम का आदेश

हाल ही में झारखंड विधानसभा (Jharkhand Vidhansabha) और हाई कोर्ट भवन (High Court Building) निर्माण में बरती गई अनियमितता की जांच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने एसीबी (ACB) से कराने के फैसला किया. उनके इस निर्णय ने आग में घी डालने का काम किया है.

देखिए स्पेशल रिपोर्ट


आइए पहले जानें रघुवर सरकार की कौन सी योजना की हो रही है जांच
मैनहर्ट मामला
कंबल खरीद घोटाला
धनबाद नगर निगम घोटाला
मोमेंटम झारखंड
विधानसभा भवन निर्माण अनियमितता
हाईकोर्ट भवन निर्माण अनियमितता
राज्यसभा चुनाव 2016 हॉर्स ट्रेडिंग

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इन योजनाओं की हो रही जांच
सरकार का फैसला प्रतिशोध पूर्ण ना हो- बीजेपीरघुवर सरकार के कार्यकाल के दौरान कई योजनाओं की शुरू हुई जांच पर झारखंड बीजेपी (Jharkhand BJP) ने एतराज जताते हुए इसे प्रतिशोध पूर्ण बताया है. रघुवर सरकार में नगर विकास मंत्री रहे बीजेपी विधायक सीपी सिंह (BJP MLA CP Singh) ने हेमंत सरकार के फैसले पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि जांच जरूर होनी चाहिए, मगर जिस तरह से ढिंढोरा पीटा जा रहा है वह उचित नहीं है. सरकार में अधिकारी भी वही हैं जो उस समय में थे उन्हें बुलाकर सरकार पूछें कि क्या और कैसे गड़बड़ी हुई.
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इन योजनाओं में घोटाले का आरोप

इसे भी पढ़ें- टॉफी, टी-शर्ट घोटाला की एसीबी या सीबीआई से हो जांच, सरयू राय ने सीएम को लिखा पत्र


सत्तारूढ़ दलों के निशाने पर बीजेपी
तत्कालीन रघुवर सरकार में बतौर खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रहे विधायक सरयू राय (MLA Saryu Rai) रघुवर सरकार के समय में हुए कामकाज की पोल खोलने में जुटे हुए हैं. सरयू राय ने सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि बीजेपी को खुद एक सेल गठित कर पिछली सरकार में हुए भ्रष्टाचार की जांच कर वर्तमान सरकार को स्वत रिपोर्ट देना चाहिए. उन्होंने कहा कि पार्टी को अपनी छवि बनाने के लिए दूध में पड़ी मक्खी को हटाना चाहिए, नहीं तो एक सड़ा अंडा की तरह सारे अंडे को बर्बाद कर देगा.

इसे भी पढ़ें- मैनहर्ट घोटाला: ACB ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को भेजा नोटिस, सरयू राय ने लगाए थे गंभीर आरोप

सत्तारूढ़ दल झामुमो और कांग्रेस (JMM and Congress) ने राज्य सरकार की ओर से भ्रष्टाचार की खिलाफ जांच तेज होने का स्वागत किया है. जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य (JMM General Secretary Supriyo Bhattacharya) ने कहा कि रघुवर काल में मैनहर्ट से घोटालों की शुरुआत हुई. इसको लेकर कांग्रेस नेता आलोक दूबे (Congress leader Alok Dubey) ने बीजेपी पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए रघुवर दास के शासन काल में हुए करप्शन के तार दिल्ली और गुजरात (Delhi and Gujrat) तक होने का आरोप लगाया है.

जेएमएम-कांग्रेस का आरोप

लौह अयस्क सहित कई खनिजों के घोटाले

कंबल घोटाला, मोमेंटम झारखंड घोटाला

रोजगार घोटाला, नकली नक्सली सरेंडर पॉलिसी घोटाला

सिंचाई योजना घोटाला, पीटीपीएस घोटाला

नियुक्ति घोटाला, अडानी पावर घोटाला

फ्लाईओवर घोटाला, लैंडबैंक घोटाला

भूमि घोटाला, विदेश भ्रमण घोटाला

टी-शर्ट घोटाला, आईपीआरडी घोटाला

पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का नंवर वन राजनीतिक दुश्मन बने विधायक सरयू राय की ओर से लगातार पूर्ववर्ती सरकार की पोल खोली जाती रही है. रघुवर काल के 5 साल में करीब 50 गंभीर आर्थिक घोटाले और भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप मौजूदा सत्तारूढ़ दल लगा रहा है. ऐसे में एक के बाद एक मामलों की जांच को एसीबी (ACB) को देने के आदेश ने हलचल जरूर बढ़ा दी है.

रांचीः भ्रष्टाचार को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहनेवाला झारखंड इन दिनों चर्चा में है. दरअसल रघुवर सरकार के कार्यकाल (Raghubar government tenure) में हुए कई योजनाओं की जांच एक के बाद एक एसीबी (ACB) को सौंपे जाने से ना केवल सरकारी विभागों में हड़कंप है बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी बहस का मुद्दा बन गया है.

इसे भी पढ़ें- झारखंड विधानसभा और हाईकोर्ट के निर्माण में अनियमितता की जांच करेगी ACB, सीएम का आदेश

हाल ही में झारखंड विधानसभा (Jharkhand Vidhansabha) और हाई कोर्ट भवन (High Court Building) निर्माण में बरती गई अनियमितता की जांच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने एसीबी (ACB) से कराने के फैसला किया. उनके इस निर्णय ने आग में घी डालने का काम किया है.

देखिए स्पेशल रिपोर्ट


आइए पहले जानें रघुवर सरकार की कौन सी योजना की हो रही है जांच
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कंबल खरीद घोटाला
धनबाद नगर निगम घोटाला
मोमेंटम झारखंड
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हाईकोर्ट भवन निर्माण अनियमितता
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इन योजनाओं की हो रही जांच
सरकार का फैसला प्रतिशोध पूर्ण ना हो- बीजेपीरघुवर सरकार के कार्यकाल के दौरान कई योजनाओं की शुरू हुई जांच पर झारखंड बीजेपी (Jharkhand BJP) ने एतराज जताते हुए इसे प्रतिशोध पूर्ण बताया है. रघुवर सरकार में नगर विकास मंत्री रहे बीजेपी विधायक सीपी सिंह (BJP MLA CP Singh) ने हेमंत सरकार के फैसले पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि जांच जरूर होनी चाहिए, मगर जिस तरह से ढिंढोरा पीटा जा रहा है वह उचित नहीं है. सरकार में अधिकारी भी वही हैं जो उस समय में थे उन्हें बुलाकर सरकार पूछें कि क्या और कैसे गड़बड़ी हुई.
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इन योजनाओं में घोटाले का आरोप

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सत्तारूढ़ दलों के निशाने पर बीजेपी
तत्कालीन रघुवर सरकार में बतौर खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रहे विधायक सरयू राय (MLA Saryu Rai) रघुवर सरकार के समय में हुए कामकाज की पोल खोलने में जुटे हुए हैं. सरयू राय ने सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि बीजेपी को खुद एक सेल गठित कर पिछली सरकार में हुए भ्रष्टाचार की जांच कर वर्तमान सरकार को स्वत रिपोर्ट देना चाहिए. उन्होंने कहा कि पार्टी को अपनी छवि बनाने के लिए दूध में पड़ी मक्खी को हटाना चाहिए, नहीं तो एक सड़ा अंडा की तरह सारे अंडे को बर्बाद कर देगा.

इसे भी पढ़ें- मैनहर्ट घोटाला: ACB ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को भेजा नोटिस, सरयू राय ने लगाए थे गंभीर आरोप

सत्तारूढ़ दल झामुमो और कांग्रेस (JMM and Congress) ने राज्य सरकार की ओर से भ्रष्टाचार की खिलाफ जांच तेज होने का स्वागत किया है. जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य (JMM General Secretary Supriyo Bhattacharya) ने कहा कि रघुवर काल में मैनहर्ट से घोटालों की शुरुआत हुई. इसको लेकर कांग्रेस नेता आलोक दूबे (Congress leader Alok Dubey) ने बीजेपी पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए रघुवर दास के शासन काल में हुए करप्शन के तार दिल्ली और गुजरात (Delhi and Gujrat) तक होने का आरोप लगाया है.

जेएमएम-कांग्रेस का आरोप

लौह अयस्क सहित कई खनिजों के घोटाले

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पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का नंवर वन राजनीतिक दुश्मन बने विधायक सरयू राय की ओर से लगातार पूर्ववर्ती सरकार की पोल खोली जाती रही है. रघुवर काल के 5 साल में करीब 50 गंभीर आर्थिक घोटाले और भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप मौजूदा सत्तारूढ़ दल लगा रहा है. ऐसे में एक के बाद एक मामलों की जांच को एसीबी (ACB) को देने के आदेश ने हलचल जरूर बढ़ा दी है.

Last Updated : Jul 12, 2021, 12:49 PM IST
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