रांची: झारखंड प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति मामले में भारी गड़बड़ी पाई गई है. इसे देखते हुए स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग ने सभी जिलों में हुई नियुक्तियों की उच्च स्तरीय जांच कराने का फैसला लिया है.
जानकारी मिल रही है कि इस मामले को लेकर निगरानी जांच कार्रवाई जाएगी. वहीं, कई जिलों में शिक्षक नियुक्ति मामले में भारी गड़बड़ियां पाई गई है. बताया जा रहा है कि प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति में भारी गड़बड़ी और अनियमितता की शिकायत लगातार विभाग को मिल रही थी. वहीं, शिक्षकों की नियुक्ति 2015-16 और 2019 में हुई थी, साथ ही जांच में कोडरमा समेत लातेहार में गड़बड़ियां सामने आई थी और धीरे-धीरे खुलासा हुआ और कई जिलों में शिक्षक नियुक्ति मामले में गड़बड़ियां पाई गई.
बताया जा रहा है कि कई शिक्षकों के अंकपत्र और प्रमाण पत्रों की जांच तक नहीं हुई है. इसके अलावा कई अभ्यार्थी तो बिना आवेदन दिए ही शिक्षक बन गए हैं. ऐसे ही और भी लगातार गड़बड़ियों की शिकायत विभाग को मिली, तब इसकी जांच की गई. इस प्रस्ताव को राज्य सरकार के समक्ष भेजा जा रहा है. सरकार के जरिए सहमति दिए जाने के बाद पूरे मामले को लेकर निगरानी जांच शुरू कर दी जाएगी. खासकर कोडरमा में ज्यादा अनियमितता पाई गई है. यहां अधिकतर शिक्षक फर्जी तरीके से नियुक्ति का लाभ लिया है. वहीं, मामले पर दोषी अधिकारियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है. शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा है कि फिलहाल सरकार को पूरे मामले को लेकर अवगत कराया गया है. सरकार ने अंतिम निर्णय लिए जाने के बाद ही स्पष्ट रूप से मामले की जांच निगरानी से कार्रवाई की जाएगी.