रांची: राजेंद्र प्रसाद सिंह बेरमो विधानसभा सीट से छठी बार विधायक बने थे. 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने महागठबंधन के प्रत्याशी के रुप में पर्चा दाखिल किया था. 73 साल की उम्र में एक बार फिर चुनाव जीतकर वो विधानसभा पहुंचे थे. वो मजदूरों के बीच काफी लोकप्रिय थे. उनके हक की लड़ाई के लिए हमेशा आगे रहते थे. 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी योगेश्वर महतो बाटुल को कई हजार वोटों से हराया था.
राजेंद्र सिंह की राजनीति जीवन में कई उतार-चढ़ाव
राजेंद्र सिंह झारखंड के पूर्व वित्त और स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके थे. वो बेरमो विधानसभा से छठी बार प्रतिनिधित्व कर रहे थे. बेरमो विधानसभा सीट से उन्होंने बीजेपी के योगेश्वर महतो को 25172 मतों से परास्त किया था. 1985 से 2005 तक वो कांग्रेस के टिकट पर यहां के विधायक बनते रहे थे, लेकिन 2005 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. 2009 में उन्होंने फिर से बेरमो सीट से अपना परचम लहराया. उसके बाद 2014 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. 2019 में उन्होंने बेरमो विधानसभा सीट से छठी बार जीत दर्ज की.
झारखंड में राजेंद्र सिंह के निधन पर शोक की लहर
राजेंद्र सिंह के निधन के बाद पूरे झारखंड में शोक की लहर है. उनके निधन पर राहुल गांधी, सीएम हेमंत सोरेन सहित कई नेताओं ने शोक व्यक्ति किया है. उनका निधन झारखंड की राजनीति के लिए एक बड़ा क्षति माना जा रहा है.