रांची: शहर के मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र में ईकॉम एक्सप्रेस कुरियर कंपनी में हुए लूट कांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने लूट कांड की साजिश रचने और अंजाम देने वाले अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने लूटी गई रकम भी बरामद कर ली है.
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छह गिरफ्तार, 1 लाख 40 हजार बरामद
लूट की वारदात सामने आने के बाद रांची के एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने खलारी के प्रभारी डीएसपी रजत मनी बाखला के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया था. गठित टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मात्र तीन दिनों में ही लूट की वारदात में शामिल छह अपराधी संदीप दूरी, विनोद लोहरा, विशाल मुंडा, रौशन मुंडा, आशीष रंजन और टिंकू कुमार को धर दबोचा है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने लूट के 1 लाख 40 हजार रुपये भी बरामद कर लिए हैं.
सुपरवाइजर ही निकला मास्टरमाइंड
23 मई की दोपहर मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र में स्थित ईकॉम एक्सप्रेस कुरियर में हेलमेट पहने दो अपराधियों ने हथियार के बल पर दिनदहाड़े लूट की वारदात को अंजाम दिया था. जिस समय अपराधियों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया, उस समय कुरियर कंपनी के दफ्तर में सुपरवाइजर टिंकू कुमार और कर्मचारी आशीष रंजन मौजूद थे. उन्हीं दोनों को अपराधियों ने अपने कब्जे में लेकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस की टीम जब लूट कांड की गुत्थी को सुलझाने के लिए जांच में जुटी हुई थी, तब कंपनी के सुपरवाइजर टिंकू पर ही पहला शक गया, क्योंकि वह बार बार लूट को लेकर अपना बयान बदल रहा था. जबकि लूट की वारदात की एफआईआर भी टिंकू ने खुद दर्ज करवाई थी. शक होने पर सुपरवाइजर टिंकू और कर्मचारी आशीष रंजन से पुलिस में जब कड़ाई से पूछताछ की तो सारा मामला खुलकर सामने आ गया. असल में लूट की पूरी साजिश सुपरवाइजर टिंकू और आशीष रंजन ने मिलकर रची थी.
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कंपनी में पैसे के लेनदेन में फंसे तो रची साजिश
रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि कुरियर कंपनी के सुपरवाइजर टिंकू कुमार ने कंपनी के पैसे में 1 लाख 60 हजार की गड़बड़ी की थी, जिसके बाद कंपनी के तरफ से लगतार पैसे लौटाने का दबाब दिया जा रहा था, इसी बीच टिंकू ने एक ऐसा प्लान बनाया था, कि उसे पैसा भी नहीं उठाना पड़े और कुछ आमदनी भी हो जाए, टिंकू ने उग्रवादी संगठन जेपीसी के लिए काम करने वाले कुछ युवकों से एक फर्जी लूट करने की प्लानिंग बनाई, जिसके बाद लातेहार से दो हथियार लूट कांड को अंजाम देने के लिए मंगवाया गया, जेपीसी के लिए काम करने वाले विशाल मुंडा और विनोद लोहरा ने मिलकर हथियार के बल पर फर्जी लूट कांड को अंजाम दिया और फिर बड़े आराम के साथ फरार हो गए.
लूटा 1 लाख 60 हजार को बताया 2 लाख 60 हजार
फर्जी लूट कांड में अपराधियों के ओर से मात्र 1 लाख 60 हजार ही लूटे गए थे, लेकिन सुपरवाइजर टिंकू जो पूरे घटना का मास्टरमाइंड था उसने एफआईआर में 2 लाख 60 हजार लिखा, ताकि, 1 लाख 60 हजार उनके पास रह जाय और कंपनी के एकाउंट से जो पैसे हेरफेर किये थे, वह भी छुप जाय.