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ऐसा ही जज्बा चाहिए: कोरोना से जंग जीतकर वापस घर लौट रहे लोग, 10 दिनों में 60 हजार मरीज हुए स्वस्थ - कोरोना के बीच अच्छी खबर

पिछले कुछ दिनों में कोरोना की वजह से मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है. लेकिन, इस बीच अच्छी बात ये है कि इस बीमारी से लोग तेजी से ठीक भी हो रहे हैं. पिछले 10 दिनों में जहां 57 हजार से ज्यादा केस मिले, वहीं 60 हजार लोग ठीक भी हुए.

corona in jharkhand
झारखंड में कोरोना
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Published : May 13, 2021, 5:10 PM IST

Updated : May 13, 2021, 10:09 PM IST

रांची: झारखंड में पिछले 10 दिनों में कोरोना से करीब 1256 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना की दूसरी लहर में लगातार हो रही मरीजों की मौत के आंकड़े लोगों को डरा रहे हैं लेकिन इस बीच अच्छी खबर ये है कि लोग तेजी से इस बीमारी से रिकवर भी हो रहे हैं. पिछले 10 दिनों में जहां 57 हजार लोग कोरोना से संक्रमित हुए वहीं करीब 60 हजार मरीज स्वस्थ होकर घर भी लौटे. यह आंकड़े बताते हैं कि संक्रमित मरीजों की संख्या की तुलना में ज्यादा लोग ठीक हो रहे हैं. अस्पताल से घर लौटने वाले मरीज दूसरों के लिए प्रेरणा बन रहे हैं कि कैसे संयमित होकर उन्होंने कोरोना से जंग जीती. कोरोना से ठीक होने वाले मरीज काफी खुश हैं और बताते हैं कि इस महामारी से डरने की जरूरत नहीं है बल्कि लड़ने की जरूरत है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट

यह भी पढ़ें: ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के बारे में वह सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं, पढ़ें यह खास रिपोर्ट

'कोरोना से जंग जीता मानो नई जिंदगी मिल गई'

रांची के सदर अस्पताल में भर्ती गुमला का एक मरीज स्वस्थ होकर घर लौटा. कोरोना से जंग जीतने के बाद उसने बताया कि ऐसा लग रहा है मानो नई जिंदगी मिल गई हो. उसने बताया कि बढ़ते संक्रमण की वजह से व्यवस्था चरमराई जरूर है लेकिन ऐसे समय में स्वास्थ्य कर्मी जी जान से मरीजों की जिंदगी बचाने में जुटे हैं. अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर स्वास्थ्य कर्मी दूसरों की जान बचा रहे हैं. सदर अस्पताल से ठीक होकर घर लौटी चंचला श्रीवास्तव और मोहम्मद कसुबउद्दीन बताते हैं कि थोड़ी दिक्कत जरूर है लेकिन अगर मरीज हिम्मत और संयम रखे तो इस महामारी के दौर में भी जान की रक्षा कर सकते हैं.

लॉकडाउन की वजह से कम हुए केस

पिछले कुछ दिनों से ठीक होने वाले मरीजों के आंकड़ों को लेकर रिम्स कोविड टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार बताते हैं कि बढ़ते संक्रमण की वजह से सरकार की तरफ से लॉकडाउन लगाया गया है. इससे भी मरीजों की संख्या में कमी आई है. इसके साथ ही मरीजों के ठीक होने से डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों का भी मनोबल ऊंचा हो रहा है. लोगों के बीच यह संदेश भी जा रहा है कि भयावह हालात में भी मरीज स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं. डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी मरीजों की सेवा के लिए दिन रात एक किए हुए हैं.

यह भी पढ़ें: संकट में बढ़े हाथ: संक्रमित मरीजों के लिए NGO की मुहिम, घर पर पहुंचा रहे निःशुल्क भोजन

जिस तरह कोरोना के मरीज तेजी से रिकवर कर रहे हैं उससे जाहिर है कि धीरे-धीरे हालात ठीक हो रहे हैं. अस्पतालों में बेड कम है और मरीजों का इलाज करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों पर भी दबाव बढ़ा है, ऐसे में जरूरी है कि मरीज खुद को अंदर से मजबूत रखें और संयम बनाए रखें. ऐसे हालात में लोग अगर नहीं घबराएंगे और पॉजिटिव सोच रखेंगे तो कोरोना से जंग जीतना ज्यादा आसान हो जाएगा.

रांची: झारखंड में पिछले 10 दिनों में कोरोना से करीब 1256 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना की दूसरी लहर में लगातार हो रही मरीजों की मौत के आंकड़े लोगों को डरा रहे हैं लेकिन इस बीच अच्छी खबर ये है कि लोग तेजी से इस बीमारी से रिकवर भी हो रहे हैं. पिछले 10 दिनों में जहां 57 हजार लोग कोरोना से संक्रमित हुए वहीं करीब 60 हजार मरीज स्वस्थ होकर घर भी लौटे. यह आंकड़े बताते हैं कि संक्रमित मरीजों की संख्या की तुलना में ज्यादा लोग ठीक हो रहे हैं. अस्पताल से घर लौटने वाले मरीज दूसरों के लिए प्रेरणा बन रहे हैं कि कैसे संयमित होकर उन्होंने कोरोना से जंग जीती. कोरोना से ठीक होने वाले मरीज काफी खुश हैं और बताते हैं कि इस महामारी से डरने की जरूरत नहीं है बल्कि लड़ने की जरूरत है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट

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'कोरोना से जंग जीता मानो नई जिंदगी मिल गई'

रांची के सदर अस्पताल में भर्ती गुमला का एक मरीज स्वस्थ होकर घर लौटा. कोरोना से जंग जीतने के बाद उसने बताया कि ऐसा लग रहा है मानो नई जिंदगी मिल गई हो. उसने बताया कि बढ़ते संक्रमण की वजह से व्यवस्था चरमराई जरूर है लेकिन ऐसे समय में स्वास्थ्य कर्मी जी जान से मरीजों की जिंदगी बचाने में जुटे हैं. अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर स्वास्थ्य कर्मी दूसरों की जान बचा रहे हैं. सदर अस्पताल से ठीक होकर घर लौटी चंचला श्रीवास्तव और मोहम्मद कसुबउद्दीन बताते हैं कि थोड़ी दिक्कत जरूर है लेकिन अगर मरीज हिम्मत और संयम रखे तो इस महामारी के दौर में भी जान की रक्षा कर सकते हैं.

लॉकडाउन की वजह से कम हुए केस

पिछले कुछ दिनों से ठीक होने वाले मरीजों के आंकड़ों को लेकर रिम्स कोविड टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार बताते हैं कि बढ़ते संक्रमण की वजह से सरकार की तरफ से लॉकडाउन लगाया गया है. इससे भी मरीजों की संख्या में कमी आई है. इसके साथ ही मरीजों के ठीक होने से डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों का भी मनोबल ऊंचा हो रहा है. लोगों के बीच यह संदेश भी जा रहा है कि भयावह हालात में भी मरीज स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं. डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी मरीजों की सेवा के लिए दिन रात एक किए हुए हैं.

यह भी पढ़ें: संकट में बढ़े हाथ: संक्रमित मरीजों के लिए NGO की मुहिम, घर पर पहुंचा रहे निःशुल्क भोजन

जिस तरह कोरोना के मरीज तेजी से रिकवर कर रहे हैं उससे जाहिर है कि धीरे-धीरे हालात ठीक हो रहे हैं. अस्पतालों में बेड कम है और मरीजों का इलाज करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों पर भी दबाव बढ़ा है, ऐसे में जरूरी है कि मरीज खुद को अंदर से मजबूत रखें और संयम बनाए रखें. ऐसे हालात में लोग अगर नहीं घबराएंगे और पॉजिटिव सोच रखेंगे तो कोरोना से जंग जीतना ज्यादा आसान हो जाएगा.

Last Updated : May 13, 2021, 10:09 PM IST
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