रांचीः पूरे देश में नई दिल्ली आईसीएआर के सौजन्य से जिला स्तर पर कुल 721 कृषि विज्ञान केंद्र(केवीके) कार्यरत हैं. अखिल भारतीय स्तर पर संचालित सोसाइटी ऑफ कृषि विज्ञान लुधियाना(पंजाब) ने केवीके में कार्यरत वैज्ञानिकों के लिए शुक्रवार को वर्ष 2020 के अवार्ड की घोषणा की है. सोसाइटी की ओर से इस वर्ष 7 कैटेगरी में वर्चुअल मोड में देश के कुल 126 केवीके वैज्ञानिकों को अवार्ड प्रदान किया गया है, इसमें बिरसा कृषि विद्यालय के भी चार वैज्ञानिक शामिल हैं.
कृषि विज्ञान केंद्रों के चार वैज्ञानिक
सोसाइटी ने बिरसा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा राज्य के 16 जिलों में संचालित कृषि विज्ञान केंद्रों के चार वैज्ञानिकों को वर्चुअल मोड में विभिन्न अवार्ड से नवाजा है. सोसाइटी ने एनिमल/वेटनरी साइंस के क्षेत्र में केवीके सरायकेला के वैज्ञानिक डॉ. पंकज सेठ और कीट विज्ञान के क्षेत्र में केवीके चतरा के वैज्ञानिक धर्मा उरांव और साइल साइंस के क्षेत्र में केवीके साहिबगंज के प्रभारी डॉ अमृत झा को बेस्ट केवीके साइंटिस्ट अवार्ड प्रदान किया हैं. केवीके दारीसाई की प्रभारी डॉ. आरती विना एक्का को बेस्ट वूमेन साइंटिस्ट अवार्ड दिया गया हैं.
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विश्वविद्यालय के लिए बड़ी उपलब्धि
पशुपालन विषय पर उत्कृष्ट शोध-पत्र प्रकाशित करने के लिए इंस्टिट्यूट ऑफ स्कोलर्स, अफ्रीका ने केवीके, सरायकेला के वैज्ञानिक (वेटनरी) डॉ पंकज सेठ को रिसर्च एक्सीलेंस अवार्ड-2020 प्रदान किया हैं. डॉ सेठ को यह अवार्ड अफ्रीकन जर्नल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च में प्रकाशित ‘डीफ्यूजन ऑफ क्रॉस ब्रीडिंग इन पिग: ए केस ऑफ टी एंड डी ब्रीड इन ईस्टर्न रीजन ऑफ इंडिया’ विषयक शोध पत्र के लिए दिया गया है. कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने सोसाइटी ऑफ कृषि विज्ञान से चार केवीके वैज्ञानिकों को अवार्ड मिलने की सराहना की और बधाई दी. डायरेक्टर एक्सटेंशन एजुकेशन डॉ जगरनाथ उरांव ने इसे केवीके वैज्ञानिकों और विश्वविद्यालय के लिए बड़ी उपलब्धि बताई हैं.