रांचीः गुजरात और महाराष्ट्र से अब तक पांच स्पेशल ट्रेन प्रवासी श्रमिकों को लेकर रांची रेल मंडल पहुंची है. इन ट्रेनों के जरिए 7 हजार से अधिक यात्री रांची और शहर के विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचे हैं. आंकड़े बताते हैं कि इसमें 30 फीसदी यात्री संक्रमित पाए गए हैं और यह राज्य के लिए चिंता का विषय है.
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लॉकडाउन के भय से पलायन जारी
कोरोना महामारी का प्रकोप देश भर में देखा जा रहा है. अन्य प्रदेशों में काम कर रहे श्रमिक लॉकडाउन के भय से पलायन कर रहे हैं. झारखंड के रहने वाले श्रमिक भी अति संक्रमण क्षेत्र महाराष्ट्र समेत विभिन्न राज्यों से एक बार फिर घर लौट रहे हैं. इसे लेकर स्पेशल ट्रेन भी चलाई जा रही है. अब तक रांची रेल मंडल में 5 स्पेशल ट्रेन प्रवासी श्रमिकों को लेकर पहुंची है. गुजरात और महाराष्ट्र से आ रही स्पेशल ट्रेन में संक्रमित यात्रियों की संख्या भी काफी है. रांची रेल मंडल से मिले आंकड़ों के मुताबिक अब तक इन पांच स्पेशल ट्रेनों से 7 हजार से अधिक श्रमिक झारखंड के विभिन्न जिलों में पहुंचे हैं.
लापरवाही के कारण कई संक्रमित गए अपने अपने घर
लापरवाही के कारण संक्रमित लोग भी बिना आइसोलेट हुए ही अपने-अपने गंतव्य के लिए निकल गए हैं. इसके कारण सैकड़ों लोगों के संक्रमित होने का भय प्रशासन को सता रहा है. आंकड़े तो यह भी बताते हैं कि आने वाले यात्रियों में से 30 फीसदी लोग संक्रमित है और वह अपने अपने घर चले गए हैं. रांची रेल मंडल की ओर से यात्रियों से आग्रह किया जा रहा है कि वह सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए ट्रेन से उतरे और कतार में होकर परिसर से बाहर निकले. रांची रेलवे स्टेशन और हटिया रेलवे स्टेशन से अन्य राज्यों या शहरों को जाने वाले यात्रियों को रांची रेल मंडल की ओर से ट्रेन के समय से एक घंटा पहले स्टेशन परिसर पर आने का निर्देश जारी किया गया है.
अन्य राज्यों से आ रहे हैं संक्रमित
रांची रेल मंडल के सीपीआरओ नीरज कुमार ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से तमाम कदम उठाए जा रहे हैं. लेकिन पूरी तरह सतर्कता बरतने में सफल होना संभव नहीं लग रहा है. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्टेशन परिसर में जांच की व्यवस्था भी की गई है. लेकिन यह जांच नाकाफी साबित हो रही है. कुल मिलाकर कहें तो अन्य राज्यों से धड़ल्ले से संक्रमित झारखंड पहुंच रहे हैं और झारखंड की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है. अभी भी विभिन्न ट्रेनों से प्रवासी श्रमिकों का आना जारी है.