रांची: राजद का 5 जुलाई को 25वां स्थापना दिवस (25th Foundation Day of RJD) मनाया जा रहा है. इस अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने किया, जिसके बाद उन्होंने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं, समर्थकों और नेताओं को वर्चुअल के माध्यम से संबोधित किया. उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को 25वां स्थापना दिवस की बधाई दी. उन्होंने कहा, कि आज के दिन सभी कार्यकर्ताओं के बीच नहीं पहुंच सके, जिसका काफी अफसोस है.
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रांची में राजद प्रदेश कार्यालय में बतौर मुख्य अतिथि झारखंड प्रदेश राजद प्रभारी जयप्रकाश यादव सहित राजद कोटे से झारखंड के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता और प्रदेश अध्यक्ष अभय कुमार सिंह मौजूद रहे. सभी ने राजद के 25वां स्थापना दिवस पर नए जोश और उत्साह के साथ काम करने का संकल्प लिया. राजद के 25वां स्थापना दिवस के अवसर पर विशेष कार्यक्रम पटना में आयोजित किया गया, लालू प्रसाद यादव इस समारोह में दिल्ली से वर्चुअल के माध्यम से जुड़े.
लालू यादव ने संबोधन में किया मंडल आंदोलन का जिक्र
राजद समर्थकों ने पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद को वर्चुअल के माध्यम से सुना. इस कार्यक्रम में पार्टी के 26 राज्यों के प्रतिनिधि जुड़े. अपने संबोधन में लालू यादव ने अपने संघर्ष को याद किया, साथ ही कहा कि चुनाव के दौरान प्रचार नहीं कर पाने के कारण वह छटपटा कर रह गए थे. उन्होंने संबोधन में मंडल आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा, कि समाज के वंचित लोगों को पहली बार हमारी सरकार में बूथ तक जाने का मौका मिला.
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1997 में आरजेडी का गठन
पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने 5 जुलाई 1997 को जनता दल से अलग होकर राजद का गठन किया था. इन 25 सालों में पार्टी में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. आरजेडी करीब 8 साल सत्ता में रही, उसके बाद से लगातार विपक्ष में है. हालांकि साल 2015 से 2017 में नीतीश कुमार की अगुवाई में आरजेडी ने मिलकर साझा सरकार चलाने का मौका मिला. वहीं मनमोहन सिंह की सरकार में 2004-2009 के दौरान लालू यादव समेत आरजेडी के कई सांसद केंद्रीय मंत्री भी रहे.