रांचीः आरबीआई के निर्देश के मुताबिक आज से 2000 रु के नोट बदलने और बैंकों में जमा करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. लेकिन अभी तक किसी भी बैंक में रुपये बदलने या जमा करने को लेकर ग्राहकों को किसी तरह की परेशानी वाली बात सामने नहीं आई है. अलबत्ता, ज्यादातर बैंकों में तो लोग 2000 रुपये के नोट बदलने पहुंचे ही नहीं हैं. लेकिन इस नोट बदली का साइड इफेक्ट रांची के पेट्रोल पंपों पर नजर आने लगा है. एक दो ऐसा वाक्या सामने आया है जिसे आप सुनेंगे तो हंसी आएगी और ताज्जुब भी होगा.
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50 का पेट्रोल लेकर बदलना चाहते हैं 2000 का नोटः मामला है बिरसा चौक स्थित इंडियन ऑयल के पेट्रोल पंप से जुड़ा. उस पेट्रोल पंप के संचालक हैं शशिभूषण राय. उन्होंने ईटीवी भारत को बताया कि रविवार की रात 2000 रुपये के नोट को लेकर परेशानी बढ़ गई. उन्होंने बताया कि रविवार की रात 10.45 बजे के करीब तीन युवक अलग-अलग स्कूटी से पहुंचे और 50-50 रुपये का पेट्रोल लिया. इसके बाद 2000 रुपये का नोट थमा दिया. नोजल मैन ने कहा कि अब बहुत कम लोग नकद में पेट्रोल भराते हैं. मेरे पास लौटाने के लिए 1850 रुपये नहीं है. इसपर तीनों युवक नोजल मैन से उलझ पड़े. हंगामा हुआ तो पेट्रोप पंप संचालक आए और युवकों को एक हजार रु. लौटाया और शेष 850 रु. लौटाने के लिए पर्चा दे दिया. किसी तरह मुसीबत को टाला गया. लेकिन सोमवार को भी इस तरह का कई वाक्या सामने आ गया. लोग बाइक में 200 का पेट्रोल भराकर 2000 का नोट थमा रहे हैं. इसकी वजह से पेट्रोल पंप वाले परेशान हैं.
यही नहीं कुछ लोग बाइक लेकर पॉल्यूशन फ्री सर्टिफिकेट लेने पहुंच रहे हैं और पॉल्यूशन टेस्ट कराकर 50 की जगह 2000 का नोट थमा दे रहे हैं. अब भला ऐसे में पेट्रोल पंप वाले कहां से पैसे लौटाए. इसकी वजह से पहले ही पूछा जा रहा है कि कहीं 2000 रुपये का नोट दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई 1000 का पेट्रोल भराकर 2000 का नोट देता है तो बात समझ में आती है.
आरबीआई बनाए पेट्रोल पंप संचालकों के लिए नियमः राजधानी के बिरसा चौक स्थित इंडियन ऑयल के पेट्रोल पंप के संचालक शशिभूषण राय ने कहा कि नोटबंदी के दौर में भी भारी फजीहत हुई थी. लोग पेट्रोल लेते और जब बैंकों में पैसे जमा करने स्टाफ जाता था तो कई सवाल किए जाते थे. उस दौरान बाद में इनकम टैक्स का नोटिस भी आ गया था. इस बार भी वैसी ही स्थिति बन रही है. बैंक डिक्लरेशन मांग रहा है. आधार और पैन कार्ड के साथ 2000 रु. के नोट का डिटेल देना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसे में आरबीआई को कोई गाइडलाइन जारी करना चाहिए. जब लोगों को बैंक में पैसे बदलने की छूट है ही तो फिर 50-100 और 200 रु. के पेट्रोल भराकर 2000 रु. के नोट क्यों दे रहे हैं. ऐसे में बैंक को जवाब देने मुश्किल हो जाएगा.
झारखंड पेट्रोल पंप एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक सिंह ने बताया कि पिछले नोटबंदी में पेट्रोल पंप के लिए आरबीआई का गाइडलाइन आया हुआ था. उसी आधार पर पुराने नोट के बदले पेट्रोल और डीजल दिए जाते थे. लेकिन इसबार 2000 रु. के नोट की बात है. फिलहाल धनबाद में ऐसी कोई बड़ी शिकायत नहीं आई है. लेकिन रांची में कुछ पेट्रोल पंप संचालकों ने अपनी परेशानी बतायी है. उन्होंने कहा कि अगर परेशानी बढ़ती है तो एसोसिएशन की तरफ से आरबीआई को पत्र लिखकर गाइडलाइन की मांग की जाएगी.
बैंकों में सबकुछ है सामान्यः खास बात है कि आज से 2000 रु. के नोट बदलने की व्यवस्था शुरू हो चुकी है. लेकिन रांची के किसी भी बैंक में नोट बदलने को लेकर ग्राहकों की कतार नहीं नजर आ रही है. ज्यादातर बैंकों में तो कोई भी 2000 रु. का नोट बदलने नहीं पहुंचा. हालाकि बैंकों की तरफ आरबीआई के गाइडलाइन के तहत तमाम व्यवस्था की गई है.