रांची: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की तरफ से देश की धरोहर श्रृंखला का 18वीं वीडियो जारी किया गया है. जलियावाला बाग पर आधारित वीडियो को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने अपने सोशल मीडिया पर जारी किया. उन्होंने कहा कि 13 अप्रैल 1919 आजादी के आंदोलन ने ब्रिटिश हुकूमत की क्रूरता का वह काला दिन है, जिसने मानवता को शर्मसार किया. उन्होंने कहा कि जब भी भारत एकजुट हुआ है. बड़े से बड़े तानाशाह को झुकना पड़ा है और यही वजह है कि ब्रिटिश हुकूमत को भी पीछे हटना पड़ा था.
उन्होंने कहा कि उस समय जीने मरने का प्रश्न भारत की आजादी के लिए बहुत छोटा हो गया था. 13 अप्रैल को जलियावाला बाग में रौलेट एक्ट के खिलाफ एक शांतिपूर्ण सभा का आयोजन किया गया था. हजारों लोगों की मौजूदगी में सब कुछ शांति तरीके से चल रहा था. तब जनरल डायर अपने सैनिकों के साथ पहुंचकर बाग को चारों तरफ से घेर लिया और गोलियां बरसाईं. ब्रिटिश हुकूमत की इससे बड़ी क्रूरता और नहीं हो सकती और इसे भुलाया भी नहीं जा सकता.
काले कानून के खिलाफ एकजुट
वहीं विधायक दल के नेता सह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि हमें याद रखना होगा कि ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ देश की आजादी के लिए हमारे पूर्वजों ने अपना लहू बहाया है. जाति धर्म का भेदभाव भूलकर अंग्रेजों को देश से बाहर खदेड़ा. इसलिए अपने पूर्वजों के महान बलिदान को हमें जाया नहीं होने देना है और एकता के बल पर आजादी की रक्षा करना है. उसी तरह आज फिर एक बार देश केंद्र सरकार के काले कानून के खिलाफ एकजुट हो गया है. सरकार को देश की एकजुटता के आगे झुकना पड़ेगा और किसान विरोधी काले कानून को वापस लेना होगा.
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कांग्रेस एकजुट होकर हमेशा करता है आंदोलन
वहीं प्रदेश प्रवक्ता तौसीफ ने बताया कि देश की धरोहर के 18वीं एपिसोड वर्तमान समय में लोगों के लिए प्रेरणादायक है. इसके जरिए यह साफ हो गया है कि अंग्रेजों की हुकूमत के खिलाफ जिस तरह से कांग्रेस एकजुट होकर हमेशा आंदोलन करती रही थी. वर्तमान में भी जब जब जनता के हित को दरकिनार किया जाएगा. तब कांग्रेस पार्टी एकजुट होकर आंदोलन करने के लिए तैयार खड़ी रहेगी. इसी के तहत काले कृषि कानून के खिलाफ कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ एकजुट होकर देशभर में आंदोलन कर रहे हैं. ताकि या काला कानून वापस हो सके.