रांची: जैप वन परिसर रांची में 4 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक 18वीं झारखंड राज्य पुलिस ड्यूटी मीट चलने वाला है. इस कार्यक्रम में अनुसंधान से संबंधित हुनर को पुलिसकर्मी प्रदर्शित करेंगे. पुलिस ड्यूटी मीट का उद्घाटन झारखंड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम और राज्य के डीजीपी अजय कुमार सिंह ने किया.
ये भी पढ़ें: बोकारो में डीजीपी अजय कुमार सिंह ने की पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक, संगठित अपराध पर अंकुश लगाने का दिया निर्देश
पुलिस अनुसंधान के लिए बेहद महत्वपूर्ण है पुलिस ड्यूटी मीट: बेहतर तकनीक, सूझबूझ, अनुसंधान के तौर तरीकों पर पुलिस खुद अपनी कसौटी पर कितना खरा उतर रही है इसके लिए हर वर्ष झारखंड राज्य पुलिस ड्यूटी मीट का आयोजन किया जाता है. कोविड के दौरान इसका आयोजन नहीं हो पाया था. लेकिन अब एक बार फिर से झारखंड पुलिस ड्यूटी मीट की शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में अब झारखंड पुलिस के जवान बेहतर तकनीक के बल पर अपराधियों को सजा दिलाने के गुर का प्रदर्शन भी करेंगे और नई तकनीक को सीखेंगे भी.
हर हाल में अपराधियों को सजा दिलवाना लक्ष्य: इस मौके पर डीजीपी अजय कुमार ने कहा कि राज्य की सुरक्षा के लिए अपराधियों का जेल में बंद रहना बेहद जरूरी है और बेहतर अनुसंधान से ही दोषियों को सजा दिलाई जा सकती है. इसके लिए झारखंड पुलिस लगातार काम कर रही है. डीजीपी के अनुसार आए दिन अनुसंधान के लिए नए तकनीक सामने आ रहे हैं. जिनके बारे में पूरी तरह जानकारी रखना झारखंड पुलिस के लिए बेहद जरूरी है. डीजी सीआईडी अनुराग गुप्ता ने बताया कि साइबर क्राइम, अपराध नियंत्रण, महिलाओं की सुरक्षा सहित अन्य विषयों पर भी दिन-रात पुलिस अधिकारी काम कर रहे हैं, आने वाले समय में हमें किसी अपराधी के प्रोफाइल के लिए छापेमारी करने और उसके पीछे भागने की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि एक बटन दबाते ही अपराधी का पूरा प्रोफाइल सामने होगा. गौरतलब है कि इस प्रतियोगिता में प्रथम तीन स्थान पर आने वाली टीमों को मिलाकर राज्य की टीम तैयार की जाएगी. जिसे राष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए भेजा जाएगा.