रांचीः राज्य में नक्सल अपराध सहित संगीन अपराधियों से चुनौती लेते हुए बेहतर अनुसंधान को सीखने और समझने के लिए 17वीं पुलिस ड्यूटी मीट की शुरुआत की गई. डोरंडा स्थित जैप 1 परिसर में 3 दिनों तक चलने वाले 17 दिन के पुलिस ड्यूटी मीट का शुभारंभ मुख्य अतिथि राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने किया.
राज्यपाल ने किया संबोधित
इस ड्यूटी मीट में कुल 7 क्षेत्रीय टीम हिस्सा ले रही हैंं जिसमें दक्षिणी छोटानागपुर क्षेत्र रांची, कोल्हान क्षेत्र चाईबासा, उत्तरी छोटानागपुर क्षेत्र हजारीबाग, कोयलांचल क्षेत्र बोकारो, पलामू क्षेत्र डाल्टनगंज, संथाल परगना क्षेत्र दुमका और सीआईडी क्षेत्र रांची हिस्सा ले रहे हैं. मौके पर डीजीपी कमल नयन चौबे, डीजी मुख्यालय पीआरके नायडू सहित कई अधिकारी मौजूद थे. राज्यपाल ने इस दौरान अपने संबोधन में कहा कि पुलिस ड्यूटी मीट का मुख्य उद्देश्य अनुसंधान के गुण को सिखाना है. वहीं आतंकवाद, नक्सलवाद सहित अन्य मामलों पर पुलिस सतर्कता से काम करे और इनफॉर्मेंशन टेक्नोलॉजी को और बेहतर किया जाए. ताकि अपराधियों को गिरफ्तार कर जनता का भरोसा जीता जा सके.
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अलग-अलग प्रतियोगिता
3 दिनों तक चलने वाली प्रतियोगिता में पुलिस के जवान कई प्रतियोगिता में शामिल हो रहे हैं, जिसमें विधि विज्ञान, लिफ्टिंग एंड पैकिंग्स, मेडिको, लीगल फोटोग्राफी, क्राइम इन्वेस्टिगेशन रूल्स एंड कोर्ट जजमेंट, मौखिक परीक्षा पुलिस पोट्रेट, पुलिस ऑब्जर्वेशन कंप्यूटर और श्वान दस्ता की परीक्षा होगी. इस प्रतियोगिता में शामिल सर्वश्रेष्ठ क्षेत्रीय टीम को ओवरऑल चैंपियनशिप विनर ट्रॉफी दी जाएगी. डीजीपी केएन चौबे ने इस दौरान प्रतिभागियों का हौसले बढ़ाया और कहा कि अनुसंधान को बेहतर गुणों को सिखाना इस मीट का मुख्य उद्देश्य है. बढ़ते साइबर अपराध के मामले को भी गंभीरता से लिया जा रहा है और नई तकनीक से जवानों को जोड़ा जा रहा है.