रांची: कहते हैं होनहार बिरवान के होत चिकने पात. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है हजारीबाग की 10वीं की छात्रा प्रिया नंदनी ने. महज 15 साल की उम्र में 27 अंग्रेजी कविताओं से भरे किताब को तैयार कर अपनी प्रतिभा की पहचान करा दी है. फॉर एवर मोर के नाम से प्रकाशित इस पुस्तक का राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने विमोचन किया है.
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गुरुवार को राजभवन में इस पुस्तक को सौंपते हुए नंदिनी प्रिया ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के समक्ष अपने अनुभव साझा किए. पुस्तक लोकार्पण के बाद राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने इसकी सराहना करते हुए कहा कि लिखने की इस शौक को वह आगे भी जिंदा रखें. इस मौके पर प्रिया नंदिनी ने कहा कि उनकी यह रचनाशीलता आगे भी बनी रहेगी. हजारीबाग के छोटे से मुहल्ला में रहने वाले राकेश और मनीषा गुप्ता की बेटी नंदिनी प्रिया पढ़ाई के साथ साथ फॉर एवर मोर कविता संग्रह पिछले दो साल में लिख रही थी. जिसमें क्राउड, फर्स्ट मैन, वूड्स, जैसी कविता समाहित है.
नंदिनी प्रिया को बचपन से कविता लिखने का है शौक: महज 13 साल की उम्र से कविता लिखने की शौकीन रही प्रिया नंदनी ने फॉर एवर मोर के जरिए अपने छोटे से जीवन के खट्टे मीठे अनुभव को शब्दों में पिरोकर लाने का प्रयास किया है. 27 अंग्रेजी कविताओं से भरी फॉर एवर मोर में शब्दों का चयन स्तरीय रुप से किए गए हैं. अपनी कल्पनाशीलता को शब्दों में लाकर जिस तरह से कविता लिखी गई है वह वाकई में बेहतरीन है.
लोकार्पण के बाद राजभवन के बाहर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए प्रिया नंदिनी के पिता राकेश गुप्ता कहते हैं कि यह हमारे लिए गौरव का विषय है कि महामहिम राज्यपाल ने इस कविता संग्रह का विमोचन किया है. नंदिनी कहानियां भी लिखती है जिसका प्रकाशन आने वाले समय में होगा. वहीं, प्रिया नंदिनी की मां मनीषा गुप्ता कहती हैं कि कविता कहानी लिखने और पढ़ने का शौक इसे बचपन से है. जब यह 13 वर्ष की हुई तभी से अंग्रेजी में कविता लिखनी शुरू कर दी थी. आज इसे किताब के रुप में देखकर मुझे काफी खुशी हो रही है.