रामगढ़: जिले में फैक्ट्री विस्तार के लिए पेड़ों की गिनती करने आए वन विभाग को भारी संख्या में महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ा. महिलाएं जंगलों को काटने के विरोध में चिपको आंदोलन के जैसे ही पेड़ से चिपक कर विरोध करने लगीं. वे वन विभाग के अधिकारियों के पैर पकड़ कर पेड़ों की गिनती नहीं करने और नहीं काटने का आग्रह कर रही थीं. विरोध को देखते हुए पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया.
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मामला जिले के कुजू थाना क्षेत्र के बुढाखाप का है. जहां स्थित आलोक स्टील प्लांट के विस्तार की तैयारी चल रही है. इसके लिए फैक्ट्री से सटे जंगल को काटने की बात बतायी जा रही है. इसी को लेकर वन विभाग की टीम पेड़ों की गिनती करने पहुंची थी. जब इसकी सूचना स्थानीय महिलाओं को मिली तो वे जंगल में पहुंच गईं और पेड़ों की गिनती का विरोध करने लगीं. चिपको आंदोलन की तरह महिलाएं पेड़ पकड़ कर खड़ी हो गई और वन विभाग के कर्मियों के पैर पकड़कर गिनती नहीं करने का अनुरोध करने लगीं. फिर भी जब वन विभाग की टीम नहीं मानी तो महिलाओं ने पूरजोर विरोध शुरू कर दिया और देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में महिलाओं का हुजूम जंगल में इकट्ठा हो गया.
पुलिस ने महिलाओं को की समझाने की कोशिश: पूरे मामले की सूचना पुलिस को दी गई. जिसके बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने महिलाओं को समझाने बुझाने प्रयास किया. लेकिन, महिलाओं ने पुलिस की एक ना सुनी और विरोध करती रहीं. मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया. हालांकि इस मामले में वन विभाग या पुलिस प्रशासन के अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से कतराते रहे, लेकिन जानकारी के अनुसार, पहले पूरे इलाके में लगे पेड़ों की गिनती कर कटाई की जाएगी और फिर नियम के अनुसार, इसी अनुपात में खाली पड़े स्थानों पर दोगुने पेड़ लगा दिए जाएंगे. मगर, फैक्ट्री विस्तार का विरोध कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि फैक्ट्री की वजह से पहले से ही पूरा इलाका प्रदूषण की चपेट में आ चुका है और अब फिर बचे हुए पेड़ भी काट दिए जाएंगे तो फैक्ट्री का विस्तार तो होगा, लेकिन उनका जीना मुहाल हो जाएगा.