हजारीबाग: जिले में कोरोना संक्रमितों की मौत के बाद अंतिम संस्कार जिला प्रशासन कोनार पुल के निकट मुक्तिधाम मे कराने का जगह चिन्हित किया है, लेकिन हर बार जिला प्रशासन को ग्रामीणों का विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
एक व्यक्ति की मौत कोरोना संक्रमण से होने के बाद जब जिला प्रशासन मुक्तिधाम अंतिम संस्कार करवाने के लिए पहुंचा, तो उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा. ऐसे में जहां एक ओर प्रशासन परेशान रहा, तो दूसरी ओर जिसके घर मौत हुई है, उसके परिजन भी ग्रामीणों को मनाने की कोशिश भी की कि आखिर मौत होगी, तो अंतिम संस्कार कहां किया जाएगा. ऐसे में 3 घंटे से अधिक समय प्रशासन को समझाने में समय लगा. इसके बाद अंतिम संस्कार की कार्रवाई शुरू की गई.
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अंतिम संस्कार करने के लिए हजारीबाग में मुर्दा कल्याण समिति ने जिम्मेवारी उठाई है. उनका कहना है कि प्रशासन को एक निश्चित जगह अंतिम संस्कार के लिए चिन्हित करना चाहिए और स्थानीय लोगों को विश्वास में लेकर आगे की कार्रवाई करने की जरूरत है. तभी वे अपना दायित्व को पूरा कर सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि आज के समय में ऐसा लगता है कि मानवता मर गई है. अंतिम संस्कार के लिए भी आसपास के लोग विरोध कर रहे हैं. तो दूसरी ओर समाज मूकदर्शक बनकर खड़ा रह रहा है. उन्होंने आम जनता से अपील की है कि कि संवेदनशील बने और जिनके घर में कोरोना के कारण मौत हुई है उनके साथ खड़े रहें.
इस दौरान प्रशासन दूसरे जगह पर अंतिम संस्कार करने के लिए जगह देखने के लिए गई, तो वहां भी विरोध दर्ज किया गया. ऐसे में यह सवाल उठता है कि आखिर विरोध करने का सिलसिला कब तक जारी रहेगा. ऐसे में प्रशासन को ऐसी जगह अंतिम संस्कार के लिए जगह चिन्हित करने की आवश्यकता है जो भीड़-भाड़ इलाके से दूर हो.