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रामगढ़: स्कूल पर जबरन फीस वसूलने का आरोप, आजसू कार्यकर्ताओं ने की तालाबंदी

वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन है. सभी स्कूल और संस्थान बंद हैं. इस स्थिति में भी रामगढ़ जिले के निजी विद्यालय बंद अवधि की भी शुल्क ले रहे हैं. जिसके विरोध में आजसू छात्र संघ ने जिले के विभिन्न निजी विद्यालयों में जमकर नारेबाजी और विरोध करते हुए तालाबंदी की.

school administration is accused
जबरन फीस वसूलने का आरोप
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Published : May 19, 2020, 4:13 PM IST

रामगढ: जिले में कोरोना के इस लॉकडाउन के अवधि में कई निजी स्कूलों ने छात्रों और अभिभावकों पर फीस का दबाव बनाये जाने पर आजसू कार्यकर्ताओं ने जिले के कई निजी स्कूल, गुरुनानक स्कूल, संत अन्ना स्कूल, राधा गोविंद स्कूल सहित कई स्कूलों में तालाबंदी कर स्कूल के विरुद्ध जमकर भड़ास निकाली. आजसू पार्टी की ओर से रामगढ़ में सभी स्कूलों में तालाबंदी का कार्यक्रम किया गया है, क्योंकि विगत 15 -20 दिन पहले शिक्षा मंत्री का बयान आया था कि कोई भी स्कूल फीस नहीं ले.

देखें पूरी खबर

कार्यकर्ताओं ने कहा कि कथनी और करनी में फर्क दिख रहा है, इसीलिए हमलोगों ने यह आंदोलन शुरू किया है, क्योंकि फीस अगर माफ नहीं किया जाएगा तो आजसू पार्टी पुरजोर विरोध करेगी. विकट परिस्थिति में पूरा देश बुरे दौर से गुजर रहा है. इस तरह अभिभावक से स्कूल जबरन फीस मांगेगा तो अभिभावक को डरने की जरूरत नहीं है. आजसू पार्टी आपके साथ है.

ये भी पढ़ें- भारतीय अर्थव्यवस्था में हो सकता है पांच प्रतिशत संकुचन: गोल्डमैन साक्स

वहीं स्कूल के प्रिसिंपल का कहना है कि हमने किसी भी अभिभावक पर आज तक कोई भी दबाव नहीं डाला है. हमारे यहां करीब 1628 बच्चे पढ़ते हैं. 26 अप्रैल से हमने अभिभावकों को मैसेज डालना शुरू किया. 15 मई तक स्कूल प्रबंधक समिति को 113 बच्चों की फीस आई है. जिसमें से पचासी अभिभावकों ने यहां आकर फीस जमा किया है, 35 अभिभावकों ने ऑनलाइन फीस जमा किया है.

प्रिसिंपल ने कहा कि आप समझ सकते हैं कि अगर 1628 बच्चे हैं, उसमें से 113 बच्चे अगर फीस जमा करते हैं तो यह 10 प्रतिशत भी नहीं है. अगर इसको दबाव की स्थिति समझते हैं तो फिर मैं आगे कुछ नहीं कहूंगा. खैर, यह तो निजी विद्यालयों के ऊपर है कि वे फीस माफ करते हैं या नहीं, लेकिन लेकिन आंदोलन ने यह तय कर दिया है कि यहां स्कूलों की मनमानी चल रही है.

रामगढ: जिले में कोरोना के इस लॉकडाउन के अवधि में कई निजी स्कूलों ने छात्रों और अभिभावकों पर फीस का दबाव बनाये जाने पर आजसू कार्यकर्ताओं ने जिले के कई निजी स्कूल, गुरुनानक स्कूल, संत अन्ना स्कूल, राधा गोविंद स्कूल सहित कई स्कूलों में तालाबंदी कर स्कूल के विरुद्ध जमकर भड़ास निकाली. आजसू पार्टी की ओर से रामगढ़ में सभी स्कूलों में तालाबंदी का कार्यक्रम किया गया है, क्योंकि विगत 15 -20 दिन पहले शिक्षा मंत्री का बयान आया था कि कोई भी स्कूल फीस नहीं ले.

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कार्यकर्ताओं ने कहा कि कथनी और करनी में फर्क दिख रहा है, इसीलिए हमलोगों ने यह आंदोलन शुरू किया है, क्योंकि फीस अगर माफ नहीं किया जाएगा तो आजसू पार्टी पुरजोर विरोध करेगी. विकट परिस्थिति में पूरा देश बुरे दौर से गुजर रहा है. इस तरह अभिभावक से स्कूल जबरन फीस मांगेगा तो अभिभावक को डरने की जरूरत नहीं है. आजसू पार्टी आपके साथ है.

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वहीं स्कूल के प्रिसिंपल का कहना है कि हमने किसी भी अभिभावक पर आज तक कोई भी दबाव नहीं डाला है. हमारे यहां करीब 1628 बच्चे पढ़ते हैं. 26 अप्रैल से हमने अभिभावकों को मैसेज डालना शुरू किया. 15 मई तक स्कूल प्रबंधक समिति को 113 बच्चों की फीस आई है. जिसमें से पचासी अभिभावकों ने यहां आकर फीस जमा किया है, 35 अभिभावकों ने ऑनलाइन फीस जमा किया है.

प्रिसिंपल ने कहा कि आप समझ सकते हैं कि अगर 1628 बच्चे हैं, उसमें से 113 बच्चे अगर फीस जमा करते हैं तो यह 10 प्रतिशत भी नहीं है. अगर इसको दबाव की स्थिति समझते हैं तो फिर मैं आगे कुछ नहीं कहूंगा. खैर, यह तो निजी विद्यालयों के ऊपर है कि वे फीस माफ करते हैं या नहीं, लेकिन लेकिन आंदोलन ने यह तय कर दिया है कि यहां स्कूलों की मनमानी चल रही है.

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