रामगढ़: जिले के वेस्ट बोकारो घाटो के दूनी गांव को सीसीएल पुंडी से जोड़ने के लिए लगभग तीन करोड़ की लागत से डीएमएफटी फंड से बोकारो नदी के ऊपर पुल का निर्माण कराया जा रहा है. ग्रामीण विकास विभाग विशेष प्रमंडल की ओर से तीन करोड़ की लागत से पुल का निर्माण कराया जा रहा है. लेकिन पुल का निर्माण कार्य पूर्ण होने से पहले ही पुल धंस गया है. पुल के पश्चिम दिशा का कॉलम बीच से धंस कर टेढ़ा हो गया है. इसके अलावा गार्डवॉल और रेलिंग भी गिर गए हैं. इसकी जानकारी ग्रामीणों को मिलने पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और दो ग्रामीणों ने निर्माणाधीन स्थल पर पहुंच कर काम बंद करा दिया. ग्रामीणों ने इसकी सूचना संबंधित विभाग के इंजीनियर को दे दी है. वहीं ग्रामीणों ने कई घंटे तक ठेकेदार को भी बैठाया रखा.
कच्चे में ही सेंटरिंग खोलने का लगाया आरोपः बताते चलें कि दूनी गांव के पास 70 मीटर लंबा और 8.5 मीटर चौड़ा पुल का निर्माण कराया जा रहा है. पुल का निर्माण जनवरी 2023 में आरंभ हुआ था. ग्रामीणों ने पुल के निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों का आरोप है कि कच्चे में ही सेंटरिंग खोल दिए जाने के कारण पाइप से बना सपोर्ट लोड नहीं ले पाया और बीच में लटक गया है. इस कारण ग्रामीणों ने पुल निर्माण कार्य रुकवा दिया है.
ग्रामीणों ने पुल निर्माण में अनियमितता का लगाया आरोपः दूनी के ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुल निर्माण में अनियमितता बरती जा रही. ठेकेदार ने ढलाई के 24 घंटे के अंदर ही सेंटरिंग को खोल दिया. आक्रोशित ग्रामीणों ने पुल निर्माण कार्य को रुकवा दिया है और मामले की जांच की मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा कि पुल के निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी की गई है. साथ ही निर्माण में 10 एमएम के सरिया का इस्तेमाल शुरु किया गया है. जबकि पुल के पिलरों में कम से कम 16 से 20 एमएम के सरिया का इस्तेमाल होना चाहिए था.
कार्यपालक अभियंता ने मामले की जांच करने की कही बातः बताया जाता है कि इस प्रोजेक्ट की देखरेख कर रहे ग्रामीण विकास विभाग के जूनियर इंजीनियर महफूज आलम छुट्टी पर हैं और उनका मोबाइल भी बंद है. वहीं प्रोजेक्ट की देखरेख करने वाले सहायक अभियंता 31 अप्रैल को सेवानिवृत हो गए हैं. हालांकि इस संबंध में कार्यपालक अभियंता ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है. पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करायी जाएगी. संवेदक को दोबारा गुणवत्तायुक्त कार्य करना होगा.