रामगढ़ : कोरोना के काल में साफ-सफाई जहां बेहद जरूरी है, वहीं रामगढ छावनी में किस कदर स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उडाई जा रही हैं. रामगढ़ छावनी वार्ड नंबर 8 में लोहार टोला पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास बजबजाती नालियों से निकलती बदबूदार पानी सड़क पर बह रही है. जिसके करण यहां के दुकानदार और स्थानीय लोगों के साथ-साथ राहगीर भी परेशान हैं. इस अव्यवस्था की सुध लेने वाला कोई नहीं है. वहां के स्थानीय लोग खुद ही प्रयास कर थोड़ी बहुत नालियों की सफाई कर देते हैं. लेकिन छावनी ठेकेदार को सफाई से कोई लेना देना नहीं है.
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लोगों को होती है दिक्कत
रामगढ छावनी परिषद के कुल 8 वार्डों को गंदगी से मुक्त रखने के लिए छावनी परिषद पानी की तरह पैसा बहा रहा है. इसके बावजूद वार्डों में बजबजाती नालियां सफाई व्यवस्था की पोल खोलती नजर आ रही हैं. अधिकतर वार्ड साफ-सफाई के मामले में फिसड्डी ही साबित हो रहे हैं. नालियों का पानी सड़क पर बह रहा है, जिससे राहगीरों को तो दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, साथ ही सड़क पर वाहन चालकों के लिए भी परेशानी का सबब बन रहा है.
सफाई के नाम पर होती है खानापूर्ति: स्थानीय
नालियों की सफाई ना होने से यहां के लोग काफी परेशान हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि कभी-कभार नालियों की सफाई की जाती है तो कचरा का उठाव नहीं किया जाता, जिससे फिर वही कचरा नाली में चला जाता है. नाली की सफाई के नाम पर खानापूर्ति की जाती है. नालियों में कभी ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं किया जाता है. कोरोना काल में छावनी परिषद के उदासीन रवैये से वार्डवासी नाराज हैं. उन लोगों का कहना है कि हम लोग छावनी परिषद को पूरा टैक्स देते हैं, पर छावनी परिषद उन्हें पूरी सुविधा नहीं देता है.