रामगढ़ः जिले में प्रकृति पूजा का महापर्व सरहुल पूरे धूमधाम से मनाया गया. बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के पतरातू प्रखंड के भुरकुंडा में भी आदिवासी सरना समिति द्वारा सरहुल पर्व के अवसर पर भव्य शोभा यात्रा निकाली गई. जिसमें बतौर मुख्य अतिथि बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद, हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल शामिल हुए. शोभायात्रा में बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. गाजे-बाजे और मांदर की थाप पर सभी लोग झूमते नाचते नजर आए.
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चैत्र महीने के तीसरे दिन साल वृक्ष की पूजा की जाती है. यह नए साल की शुरुआत का प्रतीक है. जिसमें जल जंगल और प्रकृति के अन्य तत्वों की पूजा की जाती है. करमा के साथ-साथ सरहुल भी आदिवासी समुदाय का सबसे बड़ा पर्व है. प्रकृति पर्व सरहुल पर पाहन ये बताते हैं कि इस बार कैसी बारिश होगी.
बड़कागांव के पतरातू प्रखंड में प्रकृति पर्व सरहुल पारंपरिक उत्साह के साथ धूमधाम से मनाया गया. जुलूस में प्राकृतिक उपासक डीजे, ढोल, ढाक और मांदर की थाप खूब थिरके. बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ने कई जगहों पर प्रकृतिक पर्व सरहुल में हिस्सा लिया. विधायक अंबा प्रसाद आदिवासी पारंपरिक वेशभूषा में प्रकृति के पर्व के शोभायात्रा में शामिल हुईं और नृत्य भी किया.
हजारीबाग विधायक मनीष जायसवाल भी पहली बार भुरकुंडा क्षेत्र में सरहुल की भव्य शोभायात्रा में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि यह प्रकृति का पर्व है और सभी को प्रकृति का महत्व समझना चाहिए और इसकी रक्षा के लिए संकल्प लेना चाहिए. अंबा प्रसाद ने भी सभी को प्रकृति पर्व की बधाई दी और कहा कि प्रकृति की रक्षा हमारी प्राथमिकता में होनी चाहिए.
प्रकृति पर्व सरहुल लोगों को उत्साहित करने वाला और जनजातीय समुदाय के समृद्ध जीवन को दर्शाता है. आधुनिकता के इस दौर में सरहुल पर्व से हमें सीख मिलती है कि प्रकृित से छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए. इसे पूजने की जरूरत है.