रामगढ़ः कांग्रेस विधायक ममता देवी शनिवार को अपने समर्थकों के साथ रजरप्पा स्थित सीसीएल के आवासीय कॉलोनी के सी-टाइप क्वार्टर नंबर 3A-7 पर कब्जा करने पहुंची, लेकिन क्वार्टर में पांच महिला होमगार्ड जवान पहले से रह रही थी. इसके बाद हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया और विधायक क्वार्टर के बाहर अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गई. इस क्वार्टर विवाद के कारण जिला समाहरणालय में आयोजित मत्स्य कृषक दिवस पर परिसंपत्तियों का वितरण कार्यक्रम में विधायक शामिल नहीं हो सकी.
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क्या है मामला
सीसीएल के आवासीय कॉलोनी के जीएम बंगला के समीप शुक्रवार की रात विधायक के समर्थकों ने क्वार्टर नंबर 3A-7 में जबरदस्ती कब्जा करने के साथ-साथ क्वार्टर के बाहर विधायक ममता देवी का नाम लिख दिया. जबकि, यह क्वार्टर पांच महिला होमगॉर्ड जवान के नाम से अस्थायी रुप से आवंटित है और महिला पुलिसकर्मी सबिता कुमारी, गीता कुमारी, सुनीता कुमारी, जीतन कुमारी और सोनाली कुमारी पहले से रह रही हैं.
कुर्सी लगाकर धरने पर बैठी विधायक
शनिवार को विधायक ममता देवी क्वार्टर में पहुंची, जहां सीसीएल प्रबंधक से सामना हुआ. सीसीएल प्रबंधन ने क्वार्टर कब्जा नहीं होने दिया. इसके बाद विधायक ममता देवी क्वार्टर के बाहर कुर्सी लगाकर धरने पर बैठ गई. इसके साथ ही होमगार्ड के महिला जवान क्वार्टर के समीप खड़ी थी.
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस
विधायक की हंगामा को देखते हुए एसडीएम के निर्देश पर चितरपुर सीओ तृप्ति कुजूर और रजरप्पा पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. सीओ ने बताया कि सीसीएल के जीएम से बातचीत करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
रजरप्पा थाने में लिखित शिकायत
महिला पुलिसकर्मी ने बताया कि जब ड्यूटी पर गई थी, तो कांग्रेस विधयक ममता देवी के कार्यकर्ता क्वार्टर में पहुंचे और एक कमरे में सामान रख ताला लगा दिया और आवास के बाहर विधायक का नाम लिख दिया. उन्होंने बताया कि इसकी लिखित शिकायत रजरप्पा थाने में की है.
आवास खाली होने के बाद रखा सामान
विधायक ममता देवी ने कहा कि जनता की समस्याओं को सुनने के लिए कार्यालय बनाना है. इसको लेकर सीसीएल जीएम को पत्र भी लिखा और जीएम ने आश्वासन दिया कि आवास खाली होने पर आवंटन की बात कहीं, लेकिन इसके बाद से संपर्क नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि कोविड के समय कुछ एएनएम रह रही थी. उन्होंने कहा कि आवास खाली होने की जानकारी मिली. इसके बाद सामान रखा गया है.