रामगढ़: कलश स्थापना के साथ रविवार से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है. शुभ मुहूर्त में श्रद्धालुओं द्वारा कलश स्थापना की गई. नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की गई. इस मौके पर देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका दरबार में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. भक्तों ने मां की पूजा की, साथ ही पूजा के बाद श्रद्धालुओं ने मां छिन्नमस्तिका से सुख, शांति और समृद्धि की कामना की.
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नवरात्रि के मौके पर देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ रजरप्पा मां छिन्नमस्तिका मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है. साथ ही श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो, इसकी भी पूरी व्यवस्था की गयी है. जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और मंदिर न्यास समिति ने सारी तैयारी पूरी कर ली है. नवरात्रि के मौके पर मंदिर क्षेत्र में भैरवी और दामोदर नदी के तट पर लगातार 9 दिनों तक बनारस की तर्ज पर गंगा आरती का आयोजन किया जाएगा.
नवरात्र के पहले दिन सिद्धपीठ रजरप्पा स्थित प्रसिद्ध मां छिन्नमस्तिका मंदिर में मां भगवती के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की गयी. देश के कोने-कोने से भक्त यहां देवी मां की पूजा करने पहुंचे हुए हैं. कई श्रद्धालु मंदिर के प्रांगण में देवी मां की आराधना में लीन दिखाई पड़े. इस मंदिर में विभिन्न राज्यों से आने वाले श्रद्धालु भी देवी मां की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं.
मां भगवती की विशेष पूजा-अर्चना: मंदिर के पुजारी लोकेश पंडा ने बताया कि शारदीय नवरात्र के पहले दिन मां भगवती की विशेष पूजा-अर्चना की गयी और सूखे मेवे का भोग लगाया गया. सुबह माता का भव्य श्रृंगार किया गया. सुबह से ही भक्तों के आने का सिलसिला जारी है. भक्त देवी मां की पूजा-अर्चना कर रहे हैं. इसके अलावा शाम को महाआरती होगी और आज से बनारस की तर्ज पर लगातार नौ दिनों तक मंदिर के सामने गंगा आरती भी की जाएगी.
नवरात्रि के खास मौके पर देश के अलग-अलग राज्यों से श्रद्धालु मां छिन्नमस्तिके देवी की पूजा के लिए झारखंड के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल सिद्धपीठ रजरप्पा मंदिर आ रहे हैं. रजरप्पा मंदिर में नवरात्रि की विशेष पूजा होती है. मान्यता है कि जो भी यहां सच्चे मन से पूजा करता है, उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है.