रामगढ़: देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर में विजयादशमी के मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली. श्रद्धालुओं ने परंपरा के अनुसार रजरप्पा में मां छिन्नमस्तिका को मछली का भोग लगाया गया.
कोरोना महामारी पर आस्था भारी पड़ती नजर आई. हालांकि भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन और मंदिर न्यास समिति ने सभी श्रद्धालुओं को कोविड-19 के नियमों का सख्ती से पालन कराते हुए मां का दर्शन कराया. इस अवसर पर मंदिर के पुजारी अजय पंडा ने कहा कि आज मां को 25 प्रकार के भोग लगाये गये है. वहींं मछली का विशेष भोग भी लगाया गया है.
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छिन्नमस्तिका मंदिर की विशेष परंपरा
पुजारी ने कहा कि प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां छिन्नमस्तिका रजरप्पा के कण-कण में मां भगवती का वास है. यही कारण है कि यहां नवरात्र के मौके पर साधक अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए साधना करते हैं. इसके साथ ही मां भी अपने भक्तों की सभी कामना पूरी करती हैं. वहीं विजयादशमी के दिन मां छिन्नमस्तिका को विशेष भोग मछली के रूप में लगाया जाता है. यह प्रथा रजरप्पा मंदिर में शदियों से चली आ रही है. जिस को आज भी यहां के पंडा उस परंपरा को निभाते आ रहे हैं. पुजारी के अनुसार यह भोग भी मानव कल्याण के लिए ही मां को अर्पण किया जाता है. श्रद्धालु इस शुभ दिन मां भगवती से अपने परिवार, देश की सुख-शांति और समृद्धि की कामना करते हैं.