रामगढ़: जिले में बड़े पैमाने पर पत्थरों का अवैध खनन और कारोबार चल रहा है. पत्थर माफिया धड़ल्ले से पत्थरों को तोड़ने के लिए अवैध रूप से खुलेआम विस्फोट कर रहे हैं. अवैध बारूद का इस्तेमाल पत्थरों के अवैध खनन के दौरान किए जा रहे विस्फोट से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है.
पत्थरों का अवैध कारोबार
रामगढ़ जिले में खनन विभाग और वन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर पत्थरों का अवैध कारोबार पत्थर माफिया कर रहे है. खनन विभाग के अधिकारियों को पत्थरों के अवैध खनन और कारोबार के बारे में शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई नहीं की जाती है. अवैध खनन और कारोबार के कारण राज्य सरकार को राजस्व का भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है, जिसका विरोध जिले के दुलमी प्रखंड के कारों गांव के लोगों ने शुरू कर दिया है.
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विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत
ग्रामीणों का कहना है कि खनन विभाग और वन विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से यहां बड़े पैमाने पर पत्थरों का अवैध खनन किया जा रहा है. इस दौरान पत्थर माफियाओं की ओर से हैवी ब्लास्टिंग की जाती है. जिससे उनके घरों में दरारें पड़ गई हैं और हर समय जान का खतरा बना रहता है. आसपास के खेत भी प्रदूषण के कारण खराब हो रहे हैं. इनका कहना है कि हैवी ब्लास्ट के कारण बड़े-बड़े पत्थर उनके घरों पर गिरते हैं, जिससे कभी भी कोई बड़ी घटना होने का डर बना रहता है.
मामले में खनन पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि सूचना मिलने पर कार्रवाई की जाएगी. अभी किसी तरह की कोई सूचना नहीं मिली है. रामगढ़ प्रखंड विकास पदाधिकारी नम्रता जोशी का कहना है कि माइनिंग टास्क फोर्स की टीम को लेकर कार्रवाई की जाएगी. अभी तक किसी भी तरह का कोई मामला संज्ञान में नहीं आया है.