रामगढ़ः साइबर अपराधियों ने रामगढ़ जिले के पतरातू प्रखंड के पंचायत समिति और मुखिया के खाते में सेंधमारी की है. पतरातू की 42 पंचायतों में से लगभग 11 पंचायतों के खाते से लाखों रुपए की अवैध निकासी की गई है. जिसके बाद पंचायत सेवक, मुखिया और पंचायत समिति सदस्यों में हड़कंप मच गया है. वहीं घटना के बाद प्रखंड के पदाधिकारी भी परेशान हैं.
एचडीएफसी बैंक के अलग-अलग खाते से की गई राशि की अवैध निकासीः रामगढ़ जिले के पतरातू प्रखंड के मुखिया फंड और पंचायत समिति पतरातू के खाते से 32 लाख, 50 हजार, 500 रुपए की अवैध निकासी एचडीएफसी बैंक के अलग-अलग खाते से की गई है. जिसके बाद पंचायत प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों के होश उड़ गए हैं. इतनी बड़ी रकम कोलकाता के एटीएम से 10-10 हजार कर कर 22 दिसंबर से 26 दिसंबर के बीच निकाली गई है.
खाता अपडेट और बैंक स्टेटमेंट निकलवाने पर मामला उजागरः पंचायत सेवक ने जब अपने बैंक खाते को अपडेट कराया तब पता चला कि मुखिया और पंचायत सेवक के संयुक्त खाता से अवैध निकासी हो गई है. जब बैंक से स्टेटमेंट निकल गया तब पता चला कि कोलकाता में निकासी हुई है. पतरातू प्रखंड की कुल 11 पंचायतों के 15वीं वित्त आयोग खातों से लाखों रुपए की अवैध निकासी हुई है. पूरे मामले की जानकारी पंचायत सेवक और मुखिया ने बीडीओ को दी है.
बीडीओ ने पतरातू थाना में दर्ज कराया मामलाः जानकारी मिलने के बाद जब बीडीओ ने एचडीएफसी बैंक के स्टेटमेंट को चेक किया तो उनके भी होश उड़ गए. पंचायत समिति के खाते से चार लाख रुपए की अवैध निकासी हो चुकी है. इसे लेकर बीडीओ ने पतरातू थाना में मामला दर्ज कराया है. साथ ही पंचायत सेवक और मुखिया भी प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए पतरातू थाना पहुंचे.
मुखिया और पंचायत सेवक ने भी दर्ज कराई प्राथमिकीः इस संबंध में मुखिया मौकिम आलम ने बताया कि जब पता चला कि एचडीएफसी बैंक के खाते से कई पंचायत प्रतिनिधियों के अकाउंट से अवैध निकासी हुई है तब स्टेटमेंट निकाल गया. जिसमें पता चला कि उनके भी खाते से अवैध निकासी हो चुकी है. इसे लेकर उन्होंने मामला दर्ज कराया है.वहीं पंचायत सेवक मोहन राम ने कहा कि मेरे कार्यक्षेत्र में आने वाली पंचायतों में हुई अवैध निकासी को लेकर मामला दर्ज कराया जा रहा है, ताकि विकास के कार्यों में किसी तरह की कोई परेशानी ना हो सके.
लगभग साढ़े 32 लाख रुपए खाते से हुए गायबः इस संबंध में पतरातू के बीडीओ मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि पंचायत समिति के खाते के साथ 11 पंचायतों के मुखिया और पंचायत सेवक के संयुक्त खातों से 32 लाख, 49 हजार, 500 रुपए की अवैध निकासी की गई है. इसे लेकर थाना में मामला दर्ज कराया जा रहा है. जिस तरह प्राइवेट बैंक से निकासी हुई है, वैसे में प्राइवेट बैंक पर भरोसा उठ रहा है. सभी पंचायत प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों में हड़कंप है.
इन खातों से हुई सरकारी राशि की अवैध निकासी
- पंचायत समिति पतरातू के खाते से चार लाख रुपए की अवैध निकासी.
- सांकुल के खाते से पांच लाख, 10 हजार रुपए की अवैध निकासी.
- लपंगा के खाते से दो लाख रुपए की अवैध निकासी.
- बुध बाजार चीप हाउस के खाते से एक लाख, 65 हजार रुपए की अवैध निकासी.
- डुडगी के खाते से 59 हजार, 500 रुपए की अवैध निकासी.
- देवरिया बस्ती के खाते से एक लाख, 500 रुपए की अवैध निकासी.
- पाली के खाते से चार लाख, 60 हजार रुपए की अवैध निकासी.
- चिकोर के खाते से दो लाख रुपए की अवैध निकासी.
- पीरी के खाते से एक लाख, 90 हजार रुपए की अवैध निकासी.
- कंडेर के खाते से चार लाख, 70 हजार रुपए की अवैध निकासी.
- कुरसे के खाते से पांच लाख रुपए की अवैध निकासी.
- सयाल उत्तरी के खाते से 80 हजार रुपए की अवैध निकासी.
पूर्व में भी सरकारी खाते में हो चुकी है सेंधमारीः जिले में सरकारी खाते से पूर्व में भी अवैध निकासी का मामला आया था. रामगढ़ प्रखंड विकास पदाधिकारी और डीएमएफटी के खातों से अवैध निकासी चेक क्लोन के माध्यम से पूर्व में की गई थी. अब तक दोनों मामलों में आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. अब देखने वाली बात होगी कि पतरातू प्रखंड के विकास योजना के 32 लाख, 49 हजार, 500 रुपए की अवैध निकासी को लेकर पतरातू पुलिस क्या कार्रवाई करती है या फिर अन्य मामलों की तरह इसमें भी अनुसंधान चलता रहेगा.
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